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वाराणसी से आगरा आ रही थी वंदे भारत ट्रेन, तेज आवाज आई और थम गए गाड़ी के पहिए; यात्रियों में मची खलबली

Vande Bharat Train Accident वाराणसी से आगरा आ रही वंदे भारत एक्सप्रेस सोमवार रात हादसे का शिकार होने से बच गई। छलेसर स्टेशन के पास ट्रेन के इंजन से पशु टकरा गया। टक्कर इतनी तेज थी कि बंपर का कुछ हिस्सा टूट गया। इस घटना के चलते दो घंटे तक ट्रेन खड़ी रही। इस दौरान ट्रेन में बैठे यात्रियों में हड़कंप मच गया।

By Jagran News Edited By: Abhishek Saxena Updated: Tue, 12 Nov 2024 08:10 AM (IST)
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छलेसर पर बेसहारा पशु से टकराने के बाद खड़ी वंदे भारत ट्रेन।
जागरण संवाददाता, आगरा। वाराणसी से आगरा आ रही वंदे भारत सोमवार रात हादसे का शिकार होने से बच गई। छलेसर स्टेशन के पास ट्रेन के इंजन से पशु टकरा गया। टक्कर इतनी तेज थी कि बंपर का कुछ हिस्सा टूट गया। इस घटना के चलते दो घंटे तक ट्रेन खड़ी रही।

इस दौरान ट्रेन में बैठे यात्रियों में हड़कंप मच गया। लोको पायलट और सहायक लोको पायलट के सुरक्षित होने की जानकारी देने के बाद यात्रियों ने राहत की सांस ली।

वंदे भारत ट्रेन रोजाना सुबह छह बजे आगरा कैंट से वाराणसी के लिए रवाना होती है। दोपहर एक बजे वाराणसी पहुंचने के बाद तीन बजे ट्रेन की आगरा के लिए वापसी होती है।

ट्रेन से टकराया बेसहारा पशु

सोमवार को आगरा वापस लौटते समय छलेसर से एत्मादपुर के बीच ट्रेन से बेसहारा पशु टकरा गया। तेज आवाज के साथ ट्रेन का अगला हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया। लोको पायलट द्वारा ट्रेन रोकने के बाद रेलवे की टेक्निकल टीम ने मुआयना किया और करीब दो घंटे बाद ट्रेन कैंट स्टेशन के लिए रवाना हुई। जिस वक्त यह हादसा हुआ उस दौरान ट्रेन की गति 50 किलोमीटर प्रति घंटा थी। लोको पायलट ने आपातकालीन ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोका। 

छह दिन चलती है ट्रेन

आगरा से बनारस चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन शुक्रवार को छोड़कर हर दिन चलती है। आठ कोच की यह ट्रेन सुबह छह बजे कैंट स्टेशन से चलकर दोपहर एक बजे वाराणसी पहुंचती है। वहीं दोपहर 3.20 बजे वाराणसी से चलकर रात 10.20 बजे कैंट पहुंचती है। इस ट्रेन से 551 किलोमीटर की दूरी मात्र सात घंटे में तय होती है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 16 सितंबर को अहमदाबाद, गुजरात से वर्चुअल माध्यम से आगरा-वाराणसी वंदे भारत को हरी झंडी दिखकर रवाना किया था।

इस तरह की है वंदे भारत ट्रेन

इस वंदे भारत ट्रेन में सात चेयरकार और एक एग्जीक्यूटिव श्रेणी का कोच है। यह ट्रेन टूंडला जंक्शन, इटावा जंक्शन, कानपुर सेंट्रल और प्रयागराज जंक्शन में रुकती है।

कानपुर सेंट्रल और प्रयागराज जंक्शन में ट्रेन पांच-पांच मिनट और बाकी स्टेशन में दो-दो मिनट का स्टॉपेज है। ट्रेन की मरम्मत का कार्य आगरा में होता है। इस ट्रेन को

वंदे भारत ट्रेन में 602 सीट

एक चेयरकार कोच में 78 और एग्जीक्यूटिव श्रेणी के कोच में 56 यात्री सफर कर सकते हैं। भगवा रंग की वंदे भारत में सीसीटीवी कैमरे कोच के भीतर और बाहर की तरफ लगे हुए हैं। आठ कोच में सात चेयरकार और एक एग्जीक्यूटिव श्रेणी का होगा। यानी कुल 602 सीट हैं।


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