Move to Jagran APP

शाहजहां के उर्स में पहुंचे प्रिंस तूसी ने अजान पर उठाए सवाल, कहा ताज नहीं कोई इबादतगाह

मुगल शहंशाह शाहजहां का 364 वां उर्स ताजमहल में मनाया जा रहा है। गुस्‍ल की रस्‍म से पहले हुई थी अजान। प्रिंस ने कहा करेंगे सुप्रीम कोर्ट में शिकायत।

By Prateek GuptaEdited By: Updated: Tue, 02 Apr 2019 04:20 PM (IST)
Hero Image
शाहजहां के उर्स में पहुंचे प्रिंस तूसी ने अजान पर उठाए सवाल, कहा ताज नहीं कोई इबादतगाह
आगरा, जागरण संवाददाता। पूरे उत्‍साह और रिवाजों के साथ मनाए जा रहे शाहजहां के उर्स में पहुंचे प्रिंस ने सवाल खड़े कर दिए हैं। उर्स की शुरुआत में हुई अजान पर प्रिंस तूसी ने सवाल उठाए हैं। कहा है कि ताज इबादतगाह नहीं है। यहां अजान नहीं होनी चाहिए। फातिहा पढ़ा जाना चाहिए। इस मामले में वो सुप्रीम कोर्ट व भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण की महानिदेशक से शिकायत करेंगे।

मंगलवार को दोपहर दो बजे गुस्‍ल की रस्‍म के साथ ताज महल में शाहजहां का उर्स शुरु हुआ। तीन दिवसीय इस आयोजन के लिए शाहजहां और मुमताज की तहखाने में बनीं असली कब्रें खोली गईं। इस दौरान तहखाने की सीढि़यों पर ही अजान हाे गई। इसके अंदर प्रवेश किया गया और गुस्‍ल की रस्‍म हुई। खुद को मुगल वंशज बताने वाले प्रिंस तूसी उस वक्‍त वहीं मौजूद थे। 

बता दें कि उर्स में पिछले वर्ष तक अजान तहखाने में प्रवेश के बाद होती रही है। इस बार सीढ़ियों पर अजान होने से पर्यटक भी परेशान हुए, क्‍योंकि इस रस्‍म के बाद ही ताज महल में प्रवेश निश्‍शुल्‍क शुरू हुआ  और वर्ष में सिर्फ उर्स पर ही असली कब्रों को देखने का उत्‍साह पर्यटकों में खासा था। इसके चलते पर्यटक काफी संख्‍या में परिसर में मौजूद थे। इस बाबत भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के अधिकारियों का कहना है कि हमारे लिए तूसी या अन्य व्यक्ति नहीं उर्स की रस्म महत्वपूर्ण हैं। 

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।