UP Yogi Cabinet: पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री बने जयवीर सिंह, विकास की लगी उम्मीदें
अब तक सुविधाओं और प्रचार को जूझ रहा है समान पक्षी विहार जिले में पौराणिक स्थलों का भी नहीं हो सका है पर्यटन विकास मैनपुरी जनपद में दस सालों बाद सदर सीट पर कमल खिला था। जिसका तोहफा जयवीर सिंह को मिला है।
By Abhishek SaxenaEdited By: Updated: Mon, 28 Mar 2022 10:08 PM (IST)
मैनपुरी, जागरण टीम। मैनपुरी विधानसभा सीट से विधायक जयवीर सिंह को भाजपा सरकार में पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री बनाया गया है। उनको पर्यटन मंत्रालय मिलने के बाद जिले वासियों को पर्यटन विकास की उम्मीद जाग गई है। जिले में समान पक्षी विहार तो है ही, सारस सर्किट और पौराणिक स्थलों के भी पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित होने की संभावनाएं हैं।
जयवीर सिंह ने मैनपुरी सीट पर सपा के दो बार के कब्जे को खत्म कर भाजपा को जीत दिलाई है। इसके उपहार के रूप में ही उनको मंत्रिमंडल में जगह मिली और अब पर्यटन एवं संस्कृति जैसा महत्वपूर्ण विभाग दिया गया है। उनके पर्यटन मंत्री बनने से जिले वासी भी उत्साह में डूबे हैं।
समान पक्षी विहार का महत्व
मयन ऋषि की तपोभूमि कभी इस लिहाज से प्राथमिकता में नहीं रही। यहां समान पक्षी विहार है तो मयन ऋषि के आश्रम जैसे कई पौराणिक महत्व के स्थल भी। प्रसिद्ध बौद्ध तीर्थ संकिसा भी यहां की सीमा से सटा है, परंतु इसके बाद भी सैलानियाें की आमद लगभग शून्य है। जिले वासियों को सबसे बड़ी उम्मीद समान पक्षी विहार के विकास की है। विकास खंड किशनी के समान में तीन वर्ग किलोमीटर के क्षेत्रफल में शासन ने वर्षों पहले पक्षी विहार की स्थापना कराई थी।
साल भर लगभग शांत सा रहने वाला यह क्षेत्र सर्दियों के मौसम में अचानक पक्षियों के कलरव से गुलजार हो जाता है। लगभग चार से पांच हजार किमी की दूरी की उड़ान भरकर विदेशी परिंदे साइबेरिया, मध्यचीन, आस्ट्रेलिया तथा मंगोलिया के अलावा हिमालय के तराई वाले क्षेत्रों से हजारों की तादात में पक्षी यहां आते हैं। मेहमान परिंदे यहां अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हैं। कहने को सरकार ने कई बार यहां पर्यटन सुविधाओं के विकास की बात की, परंतु कभी यह हकीकत नहीं बन सका।
पर्यटन की उम्मीद जगीसमान पक्षी विहार के प्रचार-प्रसार के लिए भी कभी कोई प्रयास नहीं किया गया। अब जिले के विधायक पर यह मंत्रालय होने से समान में पर्यटक सुविधाओं के समुचित विकास और पर्याप्त प्रचार-प्रसार की संभावना जताई जा रही है। सारस सर्किट के प्रचार की आसयोगी सरकार के पिछले कार्यकाल में जिले में चालीस किलोमीटर के दायरे में बिखरे वेटलैंड को सहेज तक सारस सर्किट बनाया गया है।
पक्षियों को निहारने के लिए वाच टावर भी बनाए गए। परंतु यहां अब तक पर्यटकों की आमद संभव नहीं हो पाई है। अब इस सर्किट को भी पूरी तवज्जो मिलने की बात कही जा रही है। पौराणिक स्थलों के बहुरने की उम्मीद योगी सरकार ने बीते कार्यकाल में एक विधानसभा- एक पर्यटन योजना शुरू की थी। इसके तहत जिले के बाबा लालपुरी मंदिर, पनवा झील और च्यवन ऋषि आश्रम को पर्यटक केंद्र बनाने का प्रस्ताव दिया था। परंतु इस दिशा में कोई काम नहीं हुआ। वहीं जिले में मार्कंडेय आश्रम सहित कई अन्य पौराणिक स्थलों को भी पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित किया जा सकता है।
सरकार में जो जिम्मेदारी मिली है, उसका पूरी जिम्मेदारी के साथ निर्वहन करूंगा। प्रदेश भर में पर्यटन को बढ़ावा दिया जाएगा। अन्य पर्यटन स्थलों के साथ जिले के स्थलों को भी विकसित करने की संभावनाएं तलाशी जाएंगीं। जयवीर सिंह, पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री उप्र सरकार
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