Veggie Price Hike: तो अभी और बिगड़ेगा आम आदमी की रसोई का बजट...मानसून में सब्जियों पर महंगाई का ये है कारण
Veggie Price Hike एक महीने में दोगुने पर पहुंचे टमाटर मिर्च के दाम। गर्मी से फसल बर्बाद होने के कारण लाैकी-तोरई भी महंगी हो गई है। इस बार अप्रैल से ही सूरज ने तेवर दिखाने शुरू कर दिए थे। मई की शुरुआत से तापमान बढ़ा था। 27 मई को 48.6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था। इसका सीधा असर इस बार सब्जियों पर देखने को मिल रहा है।
जागरण संवाददाता, आगरा। Veggie Price Hike: रिकार्ड गर्मी का सब्जी की फसलों पर बुरा प्रभाव पड़ा है। नतीजा सामने है। एक माह में ही टमाटर का भाव दोगुना हो गया है। सीजन में सस्ती रहने वाली लौकी और तोरई जैसी सब्जी भी इस बार महंगी हैं। सब्जियों की महंगाई से रसोई का बजट बिगड़ रहा है।
थोक मंडी में कम आवक से टमाटर, प्याज , हरी मिर्च और लहसुन के दामों में भी बढ़ोत्तरी जारी है। आने वाले कुछ दिनों तक यही स्थिति रहने के आसार जताए जा रहे हैं।
सिकंदरा फल एवं सब्जी मंडी के आढ़ती सतेन्दर सेतिया ने बताया कि इस बार आलू के साथ ही प्याज, लहसुन महंगा है। एक माह पहले टमाटर 30 रुपये किलो था। अब 60 रुपये प्रति किलो हो गया है। प्याज एक माह में 30 से बढ़कर 50 रुपये प्रति किलो पहुंच गई है।
लौकी 20 से 30 और तोरई 30 से 40 रुपये प्रतिकिलो पहुंच गई है। जबकि इस समय इन सब्जियों की मंडी में आवक ठीक रहने से दाम भी कम रहता था। इस बार आवक कम है। इसके चलते सब्जियों का भाव कम नहीं हो रहा है। अभी दस दिन तक यही भाव रहने की उम्मीद है।
गर्मी से बर्बाद हुई फसल, जोत दीं
शमसाबाद में मीरपुर गांव के किसान रजनीकांत ने बताया कि इस बाद गर्मी के कारण एक बार उनकी टमाटर की पौध खराब हो गई थी। बची हुई पौध को उन्होंने खेतों में रोप दिया। मगर, तापमान अधिक रहने से यह फसल भी सूखती गई। एक माह पहले उन्होंने फसल को जोत दिया। लागत भी नहीं निकल सकी।ये भी पढ़ेंः निर्दोष लोगों को गोलियों से भूना जा रहा है...प्रदेश में गुंडाराज कायम, चंद्रशेखर का एलान पंचायत कर मांगेंगे इंसाफ
शमसाबाद के ही गांव चंदौरा के किसान वेदपाल सिंह ने टमाटर की फसल की थी। गर्मी के कारण वे भी उचित उत्पादन नहीं ले पाए। बीस दिन पहले उन्होंने भी ट्रैक्टर से जोताई करा दी। यहीं के किसान चंदन सिंह ने मिर्च और गोभी की थी। गर्मी के चलते मिर्च नहीं आईं। गोभी पीली पड़ गई। इनका भी उत्पादन शून्य रहा है।ये भी पढ़ेंः 'प्रेमी से करूंगी प्यार, पर घर का खर्चा देगा पति'; परामर्श केंद्र में महिला की शर्त सुनकर हैरान रह गए सभी
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।गर्मी ने फसलें कीं बर्बाद
ऐसा ही कुछ हश्र टिंडे, करेले, तोरई और लौकी की फसलों का हुआ है। पहले गर्मी अब वर्षा ने फसलें बर्बाद कर दी हैं। टमाटर उत्पादन में भारत विश्व में दूसरे स्थान पर टमाटर की खेती के मामले में चीन सबसे आगे है। चीन दुनिया में सबसे ज्यादा टमाटर का उत्पादन करता है और इसके बाद भारत दूसरे नंबर पर है।भारत में आलू के बाद सबसे ज्यादा तादाद में अगर कोई फसल उगाई जाती है तो वह टमाटर है। भारत में मध्यप्रदेश में सर्वाधित टमाटर की खेती होती है। दूसरे नंबर पर आंध्र प्रदेश है।सब्जियों के दाम सब्जी, एक माह पहले, अब
- आलू चिप्सोना, 30 से 35, 35 से 40
- आलू हल्द्वानी, 30 , 30 से 35
- प्याज, 30, 50
- टमाटर, 30, 60
- हरा धनियां, 80, 200
- हरी मिर्च, 30, 60
- लाैकी, 20, 30
- तोरई, 30, 40
- नीबू, 120, 100
- टिंडे, 40, 60
- सूखा लहसुन, 200, 300
- अदरक, 120, 120
- अरबी, 40, 50
- फूल गोभी, 40, 50
- पत्ता गोभी, 20, 30
- बैंगन, 30, 40
- ग्वार की फली, 60
- काशीफल, 15, 20
- कटहल, 50, 60
- गाजर, 40, 40
- करेला, 20, 30
- भिंडी, 30, 40
- पालक, 15, 25