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लखनऊ एक्सप्रेसवे पर कंटेनर से टकराई सॉफ्टवेयर इंजीनियर की कार, पांच साल के बच्चे की मौत

आगरा के लखनऊ एक्सप्रेसवे पर एक दर्दनाक हादसा हुआ जिसमें एक पांच साल के बच्चे की मौत हो गई। वाराणसी से गाजियाबाद जा रहे सॉफ्टवेयर इंजीनियर की कार आगे चल रहे कंटेनर से टकरा गई। बच्चा अपने पिता के बराबर वाली सीट पर बैठा था और उसने सीट बेल्ट नहीं लगा रखी थी। दुर्घटना में बच्चे के माता-पिता गंभीर रूप से घायल हो गए।

By Ali Abbas Edited By: Abhishek Pandey Updated: Mon, 04 Nov 2024 10:14 AM (IST)
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लखनऊ एक्सप्रेसवे पर कंटेनर से टकराई सॉफ्टवेयर इंजीनियर की कार
संवाद सूत्र, फतेहाबाद (आगरा)। दीपावली की छुट्टियां मनाकर वाराणसी से गाजियाबाद जा रहे सॉफ्टवेयर इंजीनियर की कार रविवार सुबह लखनऊ एक्सप्रेसवे पर आगे जा रहे कंटेनर से टकरा गई। दुर्घटना में पिता के बराबर आगे की सीट पर बैठे पांच वर्ष के बेटे की मृत्यु हो गई। साफ्टवेयर इंजीनियर और उनकी पत्नी गंभीर घायल हो गए।

दुर्घटना रविवार सुबह 8:30 बजे डौकी थाना क्षेत्र में हुई। महमूर गंज, वाराणसी के 32 वर्षीय संदीप मिश्रा नोएडा में एक आइटी कंपनी में साफ्टवेयर इंजीनियर हैं। गाजियाबाद में परिवार समेत किराए पर रहते हैं। परिवार के विपिन मिश्रा ने बताया कि दीपावली की छुट्टियों के बाद संदीप अपनी पत्नी प्रिया मिश्रा और पांच वर्ष के बेटे अर्नित के साथ कार से गाजियाबाद जा रहे थे। बेटा अर्नित उनके बराबर में और प्रिया मिश्रा पीछे की सीट पर बैठी थीं।

कंटेनर से टकराई कार

लखनऊ एक्सप्रेसवे पर आगरा से छह किलोमीटर पहले संदीप की कार के आगे चल रहे कंटेनर के चालक ने उसकी गति अचानक धीमी कर दी। कंटेनर के पीछे चल रहे संदीप मिश्रा ने कार को नियंत्रित करने का प्रयास किया। कंटेनर का पिछला हिस्सा कार चालक की सीट के बराबर वाले हिस्से से टकरा गया। अर्नित का सिर कार की छत से टकरा गया।

राहगीरों की सूचना पर पुलिस संदीप उनकी पत्नी प्रिया और बेटे अर्नित को शहीद नगर स्थित उपाध्याय हास्पिटल लेकर पहुंची। यहां चिकित्सक ने अर्नित को मृत घोषित कर दिया। बच्चे की मृत्यु की खबर सुन वाराणसी से शाम को विपिन कुमार मिश्रा समेत अन्य स्वजन आगरा पहंच गए। इंस्पेक्टर डौकी जय नारायण सिंह ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद बच्चे के शव को स्वजन के सिपुर्द कर दिया। दंपती की हालत खतरे से बाहर है, उन्हें वाराणसी ले गए।

सीट बेल्ट लगी होती तो बच जाती जान

ड्राइविंग कर रहे पिता के बराबर में बैठे पांच वर्ष के अर्नित ने सीट बेल्ट नहीं लगा रखी थी। वह मां से जिद करके पिता के पास कुछ देर के लिए बैठने आया था। इसी दौरान दुर्घटना हो गई। मौके पर जुटे राहगीरों का कहना था कि सीट बेल्ट लगी होती तो एयर बैलून खुलने से शायद मासूम की जान नहीं जाती।

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