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Aligarh Weather: चार मई तक बारिश और आंधी का अलर्ट, ठंडी हवाओं के चलने से तापमान में आई तेजी से गिरावट

Aligarh Weather बरसात के साथ चली तेज हवा से मौसम ठंडाया। आंधी में सता रही आम के नुकसान की चिंता। चार मई तक बारिश और बादल छाए रहने का मौसम विभाग का पूर्वानुमान। फसल को लेकर परेशान हैं किसान।

By Jagran NewsEdited By: Abhishek SaxenaUpdated: Mon, 01 May 2023 08:50 AM (IST)
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Aligarh Weather: रविवार को शहर में नौरंगाबाद पुल पर बरसात में भीगते राहगीर। जागरण
अलीगढ़, जागरण टीम। मौसम का मिजाज रविवार को भी बदला-बदला सा रहा। दिन निकलते ही आसमान पर बादल छा गए। हल्की बूंदाबांदी होने लगी। दोपहर के समय कुछ देर ही धूप निकली। फिर घने बादल घिर आए। फिर बीच-बीच में बूंदाबांदी होने लगी। देहात के कुछ क्षेत्रों में जोरदार बरसात हुई। इसी बीच तेज हवा चलने लगी। देर शाम तक चली ठंडी हवाओं ने गर्मी में ठंड का अहसास करा दिया। पारा तीन डिग्री लुढ़क गया।

बाजारों में कम रही भीड़

मौसम के बदले रुख से रविवार का अवकाश सुहाना बीता। अधिकतर लोगों ने घरों में ही मौसम का आनंद लिया। आसमान पर घने बादल छाए हुए थे। बरसात की आशंका के चलते शाम के समय कम ही लोग घरों से निकले। बाजारों में भीड़भाड़ कम रही। जबकि, दोपहर को सड़कों पर चहल कदमी अधिक थी। हल्की बूंदाबांदी के साथ तेज हवा पहाड़ी क्षेत्र में होने का अहसास करा रही थी। देहात के कुछ क्षेत्रों में जोरदार बरसात होने से हवा में नमी थी। घर, प्रतिष्ठानों में एसी, कूलर बंद हो गए। गली-मोहल्लों में लोग दुकानों पर चाय की चुस्कियां लेते नजर आए। रविवार को अधिकतम तापमान 30 डिग्री व न्यूनतम 20 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विज्ञानियों के अनुसार चार मई तक ऐसा ही मौसम बना रहेगा।

गेहूं समेटने में जुटे किसान

गेहूं की कटाई में जुटे किसान बरसात की आशंका से घबराए हुए हैं। हालांकि, अधिकतर किसान फसल काटकर सुरक्षित कर चुके हैं। लेकिन, जिनकी फसल खेतों में कटी पड़ी है, वे चिंतित हैं। बरसात हुई तो फसल खराब हो सकती है। इसलिए किसान गेहूं समेटने में जुटे हैं। उधर, मंडियों में संचालित क्रय केंद्रों पर गेहूं को सुरक्षित करने के इंतजाम किए जा रहे हैं। खरीदा गया गेहूं गोदामों पर भेजा जा रहा है।

आंधी की आशंका से आम की चिंता

आम की बागवानी कर रहे किसान आंधी की आशंका से डरे हुए हैं। मई में आम पककर तैयार होगा। आंधी से कच्चे आम टूटकर गिर सकते हैं। जिला उद्यान अधिकारी धीरेंद्र सिंह बताते हैं कि जनपद में आम का रकबा तीन हजार हेक्टेयर है। दशहरी आम अधिक होता है। बरसात से आम को कोई नुकसान नहीं है। आंधी-तुफान में नुकसान हो सकता है। फिलहाल ऐसी संभावना नहीं है।

भट्ठों पर कच्ची ईंटों को नुकसान

बरसात के चलते ईंट भट्ठा मालिकों को काफी नुकसान उठाना पड़ा। भट्ठों में पानी भरने से कच्ची ईंटें गल गईं। बरला क्षेत्र में बबलू सिंह और उनके स्वजन के चार भट्ठे हैं। उनका कहना है कि तेज बरसात होने से कच्ची ईंटें पानी में बह गईं। 18 से 20 लाख रुपये का नुकसान हो गया। ईंट भट्ठा एसोसिएशन के अध्यक्ष जनक पाल सिंह बताते हैं कि उन्हें करीब आठ लाख रुपये का नुकसान हुआ है। 

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