PM Matsya Sampada Yojana: त्रुटियां सुधार का फिर मिला मौका, अब फरवरी में शुरू कर पाएंगे मत्स्य पालन
PM Matsya Sampada Yojana लाभार्थियों के चयन के लिए जिलास्तरीय समिति की बैठक नहीं अनुदान मिलने में देरी। लाटरी से लाभार्थियों की चयन प्रक्रिया पूरी होनी है। ठंड में मछलियों की वृद्धि की रफ्तार सुस्त हो जाती है इसके अलावा कई और तरह की दिक्कतें भी आती है।
आगरा, जागरण संवाददाता। मत्स्य पालन के इच्छुक व्यक्तियों को अनुदान के लिए अभी और इंतजार करना होगा क्योंकि पीएम मत्स्य संपदा के तहत विभिन्न परियोजनाओं में आवेदन पत्रों में त्रुटियों को दूर करने का एक और मौका मिला है। विभाग ने 23 नवंबर तक प्रमाणपत्रों को वेबसाइट पर अपलोड करने को कहा है उसके बाद किसी अन्य तरह के संशोधन संबंधी दावे स्वीकार्य नहीं होंगे। सहायक निदेशक ने बैंक सहमति पत्र व खसरा खतौनी समेत अन्य आंकड़े दुरुस्त करने को कहा है।
सहायक निदेशक मत्स्य प्रशांत गंगवार ने बताया कि पीएम मत्स्य संपदा के विभिन्न योजनाओं में कुल 335 आवेदन पत्र जमा हुए हैं जिनमें संशोधन समेत अन्य योजनाओं में कुल 335 लाभार्थियों ने आवेदन पत्र जमा किया है। अब लाटरी से लाभार्थियों की चयन प्रक्रिया पूरी होनी है। लेकिन इससे पहले लाभार्थियों को त्रुटिया दूर करने का अंतिम मौका प्रदान किया गया है। आवेदकों ने कहा कि नवंबर बीतने वाला है। लेकिन अभी तक जिलास्तरीय समिति की बैठक नहीं हो पाई है। ठंड में मछलियों की वृद्धि की रफ्तार सुस्त हो जाती है इसके अलावा कई और तरह की दिक्कतें भी आती है। अब माना जा रहा है कि मत्स्य पालन के लिए आवेदकों को अनुदान मिलने में देरी हेागी। ऐसे में मछली पालन अब फरवरी में शुरू होगा।
योजना-आवेदन की संख्या
निजी भूमि पर तालाब निर्माण-54
बायोफ्लाक पाण्ड निर्माण-10
मछली विक्रय केंद्र-6
बैकयार्ड आरएएस-28
मत्स्य बीज हैचरी-2
कियास्क निर्माण-11
रियरिंग यूनिट-12
लघु आरएएस-25
मध्याकार आरएएस-5
वृहद आरएएस-8
वृहद मत्स्य आहार मिल-20 टन प्रतिदिन की-2
लघु मत्स्य आहार मिल 2 टन प्रतिदिन-2
मध्याकार मत्स्य आहार मिल 8 टन प्रतिदिन-1
निजी भूमि तालाब निर्माण
मनोरंजन मात्स्यिकी प्रोत्साहन-1