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मथुरा से झांसी तक तीसरी रेल लाइन पर 160 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ेंगी ट्रेन

मथुरा से झांसी तक तीसरी रेलवे लाइन के बीच 4108 पेड़ों को काटने की सुप्रीम कोर्ट ने अनुमति दे दी है। अब इसके बाद तीसरी रेल लाइन के काम में तेजी आएगी। तीसरी रेल लाइन बनने से ट्रेनों की रफ्तार में तेजी आएगी। इससे यात्रियों को सुविधा होगी।

By Prateek GuptaEdited By: Updated: Sat, 30 Jan 2021 01:38 PM (IST)
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मथुरा से झांसी के बीच तीसरी रेललाइन का काम तेजी से पूरा होगा।

आगरा, जागरण संवाददाता। मथुरा से झांसी तक बनाई जा रही तीसरी रेलवे लाइन पर ट्रेनें 160 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से दौडे़ंगी। ट्रैक को इस रफ्तार के हिसाब से ही बनाया जा रहा रहा है। इस ट्रैक के बनने से ट्रेनों की रफ्तार में इजाफा होगा। साथ ही यात्रियों को भी सुविधा होगी।

मथुरा से झांसी तक तीसरी रेलवे लाइन के बीच 4108 पेड़ों को काटने की सुप्रीम कोर्ट ने अनुमति दे दी है। अब इसके बाद तीसरी रेल लाइन के काम में तेजी आएगी। तीसरी रेल लाइन बनने से ट्रेनों की रफ्तार में तेजी आएगी। इससे यात्रियों को सुविधा होगी। मथुरा से झांसी के बीच रेलवे ट्रैक पर 100 से ज्यादा ट्रेनें दौड़ती हैं। इसके अलावा बड़ी संख्या में मालगाड़ियां भी गुजरती हैं। ऐसे में ट्रैक व्यस्त रहता है। गतिमान, शताब्दी, राजधानी जैसी ट्रेनों को निकालने के लिए दूसरी ट्रेनों को खड़ा करना पड़ता है। वहीं, मेल-एक्सप्रेस ट्रेनों को गुजारने के लिए मालगाड़ियों को लूप लाइन पर खड़ा करना पड़ता है। तीसरी लाइन बनने के बाद ट्रैक पर दबाव कम होगा। इससे ट्रेनों की रफ्तार बढे़गी। तीसरी रेल लाइन का निर्माण 160 किमी प्रति घंटा की रफ्तार के हिसाब से किया जा रहा है। तीसरी रेल लाइन आगरा शहर में होकर नहीं गुजरेगी। राजा की मंडी औरा आगरा कैंट स्टेशन पर तीसरी लाइन के लिए जमीन न होने के कारण इसे कीठम से बाइपास किया जाएगा। यह लाइन कीठम से भाड़ई स्टेशन तक बाइपास बनेगी। बाइपास रेल लाइन की दूरी 26 किमी की होगी।