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फतेहपुर सीकरी महल देखने पहुंचा दंपती, गाइड बोला- वो तो टूट गया; दरगाह में 1100 रुपये की चादर जबरन चढ़वा दी

मूल रूप से बिहार के रहने वाले और बुलंदशहर में बैंक में तैनात राहुल सिंह अपनी पत्नी प्रीति और पांच वर्षीय बच्चे के साथ शनिवार को फतेहपुर सीकरी घूमने आए थे। दोपहर 130 बजे बुलंद दरवाजा के पास दंपती ने गाइड 500 रुपये में तय किया। राहुल सिंह ने बताया कि गाइड ने उन्हें बुलंद दरवाजा शेख सलीम चिश्ती की दरगाह और बादशाही गेट दिखाया।

By Nirlosh Kumar Edited By: Mohammed Ammar Updated: Sat, 16 Nov 2024 10:06 PM (IST)
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पुलिस ने कहा- अभी पर्यटक से नहीं मिली है शिकायत।
संसू, फतेहपुर सीकरी। विश्व धरोहर फतेहपुर सीकरी घूमने आए बुलंदशहर के दंपती के साथ शनिवार को धोखाधड़ी की गई। पर्यटक द्वारा महल देखने की इच्छा जताने पर गाइड ने उनसे कह दिया कि वह तो टूट गया है।

दरगाह में 1100 रुपये की चादर जबरन चढ़वा दी गई। गाइड तय शुल्क लेकर भाग निकला। लौटते समय दंपती को पार्किंग में धोखाधड़ी की जानकारी हुई। दंपती ने गाइड की मनमानी पर नाराजगी जताई और बाद में महल पैलेस देखा। एएसआइ और पुलिस कोई शिकायत नहीं मिलने की बात कह रहे हैं।

फतेहपुर सीकरी स्मारक समूह दो भागों दरगाह परिसर और महल पैलेस में बंटा हुआ है। दरगाह परिसर में सूफी संत शेख सलीम चिश्ती की दरगाह, बुलंद दरवाजा, जामा मस्जिद हैं, जबकि महल पैलेस में जोधाबाई पैलेस, पंचमहल, अनूप तालाब, रंग महल, हिरन मीनार आदि हैं।

बुलंदशहर से महल देखने पहुंचे थे राहुल  

मूल रूप से बिहार के रहने वाले और बुलंदशहर में बैंक में तैनात राहुल सिंह अपनी पत्नी प्रीति और पांच वर्षीय बच्चे के साथ शनिवार को फतेहपुर सीकरी घूमने आए थे। दोपहर 1:30 बजे बुलंद दरवाजा के पास दंपती ने गाइड 500 रुपये में तय किया। राहुल सिंह ने बताया कि गाइड ने उन्हें बुलंद दरवाजा, शेख सलीम चिश्ती की दरगाह और बादशाही गेट दिखाया।

गाइड बोला - महल तो टूट गया है

पत्नी ने महल दिखाने की इच्छा जताई तो गाइड ने कहा कि अकबर का किला (महल पैलेस) तो टूट गया है। वहां जाना ठीक नहीं है। गाइड महल पैलेस को अकबर का किला कहते हैं। गाइड ने दरगाह में आस्था का हवाला देकर 1100 रुपये की चादर जबरन चढ़वा दी। इसके बाद अपना शुल्क लेकर भाग निकला।

दोपहर तीन बजे दंपती बस स्टैंड पहुंचे। बस स्टैंड प्रभारी रामगोपाल और शिव सिंह माहुरा से पूछा कि महल पैलेस कब टूट गया तो उन्होंने बताया कि ऐसा कुछ नहीं है। वह यथावत है। धोखाधड़ी से पर्यटक दंपती दंग रह गए। उन्हें दोबारा स्मारक देखने जाना पड़ा।

इंस्पेक्टर धर्मेंद्र दहिया का कहना है कि पर्यटक की ऐसी कोई शिकायत नहीं मिली है। वहीं, फतेहपुर सीकरी के संरक्षण सहायक दिलीप सिंह ने कहा कि पर्यटक के साथ धोखाधड़ी की शिकायत विभाग को नहीं मिली है। अगर शिकायत मिलती है तो गाइड के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।

पर्यटकों संग हो रही धोखाधड़ी

स्मारक परिसर घुमाने के नाम पर पर्यटकों के साथ धोखाधड़ी हो रही है। यह पहला मामला नहीं है। 23 अक्टूबर को पुणे के पर्यटक दंपती के साथ धोखाधड़ी हुई। उन्हें भी खंडहर बताकर स्मारक नहीं घुमाया गया था। इसके बावजूद भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण, पर्यटन, पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों ने कोई पहल नहीं की। बुलंद दरवाजा, बादशाही गेट और गुलिस्तां टूरिस्ट पार्किंग क्षेत्र में बोर्ड लगाकर पर्यटकों को धोखाधड़ी से बचाया जा सकता है।

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