Agra News: राज्य कर विभाग की छापेमारी से उड़ी व्यापारियों की नींद, अधिकारियों पर लगाया उत्पीड़न का आरोप
Tax Department Raid कर विभाग की कार्रवाई ने व्यापारियों की नींद उड़ा दी है। विभागीय टीम की रूटीन जांच के चलते शहर के कई बाजार बंद रहे। हालांकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा इस पर 72 घंटे की रोक लगाई गई है लेकिन व्यापारी स्थायी रोक की मांग कर रहे हैं।
By Jagran NewsEdited By: Piyush KumarUpdated: Tue, 13 Dec 2022 04:17 PM (IST)
जासं, आगरा: राज्य कर विभाग की कार्रवाई ने व्यापारियों की नींद उड़ा दी है। यह कार्रवाई, अधिक टर्नओवर होने के बाद भी कम लाभ दिखाने वाले व्यापारियों से कर जमा कराने और विभागीय पंजीकरण कराने के लिए की जा रही है। सोमवार को टीम ने छापेमारी नहीं की, लेकिन रूटीन जांच जारी रही और इसके चलते शहर के कई बाजार बंद रहे। राज्य कर विभाग ने छोटे व्यापारियों और बिरयानी के ठेलों पर भी छापेमारी की थी। वहीं यूपीआइ के माध्यम से बड़े लेन-देन करने वाले कारोबारियों के खाते भी खंगाले गए थे।
जांच टीम की आने की खबर सुन दुकान बंद कर रहे व्यापारी
इस जांच से व्यापारियों में दहशत का महौल है। डर के कारण सोमवार को खुलने वाले शाहगंज और सदर भट्टी बाजार भी बंद रहे। बेलनगंज और फतेहाबाद में टीमों की पहुंचने की सूचना पर कई व्यापारियों ने दुकानें बंद कर दीं थी। राज्यकर विभाग की टीम द्वारा सर्वे और छापेमारी के विरोध में व्यापारियों का आक्रोश भड़का हुआ है। तीन दिन से लोहामंडी क्षेत्र, सिकंदरा, सेवला, ताजगंज सहित दूसरे क्षेत्र के बाजार आंशिक रूप से ही खुल रहे थे। अपर आयुक्त ग्रेड वन अजय कुमार सिंह ने बताया कि सोमवार को विभाग ने अभियान नहीं चलाया बल्कि रूटीन जांच की है। छापामारी बंद करने के अभी कोई निर्देश प्राप्त नहीं हुए हैं, अभी अभियान चलता रहेगा।
यह भी पढ़ें: UP Civic Election 2022: नगर निकाय चुनाव की अधिसूचना पर जारी रहेगी हाई कोर्ट की रोक, कल पुनः होगी सुनवाई
सात दिन के अभियान में 85 लाख रूपये का कर जमा कराया गया
सात दिन में करीब 85 लाख रुपये कर के रूप में विभाग ने जमा कराए हैं। ताजगंज क्षेत्र में एक सब्जी वाले के खाते में 17 लाख रुपये जमा होने की चर्चा छिड़ी थी पर विभाग अभी इस विषय में कोई पुष्टि नहीं कर पाया है। व्यापारियों द्वारा तीन दिन से रोज विरोध किया जा रहा है। व्यापारियों द्वारा संबंधित अधिकारियों को ज्ञापन सौंप कर नाराजगी जताई जा रही थी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा 72 घंटे की रोक को व्यापारी अपनी सफलता बता रहे हैं, लेकिन वह अब भी स्थायी रोक की मांग उठा रहे हैं। इसको लेकर फेडरेशन आफ आल इंडिया व्यापार मंडल के पदाधिकारियों की बैठक होटल सीपी पैलेस पर हुई। संगठन के महानगर अध्यक्ष विकास मोहन बंसल ने कहा कि व्यापारियों के उत्पीड़न के लिए स्थायी रोक लगनी चाहिए। किसी भी व्यापारी का उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस बैठक में राजेश खुराना, माधव मोहन बंसल, राजेंद्र सिंह, चंद्र मोहन खंडेलवाल, अनिल सारस्वत और विनीत गुप्ता आदि मौजूद थे।
मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर स्थाई रूप से जांच पर रोक की मांग
उप्र उद्योग व्यापार मंडल द्वारा सोमवार को जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल को ज्ञापन सौंपा और व्यापारी उत्पीड़न पर रोक की मांग की। ज्ञापन देने वालों में जिलाध्यक्ष अनिल शर्मा, महानगर अध्यक्ष कृष्ण कुमार गोयल, राकेश गोयल, विष्णु अग्रवाल, रविकांत शर्मा आदि मौजूद थे। भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के अध्यक्ष सुधीर गुप्ता ने भी सर्वे पर रोक पर हर्ष जताया, लेकिन स्थायी रोक लगाने की मांग की है। इसके लिए मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर मांग की गई थी। उन्होंने कहा कि अभियान पर रोक का निर्णय ठीक है, इससे व्यापारियों में राहत है।यह भी पढ़ें: Basti Nikay Chunav: नौ लाख खर्च कर सकेंगे नगर पलिका अध्यक्ष के उम्मीदवार, नामांकन के लिए जरूरी हैं आठ दस्तावेज
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।