UP News: ताजमहल में बंदर भगाने के साथ कुत्ते रोकेगा एएसआई, चार अस्थायी कर्मचारी बढ़ाने के निर्देश
ताजमहल में पर्यटकों को बंदरों के उत्पात से परेशानी हो रही है। इसे देखते हुए भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ने बंदर भगाने के लिए अस्थायी कर्मचारियों को तैनात किया है। लंगूर की आवाज निकालने में कुशल व्यक्ति की तैनाती पर भी विचार किया जा रहा है। इसके अलावा ताजमहल के गेट पर जाली लगाई जाएगी ताकि कुत्ते अंदर न घुस सकें।
जागरण संवाददाता, आगरा। ताजमहल में पर्यटकों के लिए समस्या बने बंदर भगाने को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ने अस्थायी कर्मचारियों को तैनात किया है। इनकी संख्या बढ़ाने के साथ लंगूर की आवाज निकालने में कुशल व्यक्ति की तैनाती पर भी विचार किया जा रहा है। स्मारक में कुत्तों को प्रवेश से रोकने के लिए गेट पर जाली लगाई जाएगी।
ताजमहल के आसपास इन दिनों बंदरों का उत्पात बढ़ गया है। स्मारक के बाहर पर्यटकों को बंदरों द्वारा काटने की कई घटनाएं हो चुकी हैं। ताजमहल परिसर में पिछले दिनों महिला पर्यटकों पर बंदर ने झपट्टा मारा था, जिससे उनके नाखून लग गए थे।
एएसआई ने इसे नकारते हुए युवक को बंदर द्वारा घुड़की देने की बात कही थी। ताज सुरक्षा व पर्यटन पुलिस पर्यटकों को सुरक्षित महसूस कराने को एंटी मंकी रेप्लर मशीन मंगाने और दिल्ली से लंगूर की आवाज निकालने में कुशल व्यक्तियों को बुलाने की योजना पर काम कर रही है।
एएसआई ने भी इस दिशा में कदम बढ़ाए हैं। स्मारक में सात-आठ कर्मचारियों को अस्थायी तौर पर बंदरों को भगाने के लिए तैनात किया गया है। यहां चार अस्थायी कर्मचारी और बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। ताजमहल में कुत्ते भी प्रवेश कर जाते हैं। उन्हें रोकने को स्मारक के गेटों पर जाली लगाई जाएगी।
अधीक्षण पुरातत्वविद डा. राजकुमार पटेल ने बताया कि ताजमहल में बंदरों को भगाने के लिए सात-आठ अस्थायी कर्मचारी तैनात किए गए हैं। संरक्षण सहायक को इनकी संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं।