Lok Sabha Chunav: कमजोर बूथों पर अखिलेश यादव का पूरा फोकस, इस नए फॉर्मूले पर तय की गई रणनीति
पार्टी की चुनाव संचालन समिति ने बूथों को मजबूत करने की रणनीति बनाई है। हाल ही में हुई समिति की बैठक में बूथ कमेटियों को इस संबंध में दिशा-निर्देश दिए गए थे। पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व से भी कमजोर बूथों पर अधिक फोकस करने के निर्देश हैं। प्रत्येक बूथ पर फ्रंटल संगठनों के कम से कम 10 युवा कार्यकर्ताओं को लगाया गया है।
जागरण संवाददाता, अलीगढ़। कांग्रेस का हाथ थाम चुनावी रण में उतरी सपा बूथ स्तर पर पकड़ मजबूत कर रही है। विशेषकर उन कमजोर बूथों पर, जहां पार्टी को कम वोट मिलते हैं। ऐसे बूथ चिह्नित कर सर्वे कराया जा रहा है। इसके लिए युवा व सक्रिय कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी दी गई है।
पार्टी की चुनाव संचालन समिति ने बूथों को मजबूत करने की रणनीति बनाई है। हाल ही में हुई समिति की बैठक में बूथ कमेटियों को इस संबंध में दिशा-निर्देश दिए गए थे। पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व से भी कमजोर बूथों पर अधिक फोकस करने के निर्देश हैं।
प्रत्येक बूथ पर फ्रंटल संगठनों के कम से कम 10 युवा कार्यकर्ताओं को लगाया गया है। पार्टी के सक्रिय कार्यकर्ता भी इन्हें सहयोग कर रहे हैं। इन कार्यकर्ताओं को प्रतिदिन 30 बूथों का सर्वे करने की जिम्मेदारी दी गई है। जिला महासचिव मनोज यादव ने बताया कि बूथ स्तर पर मतदाताओं से नियमित संपर्क कर उनकी समस्या सुनने, समझने के दिशा-निर्देश दिए गए हैं।
वरिष्ठ नेता भी कमजोर बूथों पर बैठक कर इन्हें मजबूत करने का प्रयास करेंगे। गांव–गांव में चौपाल लगाकर किसानों की समस्याएं, बेरोजगारी, जातीय जनगणना, महंगाई, भ्रष्टाचार, कानून व्यवस्था आदि मुद्दों को लेकर चुनावी रणनीति को धार दी जाएगी। चौपाल में गांव की वर्तमान स्थिति व अब तक हुए विकास कार्यों की जानकारी ली जाएगी। बूथ स्तर पर सर्वे की रिपोर्ट तैयार की जाएगी। इस पर वरिष्ठ पदाधिकारी मंथन करेंगे।
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