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अलीगढ़-आगरा हाईवे का सफर होगा आसान; NHAI की फोरलेन की तैयारी, तीन जिलाें के 65 गांव से गुजरेगा, जाम से मिलेगी राहत

तीन जिलों के 65 गांव से गुजरेगा अलीगढ़-आगरा हाईवे। एनएचएआइ ने डीपीआर के लिए जिला प्रशासन से मांगी गाटाओं की जानकारी। भारत माला प्रोजेक्ट में आर्थिक गलियारे के रूप में होना है हाईवे का निर्माण। अलीगढ़ जिले के दो तहसीलों से कुल 11 गांव से होना है भूमि का अधिग्रहण। करीब 85 किलोमीटर के रास्ते में पड़ते हैं दो टोल टैक्स।

By Surjeet Singh Edited By: Abhishek Saxena Updated: Sun, 24 Dec 2023 08:01 AM (IST)
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एनएचएआइ ने डीपीआर के लिए जिला प्रशासन से मांगी गाटाओं की जानकारी
जागरण संवाददाता, अलीगढ़। अलीगढ़ से आगरा तक का सफर जल्द ही सुगम होने वाला है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) ने इस मार्ग के फोरलेन निर्माण की तैयारी शुरू कर दी है। अलीगढ़, हाथरस और आगरा के 65 गांव से होकर यह नया हाईवे निकलेगा। फिलहाल नोएडा की निजी एजेंसी (एसए इंफ्रास्ट्रक्चर) के माध्यम से डीपीआर (विस्तृत परियोजना रिपोर्ट) तैयार कराई जा रही है।

एनएचएआइ ने संबंधित जिलों के प्रशासन को पत्र लिखा है। इसमें संबंधित गांव की भूमि से जुड़ा नक्शा और गाटा नंबरों की मांग की है। केंद्र सरकार के भारतमाला परियोजना में आर्थिक और इंटर कारिडोर के रूप में इस हाईवे का निर्माण किया जा रहा है।

दो लेन की बनी है सड़क

अलीगढ़ से आगरा की दूरी 85 किमी के करीब है। इस मार्ग पर अभी दो लेन सड़क बनी हुई है। मडराक, सासनी, हाथरस, सादाबाद, खंदौली होते हुए यह सड़क आगरा को जोड़ती है। अभी तक अलीगढ़ से आगरा तक पहुंचने में ढाई से तीन घंटे का समय लगता है। लोगों को जाम की समस्या से भी जूझना पड़ता है। बीच में दो स्थानों पर टोल भी वसूला जाता है।

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ऐसे में लोग काफी समय से इसके फोर लेन निर्माण की मांग कर रहे थे। अब पिछले दिनों भारतमाला परियोजना के पैकेज दो के तहत इसके निर्माण का निर्णय लिया गया है। आर्थिक और इंटर कारिडोर के रूप में इसका विकास होगा। एनएचएआई ने इसकी डीपीआर के लिए निजी एजेंसी का चयन कर लिया है। अब प्रशासन से संबंधित गांव का मानचित्र मांगा है।

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इस मार्ग के निर्माण के लिए कुल 65 गांव से भूमि का अधिग्रहण होना है। इसमें अलीगढ़ जिले की कोल व इगलास तहसील के 11 गांव, हाथरस जिले की सासनी, हाथरस व सादाबाद तहसील के 51 गांव व आगरा की एत्मादपुर तहसील के तीन गांव से भूमि ली जाएगी। अब प्रशासन से इन गांव राजस्व मानचित्र का रिकार्ड लिया जा रहा है।

इन गांव से गुजरेगा यह हाइवे

अलीगढ़ जिले में कोल तहसील का हाजीपुर चौहटा, दयानतपुर रसीला, बढ़ौली फतेह खां, मनोहरपुर कायस्थ, मईनाथ, समस्तपुर कीरत, इगलास का परीला, बैरमगढ़ी, तोच्छीगढ़, कनौरा,असरोई शामिल हैं। हाथरस जिले की सासनी तहसील के संदलपुर, नगला भीखा, अबूपुर, सिघर्र, देदामई, नहलोई, विघेपुर, जसराना, लरौटा, जिरोली, मोहरिया,नगला गढू, बसगोई, छोर्रा गड़उआ,हर्दपुर, गढ़ी नंदराम, हाथरस तहसील के बिछीया, मुंगसा, टुकसान, नगला मनी, बिसरांत, धतूरा खुर्द, नगला नंदराम, ककरावली, बिष्णुदास, केशरगढ़ी, मगतई, दौलताबाद, रामगढ़, कोरना चमरुआ, बमनई, तिहाईया नगला कारवा, गदई, खजुरिया, लुहेटा खुर्द कला, सादाबाद तहसील के बिचपुरी, कजरोठी, मीरपुर, जगरार, अदालपुर,नौगवां, दगशाह, ताजपुर, कुम्हेरी, सरोठ, कुरसंडा, गौंचा, सिसता, नसीरपुर, कंजौली व आगरा जिले की एत्मादपुर तहसील के खंदौली सीटी, पंत खेरा, रामनगर खंदौली शामिल हैं।

जाम से मिलेगी निजात,विकास को लगेंगे पंख

इस फोरलेन मार्ग के निर्माण के बाद लोगों को जाम से निजात मिलेगी। सासनी, सादाबाद और खंदौली में घंटों फंसा नहीं रहना पड़ेगा। हाईवे के किनारे गांव व शहर में भी विकास होगा। सबसे अधिक फायदा हाथरस जिले के लोगों को होगा।

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