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Agra Airport: अच्‍छी है खबर, अर्जुन नगर गेट के पास बनेगा अब टेम्परेरी यात्री लाउंज, मिलेंगी सभी सुविधाएं

नई फ्लाइटों के शुरू होने की संभावनाओं के साथ शुरू होगा नया पर्यटन सत्र। अर्जुन नगर गेट के पास टेम्परेरी यात्री लाउंज के लिए वायुसेना ने जगह चिह्नित की। इंडिगो बनाएगा अर्जुन नगर में कार्गो सेवा के लिए अपना डिपो।

By Nirlosh KumarEdited By: Updated: Fri, 27 Aug 2021 02:03 PM (IST)
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सिविल सोसायटी आफ आगरा के प्रतिनिधिमंडल ने की एयरपोर्ट के डायरेक्टर से मुलाकात।
आगरा, जागरण संवाददाता। ताजनगरी में वायुसेना परिसर में सिविल एयरपोर्ट होने से आएदिन यात्रियों को परेशानी होती है। इसे देखते हुए टेम्परेरी टर्मिनल लाउंज के लिए वायुसेना ने अर्जुन नगर गेट के पास जगह चिह्नित कर दी है। एयरपोर्ट अथॉरिटी अब यहां लाउंज बना सकेगी। लाउंज बनने के साथ ही अर्जुन नगर गेट से सिविल एन्‍क्लेव तक आने-जाने वाले यात्रियों और उनके मेजबानों को होने वाली असुविधा खत्म हो जाएगी।

आगरा एयरपोर्ट के डायरेक्टर एए अंसारी से सिविल सोसायटी आफ आगरा के प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की। अंसारी ने अवगत कराया कि कोरोना संक्रमण की लहर में नागरिक उड्डयन भी अन्‍य क्षेत्रों की तरह प्रभावित रहा है। उन्‍होंने कहा कि नागरिक उड्डयन को हवाई यात्राओं के बढ़ते प्रचलन से सकारात्‍मक स्‍थितियां बनी ही हैं, किन्‍तु सबसे ज्‍यादा अनुकूल प्रभाव पर्यटन उद्योग से पड़ता है। अंसारी ने कहा कि आगरा आने वाले पर्यटकों की संख्या पूर्व के वर्षों की तुलना में अधिक रहना अनुमानित है, जो एयरलाइंसों के यहां से अपनी फ्लाइटों को शुरू करने की वजह साबित होगी। वर्तमान में इंडिगो की अहमदाबाद-आगरा शेड्यूल्‍ड फ्लाइट फुल रहती है। मुंबई, जयपुर और बेंगलुरु के लिये भी चलीं फ्लाइटों को भी यात्रियों की कमी कभी नहीं रही। आगरा में नई फ्लाइटें शुरू करने को लेकर अच्छी संभावनाएं हैं। कई एयरलाइंस इसके लिए जानकारियां भी मांग रही हैं, किन्तु जब बाकायदा पूरी तैयारी के साथ शेड्यूल्‍ड फ्लाइटों के प्रपोजल के साथ आगे आएंगी तभी इसके बारे में आधिकारिक रूप से कुछ कहा जा सकता है। उन्‍होंने कहा कि चार्टर प्लेन इस बार अधिक संख्या में आने की उम्मीद है, इनके क्रम की शुरूआत हो चुकी है। पर्यटन सत्र के दौरान यह तेजी के साथ बढ़ेगी।

एक जानकारी में उन्होंने बताया कि आगरा में हमेशा कार्गो बिजनेस की संभावनाएं रही हैं। इंडिगो ने इसे पहचानकर अपने ऑपरेशन में शामिल किया हुआ है। एयरलाइंस ने इसके लिए अर्जुन नगर में अपना डिपो बनाने की तैयारी कर ली है। जहां से सामान के पैकेट कलैक्‍ट और डिस्पोजल की व्यवस्था रहेगी। एयरपोर्ट चूंकि हाई सिक्‍योरिटी जोन है, इसलिए पैकेट हैंडलिंग का काम पूरे प्रोटोकॉल के साथ ही संभव है। एयरपोर्ट अथॉरिटी (आगरा एयरपोर्ट डायरेक्टर) से मिलने वाले सिविल सोसायटी आगरा के प्रतिनिधिमंडल में अध्यक्ष पार्षद शिरोमणि सिंह, महासचिव अनिल शर्मा तथा वरिष्ठ पत्रकार राजीव सक्‍सेना शामिल थे।

नया सिविल एन्क्लेव

नया सिविल एन्क्लेव बनाने के लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। इसमें बाधित तीन निर्माणों को हटाकर प्रशासन के द्वारा बाउंड्री करवाने के लिए जमीन उपलब्‍ध करवा दी गई है। लोक निर्माण विभाग को यह काम करवाना है। कब्जे में ली गई जमीन का मुआवजा प्रशासन द्वारा उनके मालिकों को भुगतान के लिये सरकारी खाते में जमा करवा दिया गया है। मल्टी लेवल पार्किंग बनाने की योजना के बाद तत्काल किसी नई जमीन के अधिग्रहण की जरूरत नहीं पड़ेगी। बाउंड्री को पूरा करवाने तथा नई टर्मिनल बिल्डिंग बनवाने का काम करवाने में अब कोई बाधा नहीं रह गयी है। अगर टर्मिनल बिल्डिंग का पुराना टेंडर ही रिवाइज्‍ड किया जाना संभव हो सका तो निर्माण कार्य तेजी के साथ संभव हो सकेगा, अन्यथा नई टेंडर प्रक्रिया शुरू होगी।

उप्र सरकार बनी केस में पार्टी

उप्र सरकार भी सुप्रीम कोर्ट में पार्टी बन गयी है। इसलिए अब उसके द्वारा उन कारणों को लेकर अपना पक्ष अधिक सशक्त तरीके से रखा जा सकेगा जो बाधा साबित होते रहे हैं। अब केवल फ्लाइटों की संख्‍या सीमित रखने का मुद्दा ही मुख्य रूप से न्यायिक विचार को रह गया है। सिविल सोसायटी आफ आगरा के महासचिव अनिल शर्मा के पूछने पर एए अंसारी ने बताया कि वायुसेना की सार्टीज और उनसे जनित प्रदूषण की स्‍टेटिक्‍स अनुपलब्‍ध है। अगर इसकी जानकारी होती भी तो यह शेयर नहीं की जा सकती थी। सिविल फ्लाइट आपरेशन के लिए इस्‍तेमाल होने वाले एयरपोर्टों में किसी से भी संबधित न तो वायु यातायात विषयक प्रदूषण की जानकारी उपलब्‍ध है और न ही फ्लाइटों की संख्‍या ही निर्धारित है। अब तक केवल एयरपोर्ट की अवस्थापना सुविधाओं (एयर स्ट्रिप, हैंगर, पार्किंग स्‍पेस, लाउंज आदि की क्षमता) का आकलन ही होता है। सिविल सोसायटी ऑफ़ आगरा के अध्‍यक्ष पार्षद शिरोमणि सिंह ने कहा कि जब देश के किसी भी एयरपोर्ट से संबधित वायुयान संचालन से जनित प्रदूषण के आंकड़े एकत्र नहीं हैं तो शिफ्ट किए जा रहे सिविल एन्क्लेव के संबंध में ये आंकड़े क्‍यों मांगे जा रहे हैं? उन्‍होंने कहा कि वह इस संबध में उप्र सरकार के माध्‍यम से आगरा के नागरिकों की वेदना को अवगत करवाने का प्रयास करेंगे।

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