कबीर सिंह शेड्स छा गए दिमाग पर, ताजनगरी के युवा अब भी दीवाने हैं इनके Agra News
फिल्म रिलीज होने के महीनों के बाद भी कम नहीं हुआ सन ग्लासेज का क्रेज। एविएटर्स और रेट्रो हैं ऑल टाइम फेवरेट।
आगरा, जागरण संवाददाता। फिल्म कबीर सिंह ने बॉक्स ऑफिस पर सौ करोड़ रुपये की कमाई की है। युवाओं के दिलों-दिमाग पर कबीर सिंह स्टाइल ने छाया हुआ है। यही कारण है कि महीनों बीत जाने के बाद भी कबीर सिंह फिल्म में शाहिद कपूर ने जो चश्मा लगाया था, वो आज भी युवाओं के वार्डरोब का हिस्सा बना हुआ है। बाजार में अभी भी कबीर सिंह शेड्स का क्रेज दिख रहा है।
शहर के युवा कई महीने बीतने के बाद भी कबीर सिंह शेड्स की दीवाने बने हुए हैं। दुकानों पर अभी भी इन चश्मों की डिमांड की जाती है। ऑनलाइन भी यह चश्मे कबीर सिंह शेड्स के नाम से ही मिल रहे हैं। संजय प्लेस स्थित प्राइम ऑप्टिकल के गजेंद्र सिंह बताते हैं कि हमारे पास युवा कबीर सिंह शेड्स की डिमांड आज भी करते हैं। हर रोज कम से कम दो युवा कबीर सिंह शेड्स खरीदने आते हैं। इनकी कीमत 400 रुपये से शुरु होती है। कबीर सिंह शेड्स के अलावा भी आजकल कई रंग-बिरंगे चश्मे युवाओं को पसंद आ रहे हैं।
एविएटर्स है पहली पसंद
शॉप ओनर रवि ने बताया कि एविएटर्स स्टाइल का फैशन हमेशा रहता है। पहले सिर्फ लड़के ही इस स्टाइल को पहनते थे, अब तो लड़कियां भी एविएटर्स लगाना पसंद करती हैं। इसके अलावा वेफेरर, रेट्रो लुक और स्पोर्टी लुक लेटेस्ट ट्रेंड में टॉप पर हैं।
रेट्रो लुक वाले गॉगल्स डिमांड में
अभी युवाओं में रेट्रो लुक वाले शेड्स खूब पसंद किए जा रहे हैं। यह स्टाइल लड़कियों में ज्यादा चलन में है। राजामंडी में चश्मा खरीद रही भूमिका ने बताया हालांकि अभी धूप नहीं है, लेकिन स्टाइल में कोई कमी नहीं होनी चाहिए।
यूवी प्रोटेक्शन वाले चश्मे जरूरी
आई एक्सपर्ट डा. समीर प्रकाश कहते हैं कि अल्ट्रावायलेटरेज से सिर्फ स्किन ही नहीं, बल्कि आंखों के लेंस और कॉर्निया को भी नुकसान पहुंचता है। आमतौर पर लोगों को लगता है कि चश्मे सिर्फ गर्मियों में लगाने चाहिए। लेकिन सर्दियों में भी तेज धूप आंखों को नुकसान पहुंचा सकती है। इसीलिए अच्छे यूवी प्रोटेक्शन वाले चश्मे ही खरीदने चाहिए।