Agra Crime: फर्जी आइडी से युवक-युवतियों के कमरे हुए थे बुक, पुलिस नहीं आएगी भरोसा देता था मालिक
आगरा में फर्जी आइडी पर कमरे बुक करने को लेकर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया है। मीडियाकर्मी से मारपीट और मोबाइल तोड़ने पर दूसरा मुकदमा दर्ज किया गया है। दो लोग फरार हैं उनमें एक संचालक भी शामिल है।
जागरण संवाददाता, आगरा। आगरा के सिकंदरा गेस्ट हाउस में छापे के बाद शनिवार रात पुलिस ने संचालक कुणाल ठाकुर और अज्ञात कर्मचारियों के खिलाफ दो मुकदमे दर्ज कर लिए। एक मुकदमा पुलिस ने अपनी ओर से दर्ज किया है। इसमें धोखाधड़ी और कूटरचित दस्तावेज बनाने और छल के लिए उनके प्रयोग की धारा लगाई गई हैं। जबकि दूसरा मुकदमा एक मीडियाकर्मी की तहरीर पर मारपीट और तोड़फोड़ की धारा में लिखा गया है।
14 युवक-युवतियां मिले थे
सिकंदरा थाने में तैनात एसआइ देवव्रत एम पांडेय द्वारा दर्ज कराए गए मुकदमे में लिखा है कि गेस्ट हाउस में मिले 14 युवक और युवतियों ने बताया कि गेस्ट हाउस में बिना आइडी के कमरा मिल जाता है इसलिए यहां आते हैं। गेस्ट हाउस संचालक अपनी तरफ से किसी का भी आधार कार्ड लगाकर रजिस्टर में एंट्री कर देता है। उन्हें यह भरोसा दिया जाता था कि यहां पुलिस नहीं आएगी। इसलिए यहां कमरा लेते थे।
पुलिस को मौके से कई आधार कार्ड मिले थे। इनमें से कोई भी गेस्ट हाउस में मौजूद नहीं था। पुलिस को आशंका है कि ये आधार कार्ड फर्जी हैं। बिना आईडी कमरा लेने वालों के लिए इनका प्रयोग किया जाता था। इसी वजह से पुलिस ने मुकदमे में कूट रचित दस्तावेज तैयार करने की भी धारा लगाई है।
परिजनों को सुपुर्द किया
मुकदमे में लिखाया गया है कि प्रारंभिक सत्यापन में आधार कार्ड फर्जी निकले। गेस्ट हाउस में पकड़े गए युवक-युवतियों को उनके परिजनों के सुपुर्द किया गया था। छापे की कार्रवाई के दौरान आस-पास के लोग भी आ गए थे। एक मीडियाकर्मी ने मारपीट का मुकदमा दर्ज कराया है। उसका आरोप है कि होटल संचालक और उसके कर्मचारियों ने छापे के दौरान वीडियो बनाने पर उसका मोबाइल तोड़ दिया और मारपीट भी की। इंस्पेक्टर सिकंदरा बलवान सिंह ने बताया कि आरोपित गेस्ट हाउस संचालक की तलाश की जा रही है। मौके से दो लोग फरार हुए थे। उनमें संचालक और एक कर्मचारी शामिल था।