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मौलाना कल्बे सादिक के निधन पर एएमयू बिरादरी ने जताया शोक Aligarh news

आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड के उपाध्यक्ष प्रमुख मुस्लिम धर्मगुरु और अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र मौलाना कल्ब-ए-सादिक के निधन पर विश्वविद्यालय बिरादरी में शोक का माहौल है। विश्वविद्यालय के सभी वर्ग के लोग उनके निधन पर दुख व्यक्त कर रहे हैं।

By Anil KushwahaEdited By: Updated: Wed, 25 Nov 2020 04:46 PM (IST)
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मौलाना कल्ब-ए-सादिक के निधन पर विश्वविद्यालय बिरादरी में शोक का माहौल है।
अलीगढ़, जेएनएन : आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड के उपाध्यक्ष, प्रमुख मुस्लिम धर्मगुरु और अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र मौलाना कल्ब-ए-सादिक के निधन पर विश्वविद्यालय बिरादरी में शोक का माहौल है। विश्वविद्यालय के सभी वर्ग के लोग उनके निधन पर दुख व्यक्त कर रहे हैं।

एएमयू से था गहरा नाता

मौलाना कल्ब-ए-सादिक के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. तारिक मंसूर ने कहा कि मौलाना साहब को जानना एक सम्मान की बात थी। अलीगढ़ मुस्लम विश्वविद्यालय से उनका गहरा संबंध था। उनके निधन से समाज में एक शून्य उत्पन्न हो गया है, जिसकी भरपाई कठिन है। प्रो. मंसूर ने शोक संतप्त परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि वह इस कठिन समय में उनके साथ हैं। धर्म शास्त्र संकाय के पूर्व अधिष्ठाता प्रो. सैयद मोहम्मद अली नक़वी ने उनके निधन पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा कि मौलाना कल्ब-ए-सादिक ने एएमयू से अरबी में मास्टर्स और पीएचडी की डिग्री प्राप्त की थी। वह एएमयू कोर्ट के सदस्य भी रह चुके थे। उन्होंने कहा कि मौलाना कल्ब-ए-सादिक ने हमेशा सांप्रदायिक एकता और शिक्षा के प्रसार पर बल दिया तथा समाज के विभिन्न वर्गों में उन्हें सम्मान प्राप्त था। मौलाना एएमयू के अधिकांश कार्यक्रमों में भाग लेते थे। उन्होंने सीरत के कई जलसों को भी संबोधित किया। उनके व्यवहार से सभी खुश रहे थे। मौलाना ने हमेशा सर्व धर्म पर पर बात की। उनके निधन से हर कोई दुखी है।

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