Vande Bharat Train: एक और वंदे भारत ट्रेन की सौगात, अब आगरा-वाराणसी का सफर मात्र सात घंटे में होगा पूरा
Vande Bharat Train Schedule Agra To Vanaras दो दिन पहले ही उदयपुर−आगरा वंदे भारत की शुरुआत के बाद अब एक और वंदे भारत आगरा मंडल को मिली है। बनारस से आगरा के लिए वंदे भारत मिली है। वाराणसी और प्रयागराज से हर दिन हजारों की संख्या में पर्यटक आगरा आते हैं। 12 कोच की यह ट्रेन शुक्रवार को छोड़कर सप्ताह में छह दिन चलेगी।
जागरण संवाददाता, आगरा। Vande Bharat Train: दो दिन में आगरा रेल मंडल को दूसरी वंदे भारत मिल गई है। रेलवे बोर्ड ने आगरा से वाराणसी के मध्य वंदे भारत के संचालन को मंजूरी दे दी है। 573 किमी की दूरी सात घंटे में तय होगी। अभी इस दूरी को तय करने में दस घंटे से अधिक का समय लगता है।
मंडल की यह चौथी वंदे भारत होगी। इसकी औसत गति 81.86 किमी प्रति घंटा होगी। रेलवे द्वारा जल्द ही ट्रेन का किराया और संचालन की तारीख घोषित की जाएगी। इस ट्रेन के चलने से आगरा के पर्यटन को पंख लगेंगे।
काफी समय से थी मांग
प्रयागराज, अयोध्या और वाराणसी के लिए लंबे समय से वंदे भारत की मांग की जा रही थी। आगरा रेल मंडल प्रशासन ने हाल ही में अयोध्या और वाराणसी वंदे भारत का प्रस्ताव भेजा था। मुख्य यात्री परिवहन प्रबंधक (सीपीटीएम) बसंत कुमार शर्मा ने आदेश जारी कर दिए हैं। आगरा कैंट रेलवे स्टेशन से ट्रेन सुबह छह चलेगी और दोपहर एक बजे वाराणसी पहुंचेगी। वाराणसी स्टेशन से दोपहर 3.20 बजे चलेगी और रात 10.22 बजे आगरा पहुंचेगी। ट्रेन प्रयागराज जंक्शन, कानपुर सेंट्रल, इटावा, टूंडला स्टेशन में रुकेगी। ट्रेन की अधिकतम गति 160 किमी और औसत गति 81.86 किमी होगी।छह दिन चलेगी उदयपुर वंदे भारत
वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक अमित आनंद ने बताया कि ट्रेन का किराया और तारीख जल्द घोषित किया जाएगा। आगरा रेल मंडल की यह चौथी वंदे भारत है। तीसरी वंदे भारत का संचालन दो सितंबर को उदयपुर-आगरा कैंट वंदे भारत का संचालन शुरू हुआ है। ट्रेन शुक्रवार को छोड़कर छह दिन चलेगी। उत्तर मध्य रेलवे की यह पहली ट्रेन है। मरम्मत कार्य आगरा में होगा।
मंडल में कब कौन सी वंदे भारत चली
- पहली वंदे भारत, अप्रैल 2023 में रानी कमलापति भोपाल से हजरत निजामुद्दीन
- दूसरी वंदे भारत, मार्च 2024 में हजरत निजामु्द्दीन से खजुराहो
- तीसरी वंदे भारत, दो सितंबर 2024 में उदयपुर से आगरा कैंट
- चौथी वंदे भारत, जल्द ही वाराणसी से आगरा कैंट
12 कोच होंगे
वाराणसी से आगरा के मध्य चलने वाली वंदे भारत में 12 कोच होंगे। इसमें दस कोच चेयरकार श्रेणी और दो कोच एग्जीक्यूटिव श्रेणी के होंगे। एक चेयरकार कोच में 78 और एक एग्जीक्यूटिव कोच में 56 सीट होती है।हर दिन आते हैं हजारों पर्यटक
वाराणसी और प्रयागराज से हर दिन हजारों की संख्या में पर्यटक आते हैं। यह पर्यटक ताजमहल, फतेहपुर सीकरी सहित अन्य पर्यटक स्थल जाते हैं। पर्यटन उद्यमियों द्वारा लंबे समय से आगरा से वाराणसी के मध्य वंदे भारत के संचालन की मांग की जा रही थी। वहीं अब आगरा से प्रयागराज के मध्य वंदे भारत नहीं चलेगी। अगले साल प्रयागराज में महाकुंभ मेला होने जा रहा है। ऐसे में यह माना जा रहा है कि वंदे भारत में यात्रियों की संख्या में कोई कमी नहीं होगी।
ये भी पढ़ेंः IAS Transfer: उत्तराखंड सरकार ने किया बड़ा फेरबदल, छह जिलों के जिला अधिकारी सहित 45 अधिकारियों के तबादलेआगरा-वाराणसी वंदे भारत पर्यटन के नजरिए से ठीक है। इससे पर्यटन उद्योग को फायदा होगा। पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी। अन्य शहरों के लिए ऐसी ट्रेन का संचालन होना चाहिए। सुनील गुप्ता, चेयरमैन नादर्न रीजन, इंडियन एसोसिएशन आफ टूर ऑपरेटर्स लंबे समय से आगरा से वाराणसी और प्रयागराज के लिए ट्रेन की मांग की जा रही थी। अब जाकर यह मांग पूरी हुई है। आगरा के लिए यह बड़ी उपलब्धि है। पंकज अग्रवाल, सदस्य रेल परामर्शदात्री समिति
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।प्रधानमंत्री दिखाएंगे हरी झंडी
जल्द ही आगरा कैंट स्टेशन में कार्यक्रम होगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वंदे भारत को हरी झंडी दिखाएंगे। यह कार्यक्रम आगरा में होगा या फिर नई दिल्ली में। इसे जल्द तय किया जाएगा।ये भी पढ़ेंः Uttarakhand Weather News: देहरादून-नैनीताल और बागेश्वर सहित पांच जिलों में आज भारी बारिश के आसारये भी पढ़ेंः IAS Transfer: उत्तराखंड सरकार ने किया बड़ा फेरबदल, छह जिलों के जिला अधिकारी सहित 45 अधिकारियों के तबादलेआगरा-वाराणसी वंदे भारत पर्यटन के नजरिए से ठीक है। इससे पर्यटन उद्योग को फायदा होगा। पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी। अन्य शहरों के लिए ऐसी ट्रेन का संचालन होना चाहिए। सुनील गुप्ता, चेयरमैन नादर्न रीजन, इंडियन एसोसिएशन आफ टूर ऑपरेटर्स लंबे समय से आगरा से वाराणसी और प्रयागराज के लिए ट्रेन की मांग की जा रही थी। अब जाकर यह मांग पूरी हुई है। आगरा के लिए यह बड़ी उपलब्धि है। पंकज अग्रवाल, सदस्य रेल परामर्शदात्री समिति