World Championship Colombia: आगरा की बेटी ने बढ़ाया मान, एथलीट प्रियंका ने वर्ल्ड चैंपियनशिप के लिए किया क्वालीफाई
World Championship Colombia अंडर-20 राष्ट्रीय फेडरेशन जूनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप में जीते दो पदक। 100 मीटर दौड़ में स्वर्ण पदक और 200 मीक्टर दौड़ में जीता कांस्य पदक। 2016 के अंत में एकलव्य स्पोर्ट्स स्टेडियम में एथलेटिक्स का प्रशिक्षण लेना शुरू किया था।
आगरा, जागरण संवाददाता। ताजनगरी की एथलीट प्रियंका सिकरवार ने वर्ल्ड चैंपियनशिप, कोलंबिया के लिए क्वालीफाई कर इतिहास रच दिया है। आगरा की बेटी शहर का नाम रोशन करते हुए अंडर-20 आयु वर्ग में वर्ल्ड चैंपियनशिप के लिए क्वालीफाई करने वाली वह शहर की पहली खिलाड़ी बनी हैं। माह के अंत में वह एनआइएस पटियाला में होने वाले इंडिया कैंप में शामिल होंगी।
एकलव्य स्पोर्ट्स स्टेडियम की प्रशिक्षु प्रियंका ने गुजरात में दो से चार जून तक हुई अंडर-20 राष्ट्रीय फेडरेशन जूनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भाग लिया था। आर्मी एरिया निवासी प्रियंका ने 100 मीटर में 11.88 सेकेंड के समय के साथ स्वर्ण पदक और 200 मीटर दौड़ में 24.26 मीटर के समय के साथ कांस्य पदक जीता। स्पर्धा में दो पदक जीतकर प्रियंका ने कोलंबिया में अगस्त में होने वाली वर्ल्ड चैंपियनशिप के लिए क्वालीफाई कर लिया। जिला एथलेटिक्स संघ के अध्यक्ष एसवी राठौर, सचिव नरेंद्र सिंह ने उन्हें शुभकामनाएं दी हैं।
2016 में शुरू किया था प्रशिक्षण
प्रियंका ने बताया कि उन्होंने वर्ष 2016 के अंत में एकलव्य स्पोर्ट्स स्टेडियम में एथलेटिक्स का प्रशिक्षण लेना शुरू किया था। कोच अल्पेश गुर्जर के प्रशिक्षण में उन्हें काफी कुछ सीखने को मिला। उनकी सोच राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं में पदक जीतने व उसके लिए तैयारी करने तक सीमित थी, लेकिन कोच ने उन्हें राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं के लिए तैयारी करने को प्रोत्साहित किया।
सूबेदार पिता से मिली प्रेरणा
प्रियंका ने बताया कि उनके पिता नवाब सिंह सेना में सूबेदार और मां इंद्रावती गृहिणी हैं। खेल के प्रति उन्हें रुझान अपने पिता को देखकर हुआ। वह लांग डिस्टेंस रनिंग करते थे। परिवार ने उन्हें पूरा सहयोग किया।
अब करना होगा कड़ा परिश्रम
प्रियंका ने बताया कि वर्ल्ड चैंपियनशिप के लिए क्वालीफाई करने के बाद उनकी जिम्मेदारी बढ़ गई है। अपनी टाइमिंग को बेहतर करने के लिए उन्हें हार्ड वर्क करना होगा। इसके लिए सुविधाओं की जरूरत है। आगरा में सिंथेटिक ट्रैक नहीं है।