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Human Trafficking: आर्केस्ट्रा में नौकरी का लालच देकर युवतियाें की तस्करी, तीन राज्यों की लड़कियों को बनाया जाता है शिकार

Human Trafficking दिल्ली रेस्क्यू फाउंडेशन और मिशन मुक्ति फांउडेशन की सूचना पर बसई अरेला ने तीन युवतियों की तस्करी के आरोप में 11 लोगों को गिरफ्तार किया है। मध्य प्रदेश झारखंड और सोनभद्र के आदिवासी इलाकों से करते थे युवतियों की खरीद-फराेख्त।

By Tanu GuptaEdited By: Updated: Sun, 07 Feb 2021 03:08 PM (IST)
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नौकरी का लालच देकर लाने के बाद जबरन कराते थे शादी।
आगरा, जागरण संवाददाता। मध्य प्रदेश, झारखंड और सोनभद्र के आदिवासी इलाकों की युवतियों की तस्करी का मामला सामने आया है। मानव तस्करी गिरोह से जुड़े लोग आदिवासी इलाकों से युवतियों को आर्केस्ट्रा पार्टी में नौकरी का लालच देकर अपने साथ लाते थे। इसके बाद इन युवतियों की जबरन शादी करा देते थे। दूल्हे से एक लाख रुपये तक में सौदा करते थे। दिल्ली रेस्क्यू फाउंडेशन और मिशन मुक्ति फांउडेशन की सूचना पर बसई अरेला ने तीन युवतियों की तस्करी के आरोप में 11 लोगों को गिरफ्तार किया है।

एसपी ग्रामीण पूर्वी वेंकट अशोक ने बताया मिशन मुक्ति फाउंडेशन के निदेशक वीरेंद्र कुमार और उनकी टीम को युवतियों की तस्करी की सूचना मिली थी। तीन युवतियों को मध्य प्रदेश, झारखंड और सोनभद्र से आगरा लाकर उनकी जबरन शादी कराने की जानकारी उन्होने शुक्रवार को पुलिस को दी। अरनौटा पुलिस चौकी पर चेकिंग के दौरान दो बुलेरो में सवार 11 लोगों को पकड़ा। गाड़ी से मध्य प्रदेश के सिगरौली जिले, झारखंड के जिला गढ़वा और सोनभद्र की तीन युवतियां मिलीं।

एसपी ग्रामीण ने बताया कि गिरोह से पूछताछ मे पता चला है कि वह गरीब आदिवासी परिवारों की युवतियों को अपने जाल में तीन तरह से फंसाता था। गिरोह में शामिल महिलाएं युवतियों को आर्केस्ट्रा पार्टी में नाचने-गाने के बदले हजारों रुपये का लालच देतीं। युवतियों और उनके स्वजन के राजी होने पर सरगना रमेश उन्हें लेकर आता था। वह इन युवतियों को बासौनी निवासी मुन्नालाल के पास ले जाता। वह युवतियों की शादी कराता है। गिरफ्तार आरोपितों से विस्तृत पूछताछ में कई अहम जानकारी मिली हैं। गिरोह आगरा के अलावा फीरोजाबाद और इटावा में भी युवतियों की शादी करा चुका है। 

ये हुए गिरफ्तार

गिरोह का सरगना रमेश, नालेश, रामवृक्ष, विजय और बृजेश, निवासी पन्नूगंज सोनभद्र, अमित, प्रेमा देवी और आशा निवासी थाना माची सोनभद्र, प्रेमबाबू निवासी खरोंदी, जिला गढ़वा झारखंड, प्रदीप निवासी हंसराजपुर थाना एकमा जिला सीवान बिहार, मुन्नालाल निवासी पुरा कनहेरा थाना बासौनी।

बेटे की शादी कराने पर गिरोह के संपर्क में आया था मुन्नालाल

एसपी ग्रामीण ने बताया आरोपित मुन्नालाल ने चार वर्ष पहले अपने बेटे की शादी रमेश, रामवृक्ष, आशा और प्रेमवती की मदद से कराई थी। इसके बाद से वह गिराेह के संपर्क में आ गया। गिरोह का सरगना रमेश वर्ष 2006 में हत्या के मामले में जेल भी जा चुका है। वहीं आरोपित प्रेमबाबू तीन वर्ष पहले एक किशोरी को बहला फुसलाकर साथ ले गया था। उसे कौंध जिले में बेचा दिया था। किशाेरी के स्वजन उसे खोजते हुए वहां पहुंच गए थे। उन्होंने पुलिस की मदद से उसे बरामद कर लिया था। 

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