Agra: श्री मोर मुकुट की मिठाई में निकले भुने कीड़े, केसर बर्फी में रंग अधिक; लैब रिपोर्ट के बाद लाइसेंस निलंबित
आगरा के श्री मोर मुकुट मिष्ठान भंडार में मिलावटी मिठाइयां मिली हैं। काजू में भुने हुए कीड़े मिले हैं और केसर बर्फी में रंग की मात्रा अधिक है। मिठान भंडार का लाइसेंस निलंबित कर दिया गया है। एक अस्पताल में जब मीठे के डिब्बे पहुंचे थे तब कर्मचारी फंफूदी की शिकायत लेकर पहुंचे थे। इसके बाद मिष्ठान भंडार ने डोडा बर्फी के डिब्बे वापस ले लिए थे।
जागरण संवाददाता, आगरा। कमला नगर स्थित श्री मोर मुकुट मिष्ठान भंडार में उपभोक्ताओं की सेहत से खिलवाड़ किया जा रहा है। टूटा काजू में भुने हुए कीड़े मिले हैं। मिल्क केक को छोड़कर केसर बर्फी, बूंदी लड्डू और स्ट्राबेरी मिठाई का नमूना असुरक्षित मिला है। इन सभी में रंग की अधिकता, फैट में कमी और मानकों के अनुसार बीआर रीडिंग ठीक नहीं मिली है। जिस पर खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (एफएसडीए) ने मिष्ठान भंडार के लाइसेंस को निलंबित कर दिया है।
पांच वाद होंगे दर्ज
एक वाद एडीएम सिटी न्यायालय और चार वाद एसीजेएम कोर्ट में दर्ज कराए जा रहे हैं। एक से दो दिन में मिष्ठान भंडार को बंद करा दिया जाएगा। श्री मोर मुकुट मिष्ठान भंडार शहर का नामचीन ब्रांड है। पूर्व में यह सेठ गली में संचालित था। हर दिन हजारों की संख्या में लोग मिठाई खरीदते हैं।
शांति मांगलिक हॉस्पिटल ने दीपावली पर खरीदी थी मिठाई
फतेहाबाद रोड स्थित शांति मांगलिक हॉस्पिटल द्वारा दीपावली के दौरान 2.21 कुंतल डोडा बर्फी और इतनी ही मात्रा में गुझिया खरीदी गई थी। डोडा बर्फी में फफूंद लग गई और बदबू आ रही थी। 31 अक्टूबर को हास्पिटल स्टाफ ने डोडा बर्फी के डिब्बों को वापस कर दिया। इसकी शिकायत सहायक आयुक्त खाद्य शशांक त्रिपाठी से की गई लेकिन एक नवंबर को एक नमूना लिया गया। तीन नवंबर को दो और पांच नवंबर को टीम ने छह नमूने लिए थे। इसमें बादाम बर्फी, मिल्क केक, केसर बर्फी, बूंदी लड्डू, काजू टूटा, स्ट्राबेरी मिठाई का नमूना लिया गया था।लैब रिपोर्ट ने किया हैरान
शुक्रवार को एफएसडीए लैब से इसकी रिपोर्ट आ गई। डोडा बर्फी का भी नमूना लिया गया था। लैब से अभी तक इसकी रिपोर्ट नहीं आई है। सहायक आयुक्त खाद्य शशांक त्रिपाठी ने बताया कि टूटा काजू में भुने हुए कीड़े मिले हैं। केसर बर्फी, बूंदी लड्डू, काजू टूटा, स्ट्राबेरी मिठाई अधोमानक और असुरक्षित मिला है। इसमें रंग की अधिकता मिली है। बादाम बर्फी के नमूने में कोई मिलावट नहीं मिली है। मिल्क केक का नमूना अधोमानक मिला है। मिष्ठान भंडार के लाइसेंस को निलंबित कर दिया गया है। मिल्क केक का वाद एडीएम सिटी न्यायालय और बाकी चार के वाद एसीजेएम कोर्ट में दायर किए जाएंगे।यह है जांच रिपोर्ट
- मानक के अनुसार मिल्क केक में फैट की मात्रा 8.5 होनी चाहिए। मोर मुकुट में आठ से कम मात्रा मिली है। अधोमानक मिलने पर इसका वाद एडीएम सिटी कोर्ट में होगा।
- केसर बर्फी में खाद्य रंग 100 पार्ट्स पर मिलियन के बदले 200 से 225 मिला है। बीआर रीडिंग भी मानक के हिसाब से नहीं रही है। नमूना असुरक्षित और अधोमानक मिला है। एसीजेएम कोर्ट में वाद दायर होगा।
- बूंदी लड्डू में खाद्य रंग 100 पार्ट्स पर मिलियन के बदले 200 से 225 मिला है। असुरक्षित और अधोमानक मिला है। एसीजेएम कोर्ट में वाद दायर होगा।
- टूटा काजू : नमी की मात्रा अधिक मिली है। काजू में भुने हुए कीड़े की पुष्टि हुई है। असुरक्षित और अधोमानक मिला है। एसीजेएम कोर्ट में वाद दायर होगा।
- स्ट्राबेरी मिठाई : खाद्य रंग 100 पार्ट्स पर मिलियन के बदले 200 से 225 मिला है। इसमें दूसरे तरीके का फैट भी मिला है।
यह है जुर्माना और सजा
एडीएम सिटी कोर्ट में अधोमानक वाद दायर होता है। अधिकतम पांच लाख रुपये तक का जुर्माना लगाया जा सकता है। वहीं एसीजेएम कोर्ट में तीन माह की सजा से लेकर एक लाख रुपये तक का जुर्माना या फिर दोनों हो सकते हैं।
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वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ डा. निखिल चतुर्वेदी ने बताया कि खाद्य पदार्थों में रंग का अत्यधिक इस्तेमाल करने से बच्चों को एलर्जी हो रही है, इससे जल्दी जल्दी सर्दी जुकाम की समस्या हाेती है। इसमें इस्तेमाल होने वाले केमिकल स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होते हैं।एसएन मेडिकल कालेज के मेडिसिन विभाग के डा. मनीष बंसल ने बताया कि खाद्य पदार्थों में कीड़े के साथ ही गंदगी से फूड प्वाइजनिंग का खतरा रहता है। पेट संबंधी समस्याएं भी इसी कारण से बढ़ रही हैं।मावा से लेकर सरसों के तेल में मिली मिलावट
एफएसडीए लैब से पांच अन्य नमूनों की भी रिपोर्ट आ गई है। मावा से लेकर सरसों के तेल में मिलावट की पुष्टि हुई है। इन सब पर भी कार्रवाई की जा रही है। ईदगाह स्थित तारा चंद्र जनरल स्टोर से 28 अगस्त को खुला सरसों के तेल का नमूना लिया गया था। तेल असुरक्षित मिला है। इसमें मिलावट की पुष्टि हुई है। अल अलीम रेस्टोरेंट शहीद नगर से दो सितंबर को चिन बिरयानी का नमूना लिया गया था। बिरयानी में रंग की मात्रा मानक से अधिक मिली है। ये भी पढ़ेंः कुंदरकी उपचुनाव में पुलिस की कार्रवाई से सपा खेमे में खलबली; प्रत्याशी हाजी रिजवान, बेटे समेत 17 पर केस ये भी पढ़ेंः अनूठा है 'भाेला' की जिंदगी का संघर्ष: काल के गाल से निकल तय किया लंबा सफर, मनाई 14वीं रेस्क्यू वर्षगांठ जगरां कुमार मावा मंडी बालूगंज के यहां से 18 अगस्त को मावा का नमूना लिया गया था। इसमें भी मिलावट मिली है। बाल मुकुंद के यहां से 15 मई को धनिया पाउडर और पीयूष शर्मा फतेहाबाद के यहां से 17 अगस्त को मावा के नमूने में मिलावट मिली है। इन सभी पर कार्रवाई की जा रही है। मुकदमा भी दर्ज कराया जा रहा है।