Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

Lok Sabha Election: यूपी की इस सीट पर भाजपा-बसपा ने खाेल दिए पत्ते, 'साइकिल को अभी सवार का इंतजार', कांग्रेसी भी बेकरार

सपा कांग्रेस के गठबंधन में आगरा सुरक्षित सीट पर अभी सपा प्रत्याशी के नाम का इंतजार न सिर्फ सपाइयों को है। बल्कि कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता भी कर रहे हैं। सुरक्षित सीट पर एक पूर्व एमएलसी के नाम पर विचार हुआ था लेकिन नाम की घाेषणा नहीं हो सकी। आगरा में भाजपा ने प्रो. एसपी सिंह बघेल को मैदान में उतारा है।

By Nirlosh Kumar Edited By: Abhishek Saxena Updated: Sun, 31 Mar 2024 08:09 PM (IST)
Hero Image
आगरा सुरक्षित सीट पर सपा प्रत्याशी के नाम का इंतजार है।

जागरण संवाददाता, आगरा। लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में होने वाले चुनाव के लिए आगरा में 12 अप्रैल से नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। सपा अब तक साइकिल का सवार नहीं ढूंढ़ सकी हैै। पार्टी पदाधिकारी 10 दिन से एक-दो दिन में प्रत्याशी घोषित होने का दम भर रहे हैं, लेकिन प्रत्याशी का अता-पता नहीं है। इससे गठबंधन की चुनावी तैयारियां भी शुरू नहीं हो सकी हैं।

सपा कांग्रेस का है गठबंधन

सपा और कांग्रेस में लोकसभा चुनाव को गठबंधन हुआ है। गठबंधन में फतेहपुर सीकरी सीट पाने वाली कांग्रेस रामनाथ सिकरवार को प्रत्याशी घोषित कर चुकी है। कांग्रेस प्रत्याशी के समर्थन में सपा की जिला कार्यकारिणी और कांग्रेस की महानगर कार्यकारिणी संयुक्त बैठक कर चुकी हैं। आगरा सुरक्षित लोकसभा सीट से सपा अब तक अपने प्रत्याशी की घोषणा नहीं कर पाई है।

ये भी पढ़ेंः PM Modi In Meerut: '100 दिन में बड़े फैसले लेने हैं, पांच साल बाद मांग लेना हिसाब' पीएम मोदी के भाषण की 10 बड़ी बातें

सपा प्रत्याशी पर अभी भी संशय

सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने होली से पूर्व लखनऊ में दावेदारों के नाम पर पार्टी पदाधिकारियों के साथ मंथन किया था। पार्टी पदाधिकारियों ने तब होली से पहले प्रत्याशी घोषित होने का दावा किया था। होली हुए भी आठ दिन बीत गए, लेकिन सपा प्रत्याशी पर अभी तक संशय बना हुआ है।

ये भी पढ़ेंः UP Politics: सादाबाद से रालोद विधायक प्रदीप चौधरी को कोर्ट ने सुनाई सजा, 2022 में दर्ज हुआ था केस, बाद में मिली जमानत

नाम पर चर्चा लेकिन नहीं किया घाेषित

पूर्व एमएलसी के नाम पर लखनऊ में हुई बैठक में विचार किया गया था। सपा द्वारा उन्हें टिकट देकर चुनाव लड़ाने की चर्चा है, लेकिन इस पर मुहर नहीं लग पा रही है। बताया जा रहा है कि उनके नजदीकी ही उनकी राह में रोड़े अटका रहे हैं। सपा और कांग्रेस कार्यकर्ताओं को प्रत्याशी की घोषणा का इंतजार है। प्रत्याशी घोषित होने के बाद ही दोनों दल चुनाव को रणनीति बनाने के साथ तैयारी कर सकेंगे।