राष्ट्रगान से पहले क्यों चले गए अलीगढ़ के मेयर?, टला नगर निगम कार्यकारिणी का चुनाव
नगर निगम कार्यकारिणी के शेष छह सदस्यों के लिए चुनाव हंगामे की भेंट चढ़ गया। सदन में बोलने को लेकर भाजपा पार्षद आपस में ही भिड़ गए।
By Mukesh ChaturvediEdited By: Updated: Sat, 02 Feb 2019 12:45 PM (IST)
अलीगढ़ (जेएनएन)। नगर निगम कार्यकारिणी के शेष छह सदस्यों के लिए चुनाव हंगामे की भेंट चढ़ गया। सदन में बोलने को लेकर भाजपा पार्षद आपस में ही भिड़ गए। आखिरकार हंगामे के चलते मेयर को कुर्सी छोड़कर जाना पड़ा। राष्ट्रगान से पहले मेयर के चले जाने पर फिर विवाद पैदा हो गया। आखिर मीटिंग स्थगित करनी पड़ी।
नगर आयुक्त के न होने पर पार्षदों ने की आपत्ति12 सदस्यीय नगर निगम कार्यकारिणी के छह सदस्य पहले ही चुन लिए गए हैं। शेष छह सदस्यों के चुनाव के लिए सुबह 11 बजे मेयर मोहम्मद. फुरकान की ओर से मीटिंग बुलाई गई थी। सबसे पहले पूर्व पार्षद कृष्ण गोपाल वाष्र्णेय के निधन पर शोक व्यक्त किया गया। नगर आयुक्त सत्यप्रकाश पटेल उपस्थित नहीं थे। कुछ पार्षदों ने उनके भाग न लेने पर आपत्ति की। उनके स्थान पर एसीएम द्वितीय रेनू सिंह व सहायक नगर आयुक्त रंजीत सिंह रहे। सहायक नगर आयुक्त बाद में चले गए। इसके बाद चुनाव प्रक्रिया को लेकर विवाद शुरू हो गया।
हाथापाई की आई नौबतभाजपा पार्षदों ने आरोप लगाया कि मेयर चुनाव प्रक्रिया के बारे में नहीं समझा पा रहे हैं। इस बीच भाजपा पार्षद अनिल कुमार सेंगर के बोलने पर पार्षद हेमंत गुप्ता ने टोका तो विवाद खड़ा हो गया। जमकर कहासुनी हुई, हाथापाई तक की नौबत आ गई। अन्य पार्षदों ने हस्तक्षेप पर मामला शांत कराया।
इन पाषर्दों ने किया नामांकन
छह सदस्यों के चुनाव के लिए 10 पार्षदों ने नामांकन किया। इसमें पुष्पेंद्र सिंह जादौन, अलका गुप्ता, शबाना असलम, संजय शर्मा, शाकिर अली, नीलेश उपाध्याय, नरेंद्र कुमार वाष्र्णेय, सूरज कुमार, हफीज अब्बासी, रणजीत शामिल रहे। नाम वापसी को लेकर भाजपा पार्षद और अन्य दलों के पार्षदों में काफी देर तक मंथन हुआ। बाद में हफीज अब्बासी व रणजीत ने नाम वापस ले लिया। आठ के रह जाने पर मतदान की तैयारी शुरू की गई। सदन में सपा व बसपा के अन्य दलों के पार्षद पतियों के आने पर भाजपा पार्षदों ने आपत्ति जताई। फिर सबको बाहर निकाला गया। आखिर तक चुनाव प्रक्रिया नहीं हो सकी। इस बीच हंगामा होता रहा।मेयर बोले, मुझे किया जा रहा बदनाम
मेयर मीटिंग समाप्त की घोषणा कर चले गए। मीटिंग के बाद राष्ट्रगान की परंपरा है। इससे पहले मेयर के जाने पर भाजपाइयों ने आपत्ति जाहिर की। पार्षद पुष्पेंद्र जादौन व अनिल सेंगर ने कहा कि राष्ट्रगान में भाग न लिया जाना यह राष्ट्रगान का अपमान है। मेयर का कहना है कि माहौल इतना खराब कर दिया था कि उन्हें सदन से जाना पड़ा। मुझे बेवजह बदनाम किया जा रहा है, अब चुनाव अगली मीटिंग में होगा।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।