Progress after independence : आजादी के बाद प्रदेश को अलीगढ़ सेे मिले दो मुख्यमंत्री, शहरयार जैसी शख्सियत बढ़ाती है शान
Progress after independence आजादी के बाद से अलीगढ़ ने खूब उन्नति की और की समृद्धि में योगदान दिया। इस शहर ने प्रदेश को दो मुख्यमंत्री दिये। महाकवि गोपाल दास नीरज शहरयार जैसी सख्सियत अलीगढ़ की शान बढ़ाती रही हैं।
By Anil KushwahaEdited By: Updated: Sat, 13 Aug 2022 03:54 PM (IST)
अलीगढ़, जागरण संवाददाता । Progress after independence : आजादी के लिए हमारे पूर्वजों ने लंबी लड़ाई लड़ी है, हजारों ने अपनी जान कुर्बान कर ली तब कहीं जाकर हमें आजादी मिली है। लोग तिरंगे की आन बान और शान के लिए कुछ भी करने को तैयार थे। आज एक बार फिर से har ghar tricolor campaign के तहत लोगों में patriotic spirit जगाया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर लोगों ने अपने घरों पर तिरंगा फहराया है। tricolor fight में अलीगढ़ का विशेष योगदान है।
ताला : भारतवर्ष अपनी nectar festival of freedom काल मना रहा है। आजादी के बाद अलीगढ़ ने हर क्षेत्र में उन्नति की। हर तरफ विकास की गंगा बहाई है। यहां के प्रमुख ताला कारोबार ने लौहार से शुरूआत की। हैंड पावर प्रेस के बाद बिजली से स्वचलित मशीनरी ने जगह ली। अब कंप्यूटर से संचालित बीएमसी व सीएनसी मशीनों का प्रयोग हो रहा है। रोबोट से डाई तैयार की जा रही हैं।automatic lock - hardware के उत्पादन तैयार हो रही हैं। पीतल मूर्ति अपनी चमक बिखेर रही है। जिले में उद्योगों को विकसित करने के लिए तीन बड़े औद्योगिक क्षेत्र हैं। देश के पहले डिफेंस इंडस्ट्रीज कारिडोर 100 एकड़ भूमि पर खैर पलवल मार्ग पर विकसित किया जा रहा है। शैक्षणिक क्षेत्र में भी हमने अपार सफलता अर्जित की हैं।
तालीम : Aligarh Muslim University (एएमयू) की विश्व में अलग पहचान है। अब राजा महेंद्र प्रताप राजकीय यूनिवर्सिटी का भी तोहफा मिला है। निजी संस्थाओं में मंगलायतन विश्वविद्यालय है। कान्वेंट व पब्लिक स्कूलों में बेहतर शिक्षा दी जा रही है।यातायात : अलीगढ़ में एयरपोर्ट की सुविधा है। यह जल्द शुरू होने वाला है। रेलवे और बस स्टैंड भी है। जीटी रोड को फोर लाइन करने का काम अंतिम चरण में हैं। हाइवे का जाल बिछा हुआ है। हाथरस में पांच रेलवे स्टेशन है। शायद इतने स्टेशन किसी अन्य शहर में हों।
राजनीतिक हस्तियां : राजनीतिक हिस्सेदारी में अलीगढ़ अग्रणी रहा है। इस जिले से प्रदेश को दो मुख्यमंत्री मिले। इनमें सीबी गुप्ता और कल्याण सिंह हैं। हिंदूवादी नेता अशोक सिंघल व रज्जू भैया का भी यहां से जुड़ाव रहा है।साहित्य : अलीगढ़ के कई बड़े साहित्यकार हैं। महाकवि गोपाल दास नीरज, शहरयार जैसी सख्सियत अलीगढ़ की शान बढ़ाती रही हैं। हाथरस को हास्य सम्राट काका हाथरसी ने अलग पहचान दी।
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