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आगरा में आवारा कुत्तों का आतंक; बच्चों पर जानलेवा हमले, हर एक घंटे में 15 को काट रहे, ऐसे करें रैबीज की पहचान

लोगों का कहना है कि रात में कुत्तों का आतंक रहता है। कमला नगर की कालानियों में जाने से डर लगता है। अचानक से कुत्ते हमला कर देते हैं बाइक गिरने से लोगों के चोट लग रही है। पहले तो भी नगर निगम की टीम आ जाती थी लेकिन अब कुत्तों को पकड़ने के लिए कोई नहीं आता है। आतंक बढ़ता जा रहा है।

By Ajay DubeyEdited By: Abhishek SaxenaUpdated: Tue, 03 Oct 2023 08:05 AM (IST)
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हर एक घंटे में 15 लोगों को काट रहे कुत्ते, हो रहीं मौत।
जागरण संवाददाता, आगरा। कुत्तों का आतंक बढ़ता जा रहा है। हाथ पैर पर ही नहीं, खूंखार कुत्तों का झुंड जानलेवा हमले कर रहे हैं। हर एक घंटे में कुत्ता काटने की 15 घटनाएं हो रही हैं। घायल इलाज लेने और एंटी रैबीज वैक्सीन लगवाने जिला अस्पताल और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर पहुंच रहे हैं। इस वर्ष एक मृत्यु भी हुई है।

शहर में बढ़ रहा कुत्तों का आतंक

कुत्तों की संख्या लगातार बढ़ रही है, इसके साथ ही व्यवहार में भी बदलाव आ रहा है। पाश कालोनी से लेकर बस्तियों में रात में निकलना मुश्किल हो रहा है। देहात में भी आतंक कम नहीं है। जिला अस्पताल और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर हर रोज 400 से अधिक मरीज कुत्ता काटने से घायल होने पर एंटी रैबीज वैक्सीन लगवाने पहुंच रहे हैं। इसमें से 10 प्रतिशत को इलाज की जरूरत पड़ रही है।

इस तरह हर घंटे में 15 लोगों को कुत्ते काट रहे हैं। जिला अस्पताल में नौ महीने में 36 हजार एंटी रैबीज वैक्सीन लग चुकी हैं। पिछले कुछ महीने से एंटी रैबीज वैक्सीन की उपलब्धता बढ़ी है। निजी क्लीनिक पर 300 से 350 रुपये में एंटी रैबीज वैक्सीन लगाई जा रही है।

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एक बार वैक्सीन का कोर्स पूरा होने के बाद बूस्टर डोज

एक बार वैक्सीन का कोर्स पूरा होने के बाद कुत्ता और बंदर के काटने पर वैक्सीन लगवाने की जरूरत नहीं होती है। कुत्ते ने ज्यादा काट लिया है तो बूस्टर डोज ही काफी है। इसके बाद भी मरीज एक बार वैक्सीन का कोर्स पूरा होने के बाद कुत्ते के काटने पर दोबारा वैक्सीन लगवाने आ जाते हैं। वे पूर्व में लगी वैक्सीन की जानकारी तक नहीं दे रहे हैं।

एक सप्ताह से तीन महीने तक असर

विशेषज्ञों के अनुसार, कुत्ते का रैबीज होने पर उसके काटने से रैबीज वायरस का संक्रमण हो जाता है। इसका असर एक सप्ताह से लेकर तीन महीने के बीच दिखाई देता है। रैबीज के लक्षण प्रतीत होने के 24 से 36 घंटे में पीड़ित की मौत हो जाती है।

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वायरस करता है दिमाग पर असर, पानी से लगता डर

  • रैबीज वायरस दिमाग पर असर करता है। इसका संक्रमण होने पर व्यक्ति उग्र या सुस्त हो जाता है। प्रभावित व्यक्ति पानी से डर लगने लगता है। पानी में कुत्ता दिखाई देता है। रैबीज के यही लक्षण होते हैं।
  • रैबीज के शिकार कुत्तों की हो रहीं मौतें
  • रैबीज के शिकार कुत्ते दूसरे कुत्ते को काटते हैं तो वे भी रैबीज के शिकार हो रहे हैं। इनकी मौत हो रही है। ऐसे में एंटी रैबीज यूनिट बाईंपुर में कुत्तों को रैबीज के इंजेक्शन लगवाए जाते हैं।
  • कुत्तों ने इस वर्ष तीन बच्चों को नोंच कर मार डाला?
  • -डौकी के गांव कुई कुमरगढ़ में 13 जून 2023 को घर के सामने बाग में खेलती पांच वर्षीय कंचन को कुत्ते घसीट ले गए। उसे नोंच कर मार डाला। कंचन की आठ वर्षीय चचेरी बहन रश्मि को भी घायल कर दिया।

मूक-बधिर गुंजन को 12 कुत्ताें ने 26 जगह नोंच कर दी थी मौत

सिकंदरा के दहतोरा स्थित गोगोई गांव में 10 जुलाई 2022 की दोपहर 10 वर्षीय मूक-बधिर गुंजन को घर से 50 मीटर दूर भूखंड में 10-12 आवारा कुत्तों ने घेर लिया। कुत्ते उसे बुरी तरह से नोंचते रहे, मूक-बधिर गुंजन मदद के लिए शोर भी नहीं मचा सकी।राहगीरों ने कुत्तों को भगाया। गुंजन के शरीर को 26 जगह से नोचा गया था। डाक्टरों ने उसे 50 टांके लगाए।बेतहाशा दर्द से तड़पती गुंजन की 24 घंटे बाद मृत्यु हो गई थी।

-15 दिसंबर 2022 को बाह के गांव रुदमुली में पागल कुत्ते ने सगे भाइयों चार वर्षीय रामा और छह वर्ष के अमन को काट लिया। रेबीज के कारण रामा की मृत्यु हो गई।

रैबीज से हुई मौत

  1. श्री राम पेठा स्टोर के संचालक महेश खंडेलवाल की दिसंबर 2016 में कुत्ता काटने से रैबीज होने पर मौत हो गई थी।
  2.  बसई अरेला में चौथी कक्षा के छात्र प्रशांत की सितंबर 2017 में रैबीज से मौत हो गई।

कुत्ता काटने पर ये करें

  • घाव को साफ पानी और साबुन से पांच मिनट तक धोएं।
  • एआरवी की पहली डोज जल्द से जल्द लगवा लें
  • तीसरे दिन एआरवी की दूसरी डोज
  • सातवें दिन एआरवी की तीसरी डोज
  • 28वें दिन एआरवी चौथी डोज लगाई जाती है।
  • घाव ज्यादा होने पर तुरंत इम्युनोग्लोबिन लगवा लें।
  • कुत्ते पर नजर रखें, यह मर जाता है तो इलाज में लापरवाही बिलकुल न करें।

रैबीज संक्रमित कुत्ते के लक्षण

  • लार टपकती रहती है
  • काटने को दौड़ता है
  • कुछ कुत्ते सुस्त हो जाते हैं
हर महीने 15 हजार एंटी रैबीज वाइल इस्तेमाल होती हैं। टीम भेजकर लखनऊ से वैक्सीन मंगाई जाती है। 350 से 400 मरीज एंटी रैबीज वैक्सीन लगवाने हर रोज आ रहे हैं। डा. अनीता शर्मा, प्रमुख अधीक्षक जिला अस्पताल

रैबीज से संक्रमित होने पर कुत्ते के व्यवहार में बदलाव आ जाता है। ऐसे कुत्तों से बचना चाहिए। जहां से भी रैबीज से संक्रमित कुत्ते की सूचना मिलती है वहां तुरंत टीम भेजी जाती है। डा. अजय कुमार सिंह, पशु कल्याण अधिकारी, नगर निगम

बच्चों को अकेले बाहर भेजने में डर लगता है। कुत्ते सड़क पर बैठे रहते हैं, अचानक से हमला कर देते हैं। कई बार शिकायत की जा चुकी है लेकिन कोई पकड़ने नहीं आता है। माधुरी, कालिंदी विहार

कुत्तों के कारण रात में निकलना मुश्किल हो जाता है। कार और बाइक के पीछे कुत्ते भागते हैं। कई बार बाइक से लोग गिर चुके हैं। कुत्तों को मारने पर हमला कर देते हैं। रनवीर, शाहदरा

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