Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

Agra News: चिंताजनक हालात, घरेलू हिंसा में शाहगंज थाना टाप पर, मंटोला में दर्ज हैं सबसे कम केस

Agra News In Hindi Today कमिश्नरेट में घरेलू हिंसा के शाहगंज में सर्वाधिक मामले। शाहगंज में 136 जगदीशपुरा में 130 और छत्ता में 108 मामले हुए दर्ज। देहात में मलपुरा में 56 फतेहपुर सीकरी में 52 और खंदौली में 49 मामले। पुलिस आयुक्त कार्यालय में इस वर्ष एक जनवरी से 31 जुलाई के दौरान पारिवारिक विवाद और घरेलू हिंसा के 2348 मामले पहुंचे।

By Jagran NewsEdited By: Abhishek SaxenaUpdated: Sat, 26 Aug 2023 07:35 AM (IST)
Hero Image
कमिश्नरेट में घरेलू हिंसा के शाहगंज में सर्वाधिक मामले

आगरा, जागरण संवाददाता। आगरा में जगदीशपुरा क्षेत्र की रहने वाली 30 वर्षीय महिला की शादी 10 वर्ष पहले हुई थी। दंपती के दो बच्चे हैं। जूता कारीगर पति को शराब पीने की लत थी। घर पर खर्चा नहीं देता और मारपीट करता था। नौकरी छोड़ दी। दंपती के बच्चों की जिम्मेदारी सास-ससुर और देवर उठा रहे थे। काफी प्रयास के बाद पति ने शराब नहीं छोड़ी, घर का खर्चा नहीं दिया तो पत्नी एक वर्ष पूर्व छोटी बेटी को लेकर मायके चली गई।

पति को अपनी गलती का अहसास हुआ, दो महीने पहले जूता फैक्ट्री में दोबारा काम शुरु किया। पत्नी को बुलाकर साथ रखा। हर महीने खर्चा देने लगा। पति के सुधरने पर महिला के साथ नई समस्या पैदा हो गई।ससुराल वाले उससे 10 हजार रुपये महीना खर्चा मांगने लगे। जबकि उसे नौ हजार रुपये महीने ही मिल रहे थे। ससुराल में एक बार फिर रार शुरू हो गई, ससुराल वालों ने बच्चों को छीन लिया। महिला को मारपीट कर घर से निकाल दिया। पीड़िता को बच्चों काे पाने के लिए पुलिस और बाल कल्याण समिति की शरण में जाना पड़ा।

आगरा पुलिस के सामने आ रहे मामले

यह अकेला मामला नहीं है। आगरा कमिश्नरेट में घरेलू हिंसा, पारिवार विवाद में शाहगंज सबसे आगे हैं। इस वर्ष जनवरी से 31 जुलाई के दौरान शाहगंज के 136 मामले पुलिस आयुक्त कार्यालय पहुंचे। जगदीशपुरा के 130 और छत्ता 108 के मामले पहुंचे। वहीं, देहात में मलपुरा पहले, फतेहपुर सीकरी दूसरे और खंदौली तीसरे स्थान पर रहा। शाहगंज थाने के मामले सबसे ज्यादा थे। चौकाने वाली बात यह है कि कभी बात-बात पर झगड़े और टकराव के लिए चर्चित रहने वाले मंटोला में घरेलू हिंसा और परिवारिक विवाद के सबसे कम चार मामले ही पहुंचे।

सर्वाधिक पारिवारिक विवाद वाले शहर के पांच थाने

थाना                                     विवाद

शाहगंज                                  136

जगदीशपुरा                              130

छत्ता                                        108

रकाबगंज                                    75

एत्माद्दौला                                   71

सबसे कम पारिवारिक विवाद वाले शहर के पांच थाने

थाना                                                            विवाद

मंटोला                                                            4

कोतवाली                                                        5

एमएम गेट                                                       8

नाई की मंडी                                                   17

कमला नगर                                                     28

सर्वाधिक पारिवारिक विवाद वाले ग्रामीण क्षेत्र के पांच थाने

थाना                                                                                विवाद

मलपुरा                                                                               56

फतेहपुर सीकरी                                                                   52

खंदौली                                                                               49

एत्मादपुर                                                                            48

खेरागढ़                                                                               42

सबसे कम पारिवारिक विवाद वाले ग्रामीण क्षेत्र के पांच थाने

थाना                                                               विवाद

चित्राहाट                                                               0

पिढ़ौरा                                                                  1

मंसूखपुरा                                                              1

निबोहरा                                                                5

बासौनी                                                                  7

ये हैं प्रमुख कारण

  • शाहगंज, जगदीशपुरा, एत्माद्दौला, छत्ता और रकाबगंज क्षेत्रों में बड़ी संख्या मे श्रमिक वर्ग के लोग रहते हैं। घरेलू हिंसा और पारिवारिक विवादों का कारण आर्थिक भी है।
  • नशे की लत भी एक कारण है, जूता कारखानों और फैक्ट्री में श्रमिकों को मासिक की जगह सप्ताह में भुगतान किया जाता है। बड़ी संख्या में श्रमिक भुगतान का बड़ा हिस्सा शराब में उड़ा देते हैं।
  • पत्नी या मां द्वारा घर चलाने काे खर्चा मांगने पर होने वाली रार अक्सर मारपीट में बदल जाती है। मामला पुलिस तक पहुंच जाता है।
  • शाहगंज, जगदीशपुरा और एत्माद्दौला थाने में पारिवारिक विवाद के सबसे ज्यादा मामले शनिवार और रविवार को आते हैं। श्रमिकाें को शनिवार को फैक्ट्रियों और कारखानों द्वारा साप्ताहिक भुगतान किया जाता है। 

पारिवारिक मामले विशेषकर पति-पत्नी के विवाद सबसे ज्यादा आ रहे हैं। परिवारों और पति-पत्नियों में परिवार परामर्श केंद्र के माध्यम से काउंसलिंग करके सुलह करा विवादों का निस्तारण कराया जा रहा है। इस वर्ष 500 से अधिक परिवारों और दंपतियों में सुलह कराई गई। जिन मामलों में सुलह नहीं हुई, उनमें अभियोग दर्ज कर कार्रवाई की गई। डा. प्रीतिंदर सिंह पुलिस आयुक्त