एएमयू के प्रो.असद उल्लाह खान बोले, अखबार से कोरोना का कोई खतरा नहीं Aligarh news
अखबार को छूने से कोरोना वायरस से संक्रमण का कोई खतरा नहीं होता। यह कहना है अलीगढ़ मुस्लिम यूनिर्विसटी एएमयू की इंटरडिसिप्लिनरी बायोटेक्नोलॉजी यूनिट के प्रो. असद उल्लाह खान का।
अलीगढ़ [जेएनएन] : अखबार को छूने से कोरोना वायरस से संक्रमण का कोई खतरा नहीं होता। यह कहना है अलीगढ़ मुस्लिम यूनिर्विसटी (एएमयू) की इंटरडिसिप्लिनरी बायोटेक्नोलॉजी यूनिट के प्रो. असद उल्लाह खान का। वह कहते हैैं कि वैसे भी कोरोना से बचने के लिए सिर्फ सतर्क रहना है। लगातार हाथ धोते रहना चाहिए।
स्वच्छ वातावरण में प्रकाशित
प्रो. असद उल्लाह ने मंगलवार को जागरण से कहा कि ऐसा कोई सबूत नहीं कि अखबार से कभी किसी को संक्रमण हुआ हो। दैनिक जागरण पेपर तो ङ्क्षप्रङ्क्षटग के समय ही अत्यंत स्वच्छ वातावरण में प्रकाशित किया जा रहा है। छपने के दौरान सैनिटाइज किया जा रहा है। अखबार घरों में पहुंचने तक कई चरणों से गुजरता है, तो स्वच्छता से परिपूर्ण हैैं।
सतर्कता जरूरी, मास्क का प्रयोग करें
वैसे भी कोरोना से बचने के लिए सतर्कता जरूरी है। हाथ लगातार धोते रहना चाहिए। इसलिए एक व्यक्ति के अखबार पढ़ लेने के बाद हाथ धो लेने चाहिए। ऐसा हम सामान्यत: घरों में कर भी रहे हैं। कोरोना के वायरस को जागरूकता से ही मारा जा सकता है। हमें लोगों के संपर्क में आने से खुद को रोकना होगा। नाक, मुंह व आंख से हाथ कतई न लगाएं। अगर किसी से बात भी करें तो कम से कम एक मीटर की दूरी बनाएं।
साबुन से मर जाता है, कमजोर है कोरोना वायरस
ये वायरस बहुत कमजोर होता है। साबुन से आसानी से मर जाता है, इसलिए समय-समय पर हाथों को धोते रहें। आदमी से बाहर वातावरण में यह वायरस 10 से 12 घंटे तक जीवित रह सकता है। एएमयू की इंटरडिसिप्लिनरी बायोटेक्नोलॉजी यूनिट के प्रो. असद उल्लाह खान कहते हैैं कि वैसे भी कोरोना से बचने के लिए सिर्फ सतर्क रहना है। लगातार हाथ धोते रहना चाहिए। मास्क लगाने की हर किसी को जरूरत नहीं हैं। जो लोग जुकाम, खांसी या बुखार से पीडि़त हैं, उनको लगाना चाहिए। किसी को अस्पताल जाने की जरूरत है तो वो मास्क का प्रयोग करे।