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UP Police Constable Exam: आगरा में चौंकाने वाली जानकारी सामने आई, पुलिस भर्ती में सक्रिय था बिहार का साल्वर गैंग

UP Police Exam News In Hindi आगरा में पुलिस भर्ती परीक्षा में सक्रिय था बिहार का साल्वर गिरोह। पुलिस ने इटावा में मनोज के गिरोह के अन्य सदस्य पकड़े गए थे। मनोज ने पूछताछ में पुलिस को बताया था उसे एक एजेंट ने 40 हजार रुपये में भेजा था। उसे 10 हजार रुपये पेशगी में दिए गए थे। बाकी रकम परीक्षा के बाद मिलनी थी।

By Jagran News Edited By: Abhishek Saxena Updated: Tue, 20 Feb 2024 07:31 AM (IST)
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Agra News: पुलिस भर्ती परीक्षा में सक्रिय था बिहार का साल्वर गिरोह
जागरण संवाददाता, आगरा। कमिश्नरेट में शनिवार और रविवर को आयाेजित पुलिस भर्ती परीक्षा में बिहार का साल्वर गिरोह सक्रिय था। पुलिस ने बिहार के तीन साल्वर को गिरफ्तार किया। दो दिन चली परीक्षा में पुलिस ने 23 मुकदमे दर्ज कर साल्वरों और अभ्यर्थियों समेत 25 लोगों को जेल भेजा। इसमें दो आरक्षी भी शामिल थे। मुकदमों में दो दर्जन लोग वांछित है, सभी अभ्यर्थी हैं।

न्यू आगरा क्षेत्र स्थित बीएम इंटर कालेज से मधुबनी बिहार के रहने वाले साल्वर मनोज कुमार को पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार किया था। वह फिरोजाबाद के बृजकिशोर यादव की जगह परीक्षा देने आया था। साल्वर के परीक्षा में बैठने की सूचना पुलिस को इटावा से मिली थी। 

दूसरे दिन पुलिस ने पकड़ा

वहीं, शाहगंज क्षेत्र में दूसरे दिन परीक्षा में ज्ञान सिंह इंटर कालेज से पुलिस ने साल्वर विकास कुमार को पकड़ा था।वह शिव कुमार की जगह परीक्षा देने आया था। साल्वर गांव पलवलपुर भागुन थाना कैन जिला नालंदा बिहार का रहने वाला है।विकास कुमार ने पूछताछ में बताया कि वह एक एजेंट के माध्यम से आगरा आया था। उसे 50 हजार रुपये मिलने थे। पेशगी के रूप में 25 हजार रुपये दिए गए थे। परीक्षा केंद्र पर उसे अभ्यर्थी शिव कुमार छोड़कर गया था।

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बिहार का रहने वाला है साल्वर

शाहगंज पुलिस ने एक अन्य साल्वर मोनू मंडल को गिरफ्तार किया। वह गांव सिलौटा थाना शंभूगंज जिला बांक बिहार का रहने वाला है। वह अभ्यर्थी जतिन यादव निवासी बाह की जगह परीक्षा देने आया था। उसे भी एक एजेंट ने 50 हजार रुपये में तय किया था। परीक्षा में बैठने से पहले 25 हजार रुपये उसे दिए गए थे। पुलिस ने सोमवार को अभ्यर्थी जतिन यादव को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।

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जीजा ने साल्वर की व्यवस्था की

एत्मादपुर के एक अभ्यर्थी विमल को परीक्षा में पास कराने के लिए उसके सिपाही जीजा ने साल्वर की व्यवस्था की थी। परीक्षा में पास कराने के लिए साल्वर विक्रम सिंह को पांच लाख रुपये में ठेका दिया था। साल्वर से पूछताछ के आधार पर पुलिस ने अभ्यर्थी उसके पिता को आरोपित बनाया है। डीसीपी सिटी सूरज कुमार राय ने बताया मुकदमों में साल्वर के साथ अभ्यर्थियों को आरोपित बनाया है। उनकी गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा है।

पहचान एप से जोड़ा जाएगा साल्वरों का डाटा

डीसीपी सिटी सूरज कुमार राय ने बताया गिरफ्तार साल्वरों का डाटा आपरेशन पहचान एप में डाला जाएगा। एप में पिछले 10 वर्ष का डाटा है। इसमें आरोपित का नाम डालते ही उसका पूरा विवरण आ जाता है। अब साल्वरों का डाटा भी अब एप में फीड किया जाएगा। इससे किसी साल्वर के पकड़े जाने पर उसका नाम डालते ही पिछला सारा आपराधिक इतिहास आ जाएगा।

दो जिलों में दो नाम से बैठे, बायोमैट्रिक में पकड़ा गया

पुलिस ने ऐसे अभ्यर्थी को भी पकड़ा, जो दो अलग-अलग नाम से परीक्षा में बैठा था। थाना गोंडा अलीगढ़ के रहने वाले मोनू को पुलिस ने ट्रांस यमुना थाना क्षेत्र के परीक्षा केंद्र से पकड़ा। वह सचिन के नाम से परीक्षा देने आया था। बायोमैट्रिक में पकड़ा गया, पूछताछ की तो पता चला कि उसने मोनू और सचिन दोनों नाम से आवेदन किया था। दोनों आवेदन में एक ही फोटो लगाया था। पहले दिन उसने अपने नाम से कासगंज में परीक्षा दी। दूसरी पाली में वह भाई सचिन की जगह परीक्षा देने आया था। फिंगर प्रिंट के चलते पकड़ा गया। 

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