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Agra: खेत में पिता काट रहे थे चारा, अफसर की वर्दी पहनकर बेटा आया अचानक सामने तो आंखों में छलके खुशी के आंसू

Agra News जेठ की तपती धूप में आंखों में उतरा सावन। वर्दी पहन पिता से मिलने खेत पहुंचा वन विभाग का अफसर बेटा सेल्यूट कर पिता को पहनाई कैप। वर्दी में बेटे को देखकर भावुक हुए पिता। रेंज फोरेस्ट अफसर बने हैं रिषी तोमर।

By Jagran NewsEdited By: Abhishek SaxenaUpdated: Sat, 03 Jun 2023 12:15 PM (IST)
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पिता को पिता को सैल्यूट करते रेंज फोरेस्ट अफसर बने रिषी तोमर, दूसरे चित्र में टोपी पहनाते। सौ स्वयं
संसू, फतेहाबाद-आगरा। जेठ की तपती दोपहरी में खेत में चरी काटते पिता। अचानक खाकी वर्दी पहनकर पहुंचे पुत्र ने पैर छूकर सैल्यूट किया तो पिता की आंखों से आंसू बह निकले। पुत्र ने अपनी कैप उतारकर पिता के सिर पर रखी तो भावुक पिता ने उसे गले लगा लिया। पुत्र कंधे पर लगे तीन सितारे दिखाते हुए बोला- पापा, आपका बेटा अफसर बन गया।

रिषी तोमर वन विभाग में बने हैं अधिकारी

गुतिला गांव निवासी पाल सिंह तोमर और उनके बेटे रिषी का यह वीडियो इंटरनेट मीडिया की सुर्खी बना हुआ है। रिषी तोमर वन विभाग में रेंज फोरेस्ट अफसर बन गए हैं। हिमाचल में 18 महीने के प्रशिक्षण के बाद शुक्रवार को जब घर पहुंचे तो पिता खेत पर थे। रिषी इंतजार करने के बजाए सीधे खेत पर पहुंच गए। पुत्र को वर्दी में देखकर पिता की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। रिषी ने उनके पैर छुए तो उन्होंने उसे गले लगा लिया। कंठ भर आया तो आगे की बात आंसुओं ने कह दी।

किसान परिवार में हैं जन्मे

किसान परिवार में जन्मे रिषी तोमर शुरू से मेधावी रहे। उनकी प्रारंभिक शिक्षा गांव में ही हुई। वर्ष 2007 से हिंदी माध्यम में इंटरमीडिएट किया। वर्ष 2012 में इलेक्ट्रोनिक्स से बीटेक किया, तभी रेलवे में उनकी नौकरी लग गई। बांदा में उप प्रबंधक पद पर नौकरी के दौरान उन्होंने यूपीएससी और यूपीपीएससी की तैयारी जारी रखी। वर्ष 2019 में उन्होंने पीसीएस की परीक्षा दी।

18 महीने का प्रशिक्षण पूरा कर रिषी शुक्रवार को अपने गांव पहुंचे

प्रारंभिक परीक्षा में आल इंडिया चौथी रैंक प्राप्त की और उनका चयन वन विभाग में रेंज फोरेस्ट अफसर पद पर हो गया। 31 मई को 18 महीने का प्रशिक्षण पूरा कर रिषी शुक्रवार को अपने गांव पहुंचे। रिषी ने बताया कि उन्हें मेरठ वृत्त में पोस्टिंग मिली है। वह उत्तर प्रदेश सरकार के वन विभाग की ओर से नेशनल भी खेल चुके हैं। उन्होंने सफलता का श्रेय माता-पिता व भाई-बहनों को दिया है।

पढ़ाई में भाई और बहनों ने की मदद

किसान पाल सिंह तोमर छह बेटे भरत, रामकुमार, प्रदीप, रिषी, पंकज व अंशुल और दो बेटियों में सुनीता व सुलक्षणा ठाकुर हैं। रिषी के दोनों छोटे भाई पंकज व अंशुल सिविल सर्विस की तैयारी कर रहे हैं। रिषी के अनुसार पढ़ाई में भाई व बहनों ने उनकी पूरी मदद की। उन्होंने कहा कि अगर दिल में कुछ करने का जज्बा हो तो हर मंजिल आसान हो जाती है और वह व्यक्ति कोई भी मुकाम हासिल कर सकता है। 

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