Agra Metro Rail Project: काश, एंटी स्मोग गन का प्रयोग करें सभी निर्माण एजेंसियां, ये है विशेषता
Agra Metro Rail Project आगरा स्मार्ट सिटी प्रशासन एनएचएआई और जल निगम के सबसे अधिक चल रहे हैं प्रोजेक्ट। उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने वायु प्रदूषण को रोकने के लिए लगा रखी है गन। पीएसी ग्राउंड में बन रहे डिपो में एंटी स्मोग गन का प्रयोग हो रहा।
आगरा, जागरण संवाददाता। यूं तो शहर में हर विभाग कोई ना कोई कार्य करा रहा है फिर वह चाहे आगरा विकास प्राधिकरण हो या फिर नगर निगम व आगरा स्मार्ट सिटी प्रशासन। लेकिन वायु प्रदूषण की रोकथाम के लिए सबसे बेहतर कार्य उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने किया है। पीएसी ग्राउंड में बन रहे मेट्रो के पहले डिपो में एंटी स्मोग गन का प्रयोग किया जा रहा है।
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा नेशनल हाईवे 19 को छह लेन किया जा रहा है। या कार्य अक्टूबर 2012 में शुरू हुआ था लेकिन अभी तक पूरा नहीं हुआ है चौड़ीकरण का कार्य अगले साल पूरा होने की उम्मीद है। मिट्टी ना उड़े इसके लिए एनएचएआई ने कोई व्यवस्था नहीं की है । इसी तरीके से आगरा विकास प्राधिकरण द्वारा इनर रिंग रोड के दूसरे चरण का निर्माण किया जा रहा है वहां पर भी संरक्षा और वायु प्रदूषण को रोकने के लिए कोई इंतजाम नहीं किए गए हैं। जल निगम द्वारा शहर में सीवर और पानी की पाइप लाइन बिछाई जा रही हैं। हर गली और मोहल्ले की खुदाई हो रही है लेकिन जिस तरीके से इंतजाम किए जाने चाहिए वह नहीं किए गए हैं । खुदाई के दौरान मिट्टी उनमें से लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। शिकायतें होती है लेकिन ठोस कार्यवाही ना होने के चलते निर्माण दाई एजेंसी द्वारा संरक्षा के इंतजाम नहीं किए जा रहे हैं। आगरा स्मार्ट सिटी द्वारा फतेहाबाद रोड मायापुर सहित अन्य क्षेत्रों में विभिन्न विकास कार्य कराए जा रहे हैं जहां हर पल मिट्टी उड़ती रहती है। उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के एक अधिकारी ने बताया कि एंटी स्मोग गन से फतेहाबाद रोड पर भी पानी का छिड़काव कराया जाता है । यह गन 360 डिग्री एंगल पर घूमती है। 20 फीट से अधिक ऊंचाई तक पानी का फव्वारा फेंकती है । इससे धूल कण जमीन पर बैठ जाते हैं।