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Vigyan Mandir in Aligarh: अलीगढ़ में गांव की जमीं से निकलेंगे ‘अब्दुल कलाम’ और ‘जगदीश चंद्र बसु’, ये है योगी सरकार की नई योजना

Vigyan Mandir in Aligarh अलीगढ़ के गांव से ‘अब्दुल कलाम’ और ‘जगदीश चंद्र बसु’ जैसे वैज्ञानिक निकलेंगे। पंचायती राज विभाग ने ग्राम पंचायतों में आओ सीखें विज्ञान कार्यक्रम के तहत विज्ञान मंदिर खोलने का निर्णय लिया है। इससे बच्‍चे साइंस की शिक्षा लेंगे।

By Sandeep Kumar SaxenaEdited By: Updated: Thu, 04 Aug 2022 01:09 PM (IST)
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Vigyan Mandir in Aligarh: अलीगढ़ में विज्ञान मंदिर खास प्राथमिक स्‍कूलों में खुलेंगे।
अलीगढ़, सुरजीत पुंढीर। अब गांव-गांव से ‘अब्दुल कलाम’ और ‘जगदीश चंद्र बसु’ जैसे वैज्ञानिक निकलेंगे। पंचायती राज विभाग ने ग्राम पंचायतों में आओ सीखें विज्ञान कार्यक्रम के तहत विज्ञान मंदिर खोलने का निर्णय लिया है। इसकी स्थापना प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालय में होगी। एक ग्राम पंचायत में एक ही विज्ञान मंदिर होगा। इनमें एक से आठवीं कक्षा तक के छात्र-छात्राओं को विज्ञान से जुड़ी जानकारियों के बारे में पढ़ाया जाएगा। पुराने रहस्यों के साथ ही आधुनिक तकनीकी के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।

Vigyan Mandir के तहत 30 पंचायतों का चयन

पहले चरण में जिले की 30 ग्राम पंचायतों का चयन इस योजना में किया गया है। इनमें से पांच ग्राम पंचायतों में विज्ञान मंदिर तैयार हो चुके हैं। एक विज्ञान मंदिर की स्थापना पर पौने तीन लाख रुपये खर्च हो रहे हैं। ग्राम निधि से इसके खर्च का भुगतान किया जा रहा है।

Vigyan Mandir में साइंस से जुड़ी शिक्षा मिलेगी

जिले के 12 ब्लाक में 867 ग्राम पंचायतें हैं। हर ग्राम पंचायत में एक या इससे अधिक प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालय हैं। अब तक इन विद्यालयों में छात्र-छात्राओं को सामान्य पढ़ाई करने का तो मौका मिलता है, लेकिन विज्ञान से जुड़ी जानकारी नहीं मिल पाती है। प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में कोई प्रयोगशाला भी नहीं थी। Vigyan Mandir में बच्चों को दिन में एक से डेढ़ घंटे तक विज्ञान से जुड़ी पढ़ाई कराई जाएगी। तारामंडल के साथ ही पुराने रहस्य व नई जानकारियों को पढ़ाया जाएगा।

ऐसे होगी पढ़ाई

विद्यालय परिसर के ही कक्ष में विज्ञान मंदिर की स्थापना हो रही है। इनमें बच्चों के लिए जानकारी परख सीलिंग वाल, वालपेपर, प्रोजेक्टर, सोलर किट, एंटी ग्रेविटी, न्यूटन लो, वाल हैंगिंग माडल, मानव शरीर अंग, किताब और चार्ट, लैंस किट, टेलीस्काप, एलईडी टीवी समेत विज्ञान से जुड़े 68 प्रकार के सामानों की व्यवस्था की जा रही है। एक से आठवीं तक के बच्चों की इनमें पढ़ाई कराई जाएगी।

अध्यापकों को मिलेगा प्रशिक्षण

पंचायती राज विभाग ने विज्ञान मंदिर के संचालन के लिए स्पार्क एस्ट्रोनिमी नाम की एक प्राइवेट एजुकेशन कंपनी से करार किया है। यह कंपनी विद्यालयों में विज्ञान मंदिर खोल रही है। संबंधित स्कूलों के अध्यापकों को जल्द ही प्रशिक्षण दिया जाएगा। कंपनी बच्चों के लिए प्रतियोगिताएं भी कराएगी।

यहां खुलेंगे Vigyan Mandir

इगलास के साथिनी, श्यौरा, टप्पल के घरबरा, गौंड़ा के गिदौरा व बक्खा में विज्ञान मंदिर स्थापित हो चुके हैं। हाजीपुर फतेह खां, कासिमपुर, कठैरा, महमूदपुर, लाहस्की, बिजौली, मांडनपुर, जटवार, सढ़ा, कजरोठ, सहाराकला, हस्तपुर, नायल, ल्हासैरा, बालनपुर, बसेरा, धनसारी, बरला, कानोबी, शादीपुर कमरवा, सिहवानी, छर्रा रफायतपुर में मंदिर विज्ञान की स्थापना पर काम चल रहा है।

एक से आठवीं तक की कक्षा के बच्चों के लिए गांव-गांव विज्ञान मंदिर खोलने का निर्णय लिया गया है। पहले चरण में कुल 30 पंचायतों का चयन हुआ है। इनमें से पांच में काम पूरा हो चुका है। जल्द ही इनमें पढ़ाई की शुरुआत हो जाएगी।

धनंजय जायसवाल, डीपीआरओ

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