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Haj Yatra 2021: कोरोना और बजट ने घटा दिए आवेदक, आगरा से केवल 55 लोग हज यात्रा पर जाने को राजी

Haj Yatra 2021 हज यात्रा के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि खत्म। कोरोना के चलते पिछले वर्ष हज यात्रा पर लगी थी रोक। कुर्रा (लाटरी) में नाम आने पर ईद उल फितर के बाद मई में हज यात्रा पर जाने वाले लोगों को ट्रेनिंग दी जाएगी।

By Tanu GuptaEdited By: Updated: Wed, 13 Jan 2021 03:52 PM (IST)
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कोरोना और बजट के चलते इस बार आगरा से आधा सैंकड़ा ही लोग जाएंगे हज यात्रा पर।

आगरा, जागरण संवाददाता। हज यात्रा का बजट बढ़ना और कोरोना की दहशत ने ताजनगरी के वाशिंदों का रुख बदल दिया है। इस बार आगरा से केवल 55 लोग ही हज यात्रा पर जाने के लिए राजी हुए हैं। जबकि पिछले वर्षों में चार सौ से साढे चार सौ तक लोग यात्रा पर जाने के लिए आवेदन करते थे।

सऊदी सरकार ने कोराना संक्रमण की रोकथाम के लिए हज यात्रा पर लगी रोक हटाई तो हज कमेटी आफ इंडिया ने नवंबर में हज यात्रा के लिए आवेदन लेने शुरू किए थे। इसकी अंतिम तिथि 10 दिसंबर थी। जिसे बढाकर 10 जनवरी कर दिया गया। इसके बाद भी मुस्लिम समुदाय का आवेदन करने के लिए ज्यादा रुझान नहीं दिखा। आगरा से केवल 55 लोगों ने आवेदन किया है। इस बार वर्ष 2019 की तुलना में अजीजिया श्रेणी में हज यात्रा करने वाले 93 हजार और नान कुकिंग ट्रांसलेशन जोन (एनसीटीजेड) श्रेणी में हज यात्रा करने वाले 77 हजार रुपये ज्यादा देंगे।

मई में होगी ट्रेनिंग

हज ट्रेनर मोहम्मद अनस हाशिम ने बताया कि कुर्रा (लाटरी) में नाम आने पर ईद उल फितर के बाद मई में हज यात्रा पर जाने वाले लोगों को ट्रेनिंग दी जाएगी। इसमें हज यात्रा का रूट, कहां कितने दिन इबादत करनी है, कैसे रहना है, इबादत करने का तरीका बताया जाएगा।

जियारत की अनुमति नहीं, नमाज पढ़ने के तीन घंटा

मोहम्मद अनस हाशिम ने बताया कि हज यात्रा के दिन पहले से कम हो गए हैं। पहले 40 से 45 दिन में हज यात्रा का सफर पूरा होता था। अब केवल 30 से 32 दिन में पूरा हो जाएगा। दूसरे स्थानों पर जाकर इबादत करने की अनुमति नहीं है। हरम शरीफ (काबा) में तीन घंटे नमाज पढ़ने की इजाजत है। मदीने में रोकने के लिए तीन दिन निर्धारित किए गए हैं, जो इससे पहले आठ दिन रुकते थे। 

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