Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

Agra News: कहीं घर या आस-पास सांप, अजगर दिख जाए तो उन्हें नुकसान न पहुंचाएं, ये नंबर मिलाएं

Agra News दो महीने में पकड़े गए 300 से अधिक सांप अजगर और मगरमच्छ। वाइल्डलाइफ एसओएस रैपिड रिस्पांस यूनिट ने किया रेस्क्यू। हमारी टीम में प्रशिक्षित लोग हैं जो यह सुनिश्चित करने के लिए 24 घंटे काम करते हैं कि सहायता के लिए कोई भी काल अनुत्तरित न रह जाए।

By Ambuj UpadhyayEdited By: Abhishek SaxenaUpdated: Mon, 31 Oct 2022 10:30 PM (IST)
Hero Image
Agra News: आगरा में दो महीने में पकड़े गए 300 से अधिक सांप, अजगर और मगरमच्छ।

आगरा, जागरण संवाददाता। वुल्फ स्नेक, रैट स्नेक, मानिटर लिजर्ड, अजगर, मगरमच्छ नाम सुनते ही दिल में घबराहट होने लगती है। कुछ लोग खुद ही डंडा लेकर दौड़ पड़ते हैं और धोखे से घर, आबादी क्षेत्र में पहुंचने पर उनको नुकसान पहुंचाते हैं।

आगरा में अब जागरूकता आई है। सतर्कता बरतते हुए लोग वाइल्डलाइफ एसओएस रैपिड रिस्पांस यूनिट के हेल्पलाइन नंबर पर सूचना दे रहे हैं। इसका परिणाम ये हुआ है कि इन सरीसृपों का जीवन बचा हुआ है और टीम ने पिछले दो महीने में 300 से अधिक का रेस्क्यू कर उनको प्राकृतिक आवास में छोड़ दिया गया है।

ताजमहल के पास से बचाया अजगर

पिछले दिनों ताजमहल के निकट धांधूपुरा में नाले में आठ फीट लंबे अजगर से लोग दहशत में आ थे। टीम को सूचना दी गई और रेस्क्यू हुआ। जीवनी मंडी स्थित वाटर वक्र्स परिसर में चेकर्ड कीलबैक सांप, सिकंदरा स्थित रंगोली कालोनी में बिजली के एमसीबी बोर्ड में फंसे रैट स्नेक सहित अन्य रेस्क्यू किए हैं। कोबरा और कामन क्रेट जैसे जहरीले सांपों से लेकर वुल्फ स्नेक, रैट स्नेक, मानिटर लिज़र्ड, मगरमच्छ भी सम्मिलित, जिनको रेस्क्यू के बाद प्राकृतिक आवास में वापस छोड़ दिया गया।

आगरा में बहुत कम जहरीली सांपों की प्रजातियां

वाइल्डलाइफ एसओएस के डायरेक्टर कंजरवेशन प्रोजेक्ट्स बैजूराज ने बताया कि आगरा में पाए जाने वाले सांपों में बहुत कम जहरीली प्राजतियां हैं। ये तब तक नुकसान नहीं पहुंचाते जब तक उन्हें उकसाया नहीं जाए। लोग अब इस बात का अतिरिक्त ध्यान रखते हैं कि सरीसृप को चोट न पहुंचे। हम भी लोगों से अनुरोध करते हैं कि सांप दिखने पर वे सुरक्षित दूरी बनाए रखें और सरीसृप की गतिविधियों पर नजर रखते हुए हमारे हेल्पलाइन नंबर पर इसकी सूचना दें।

24 घंटे हमारी टीम करती है काम

वाइल्डलाइफ एसओएस के सह-संस्थापक और सीईओ कार्तिक सत्यनारायण ने बताया कि सांपों के बारे में फैली गलत धारणाओं को लेकर जागरूकता पैदा करने के हमारे निरंतर प्रयासों ने लोगों में नकारात्मक दृष्टिकोण को बदलने में मदद की है। मामलों को अपने हाथों में लेने के बजाय हमारी हेल्पलाइन पर काल करने के लिए निर्णय लेने वाले लोगों की संख्या में वृद्धि देखना खुशी की बात है। हमारी टीम में प्रशिक्षित लोग हैं, जो यह सुनिश्चित करने के लिए 24 घंटे काम करते हैं, कि सहायता के लिए कोई भी काल अनुत्तरित न रह जाए।

हेल्पलाइन नंबर, 9917109666 

लोकल न्यूज़ का भरोसेमंद साथी!जागरण लोकल ऐपडाउनलोड करें