Move to Jagran APP

Shani Jayanti 2020: बचना है अगर शनि के गुस्‍से से तो इस दिन भूलकर भी न करें ये 9 काम, ये है वजह

Shani Jayanti 2020 22 मई को है शनि जयंती। न्‍याय के देवता की पूजन विधि में रखना चाहिए नियम का ध्‍यान।

By Tanu GuptaEdited By: Updated: Tue, 19 May 2020 03:09 PM (IST)
Hero Image
Shani Jayanti 2020: बचना है अगर शनि के गुस्‍से से तो इस दिन भूलकर भी न करें ये 9 काम, ये है वजह
आगरा, जागरण संवाददाता। शनि देव का नाम आते ही दिमाग में एक भय से अपने आप आ जाता है। यूं तो इंसान के जीवन में अन्‍य ग्रहों का भी प्रभाव रहता है लेकिन शनिदेव की एक दृष्टि इंसान के भाग्‍य को बना भी सकती है और बिगाड़ भी सकती है। ऐसे में शनि जयंती भी खास महत्‍व रखती है। शनि जयंती ज्येष्ठ मास की अमावस्या को मनाई जाती है। इस वर्ष शनि जयंती 22 मई को है। ज्‍योतिषाचार्य डॉ शोनू मेहरोत्रा के अनुसार शनिदेव को न्याय के देवता कहा जाता है। कहते हैं शनि भगवान कर्मों के अनुसार ही फल देते हैं। शनि देव अपने भोग काल में उन्हीं को नुकसान पहुंचाते हैं जिनके कर्म बुरे होते हैं। जिन जातकों के कर्म अच्छे होते हैं शनि भगवान उनके साथ अच्छा ही अच्छा करते हैं।

ऐसे करें पूजन

इस दिन सुबह स्नान करने के बाद घर के मंदिर में दीप प्रज्वलित करें। अगर संभव हो तो इस दिन व्रत करें। शनि देव की पूजा करें। शनि देव के मंत्र का जप करें। शनि चालीसा का पाठ करें।

शनि जयंती के दिन शनि देव को नीले रंग के पुष्प अर्पित करने चाहिए। शनि देव को प्रसन्न करने के लिए तिल, उड़द, मूंगफली का तेल, काली मिर्च, आचार, लौंग और काला नमक भी चढ़ाया जाता है।शनि देव को भोग अवश्य लगाएं।

भूलकर भी न करें ये 9 काम

- शनि जयंती पर बाल ना कटवाएं, नाखून ना काटें। ऐसा कहा जाता है कि इससे आर्थिक तरक्की रुक जाती है।

- अमावस्या के दिन पीपल की पूजा करने से शुभ फल प्राप्त होते हैं लेकिन शनिवार के अलावा अन्य दिन पीपल का स्पर्श नहीं करना चाहिए इसलिए पूजा करें लेकिन पीपल के वृक्ष का स्पर्श ना करें। इससे धन की हानि होती है।

- इस दिन पैसे का लेन-देन से बचने की कोशिश करें। किसी से कर्ज बिल्कुल ना लें।

- शनि अमावस्या के दिन शारीरिक संबंध ना बनाएं। संयम बरतें।

- इस दिन पवित्र पौधों पर से तुलसी, दुर्वा, बिल्व पत्र, पीपल के पत्ते नहीं तोड़ना चाहिए।

- अमावस्या के दिन जरूरी हो तो ही यात्रा करें, अन्यथा यात्रा बाद में करना ही बेहतर है।

- शनि जयंती के दिन कांच की वस्तुएं खरीदना वर्जित माना गया है।

- अमावस्या के दिन नए कोरे वस्त्र और नए जूते नहीं खरीदने चाहिए। इस दिन नए कोरे वस्त्र पहने भी नहीं।

- शनि जयंती के दिन किसी भी तरह बुरे आचरण से बचें। झूठ बोलने, क्रोध करने और किसी की संपत्ति पर कब्जा करने की कोशिश ना करें।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।