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Dhanipur Airport : 10 करोड़ की सरकारी जमीन पर बना डाले मकान-दुकान, जांच में खुला फर्जी आवंटन का खेल

छोटे-बड़े एक हजार के करीब किसानों से यह भूमि ली जा रही है। इस पर कुल 738 करोड़ रुपये खर्च होंगे। अब तक निजी किसानों से करीब दो सौ हेक्टेयर के बैनामे हो चुके हैं। अब प्रशासन ने विस्तारीकरण में शामिल सरकारी भूमि को भी चिह्नित कराना शुरू कर दिया है। निजामतपुर बोरना की जमीन भी इसी विस्तारीकरण का हिस्सा है।

By Surjeet Singh Edited By: Mohammed Ammar Updated: Fri, 02 Aug 2024 09:51 PM (IST)
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घोटाला सामने आने के बाद जांच शुरू कर दी गई है।
जासं, अलीगढ़ : धनीपुर एयरपोर्ट के विस्तारीकरण में शामिल शहर से सटे निजामतपुर बोरना की भूमि में बड़े फर्जीवाड़ा का पर्दाफाश हुआ है। तहसील प्रशासन की जांच में सामने आया है कि यहां 11.76 हेक्टेयर (147 बीघा) भूमि की खतौनी में आठ लोगों की फर्जी प्रविष्टि दर्ज कर दी गई। यह सभी लोग शहरी क्षेत्र के रहने वाले हैं, मगर इनका आवंटन गांव में दर्शाया गया है। तहसील कार्यालय में इस आवंटन से जुड़ी पत्रावली तक नहीं है।

तहसीलदार ने किया था निरीक्षण

ऐसे में संदेह है कि फर्जीवाड़े के खेल से खतौनी में आवंटियों के नाम दर्ज हुए हैं। अब तहसील ने फर्जी प्रविष्टियों को निरस्त करने की संस्तुति रिपोर्ट डीएम को भेज दी है। सर्किल रेट के अनुसार इस भूमि की कीमत 10 करोड़ से अधिक है। इस भूमि के काफी क्षेत्रफल पर कई मकान-दुकान तक बन गए हैं। पिछले दिनों तहसीलदार कोल ने एयरपोर्ट के विस्तारीकरण में चिह्नित भूमि का निरीक्षण किया था।

इसमें इन्हें निजामतपुर बोरना के कुछ कृषि आवंटनों पर संदेह हुआ था। ऐसे में इन्होंने मामले में विस्तृत जांच के आदेश दिए। लेखपाल, कानूनगो और नायाब तहसीलदार ने पूरे मामले की जांच की। इसमें सामने आया कि पांच अलग-अलग गाटाओं की 11.74 हेक्टेयर भूमि की खतौनियों में आठ लोगों के नाम दर्ज हैं।

सामने आ रहा फर्जीवाड़ा

इसमें सरोज देवी व उनके पुत्रगढ़, भीमसैन, विष्णु गोपाल, ओमवती, रामकिशोर, सुरेंद्र पाल, शांति देवी व बांकेलाल शामिल हैं। कृषि आवंटन के रूप में इनकी प्रविष्टि दर्ज हुई है, मगर तहसील कार्यालय में इस आवंटन की कोई पत्रावली नहीं है। इसके अलावा खतौनी में दर्ज लोग गांव के निवासी भी नहीं हैं। यह शहरी क्षेत्र में रहते हैं। ऐसे में इनका आवंटन और प्रविष्टि संदिग्ध प्रतीत होती है। जांच अधिकारियों ने इसकी रिपोर्ट तहसीलदार को सौंपी।

तहसीलदार ने अब इन सभी प्रविष्टियों को संदिग्ध मानते हुए निरस्तीकरण की संस्तुति रिपोर्ट एसडीएम को भेजी। एसडीएम ने विस्तृत आख्या के साथ इसे जिला स्तर पर भेजा है। प्रविष्टियों के निस्तीकरण का अंतिम निर्णय जिला स्तर से किया जाएगा। तहसीलदार अवनीश कुमार ने बताया कि मामले की जांच रिपोर्ट उच्च्च अधिकारियों को भेज दी गई है।

275 हेक्टेयर भूमि की गई है चिह्नित

केंद्र सरकार जेवर में देश का सबसे बड़ा एयरपोर्ट विकसित कर रही है। इसके सबसे निकट अलीगढ़ जिला है। भविष्य की संभावनाओं को देखते हुए यहां के डेढ़ सौ हेक्टेयर क्षेत्र में बने धनीपुर एयरपोर्ट का भी विस्तारीकरण हो रहा है। इसके लिए आसपास के पनैठी, अलहदादपुर, इकरी, खानगढ़ी और निजामतपुर बोरना क्षेत्र की 275 हेक्टेयर भूमि खरीदने का निर्णय हुआ है।

10 करोड़ है जमीन की कीमत

रजिस्ट्री कार्यालय के मुताबिक निजामतपुर बोरना में 95 लाख रुपये प्रति हेक्टेयर जमीन के सर्किल रेट हैं। ऐसे में इस 11.74 हेक्टेयर भूमि की कीमत 10 करोड़ रुपये से अधिक है। प्रशासन एयरपोर्ट के विस्तारीकरण में सर्किल रेट के चार गुना अधिक दामों में अधिग्रहण कर रहा है। इसके अनुसार इस भूमि की कीमत 40 करोड़ से अधिक बैठती है।

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