धूम मचा रहा अभिषेक-यामी की फिल्म दसवीं का ट्रेलर
आगरा सेंट्रल जेल में हुई है फिल्म की शूटिग ओटीटी पर होगी रिलीज अभिषेक नेता और यामी बनी हैं जेल अधिकारी इंटरनेट मीडिया में ट्रोल हो रहे फिल्म के डायलाग
आगरा, जागरण संवाददाता। अभिषेक बच्चन और यामी गौतम की फिल्म दसवीं का ट्रेलर रिलीज होने के बाद धूम मचा रहा है। जाट नेता के रोल में अभिषेक और जेल अधिकारी का किरदार निभा रहीं यामी गौतम के डायलाग इंटरनेट मीडिया में खूब ट्रोल हो रहे हैं। दो दिन में पांच मिलियन व्यूज आए हैं। फिल्म की शूटिंग आगरा सेट्रल जेल में हुई है, जिसके चलते वह आगरा के लिए खास है। फिल्म ओटीटी पर रिलीज हो रही है।
सेंट्रल जेल में पिछले वर्ष फरवरी और मार्च में फिल्म 'दसवीं' की शूटिग हुई थी। अभिषेक बच्चन, यामी गौतम और निमरत कौर अभिनीत फिल्म का ट्रेलर नेट फ्लिक्स के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर रिलीज कर दिया गया है। ट्रेलर 102 सेकेंड का है। फिल्म ओटीटी पर रिलीज हो रही है। अभिषेक और यामी ने इसे अपने इंटरनेट मीडिया अकाउंट पर शेयर किया है।
ये है फिल्म की कहानी
अभिषेक बच्चन मुख्यमंत्री गंगाराम चौधरी के रोल में हैं, जिन्हें शिक्षक भर्ती घोटाले में एसआइटी की जांच पूरी होने तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया जाता है। वे जेल में भी इसी रुतबे से रहने का प्रयास करते हैं। अपनी मुख्यमंत्री की कुर्सी का जिम्मा पत्नी को दे जाते हैं। जेल के अंदर उनकी एक अलग जिदगी शुरू होती है। जब जेल अधिकारी ज्योति (यामी गौतम) से उनका सामना होता है।
आत्मसम्मान के लिए करते हैं दसवीं
जेल में गंगाराम चौधरी के अक्खड़ रवैये से परेशान होकर अधिकारी ज्योति उन्हें अनपढ़ गंवार कह देती हैं। ये बात गंगाराम चौधरी के आत्मसम्मान को चुभ जाती है, जिसके बाद वे जेल में रहकर ही दसवीं पास करने की ठान लेते हैं। इस दौरान गंगाराम चौधरी को क्या-क्या दिक्कतें आती हैं, वे दसवीं पास कर पाते हैं कि नहीं, यही इस फिल्म की कहानी है। फिल्म के डायलाग जो पसंद किए जा रहे हैं
ज्योति:कितना पढ़े हो
गंगाराम: आठवीं तक
ज्योति: आठवीं पास के लिए क्या-क्या काम है आपकी लिस्ट में
गंगाराम चौधरी बड़ा घमंड है न तुम्हे अपनी इस पोजीशन का, मिनट न लगे तोड़ने में
ज्योति: मिनट तो मुझे नहीं लगेगा तुम्हारी अकड़ तोड़ने में अनपढ़ गंवार आदमी
ज्योति: अब क्या करना चाहते हो
गंगाराम चौधरी: एक पुराना सपना पूरा करने आया हूं
ज्योति: कौन सा वाला रह गया है
गंगाराम चौधरी: दसवीं
ज्योति: और अगर पूरा नहीं कर पाए तो
गंगाराम: तो दोबारा सीएम की कुर्सी पर चौधरी न बैठेगा।