बसपा के मुख्य जोन इंचार्ज बोले, अजीत बालियान ही हैं गठबंधन के प्रत्याशी
संयुक्त सम्मेलन में मुख्य अतिथि मुख्य जोन इंचार्ज रणवीर सिंह कश्यप ने स्पष्ट किया कि तीनों दलों के नेता व कार्यकर्ता कोई संशय न रखें। चौ. अजीत बालियान को प्रत्याशी बनाया है।
अलीगढ़ (जेएनएन)। पूर्व मंत्री रामवीर उपाध्याय को लेकर अलीगढ़ की राजनीति भले ही गर्म हो, मगर खैर रोड स्थित प्रेम वाटिका में हुई बसपा, सपा व रालोद के संयुक्त सम्मेलन में मुख्य अतिथि मुख्य जोन इंचार्ज रणवीर सिंह कश्यप ने स्पष्ट किया कि तीनों दलों के नेता व कार्यकर्ता कोई संशय न रखें। बहनजी ने सोच-समझकर चौ. अजीत बालियान को प्रत्याशी बनाया है।
गठबंधन से घबरा रहे विरोधी
कश्यप ने कहा कि विरोधी दल पर गठबंधन से घबराए हुए हैं, इसलिए अफवाह फैला रहे हैं। तीनों दलों के कार्यकर्ताओं को अब केवल यह ध्यान देना है कि अजीत बालियान को ज्यादा से ज्यादा वोटों से जिताया जाए।
कामयाब नहीं होगी साजिश
सपा के पूर्व विधायक जफर आलम ने कहा कि भाजपा ने लाशों पर चढ़कर राजनीति की है। यह गठबंधन ही उसे सत्ता से बाहर करेगा। सपा जिलाध्यक्ष अशोक यादव ने कहा कि विरोधियों की कोई साजिश कामयाब नहीं होगी। एक-एक कार्यकर्ता चुनाव में जुट गया है। रालोद जिलाध्यक्ष रामबहादुर चौधरी ने कहा कि चौ. अजीत बालियान को प्रत्याशी बनाकर बहन मायावती ने समाज को बड़ा सम्मान दिया है।
एक बूथ पर होंगे 50 कार्यकर्ता
संचालन कर रहे मुख्य जोन इंचार्ज गजराज विमल ने कहा कि एक बूथ पर बसपा, सपा व रालोद के 50-50 कार्यकर्ता होंगे। महापौर मोहम्मद फुरकान, बसपा जिलाध्यक्ष तिलकराज यादव, पूर्व विधायक वीरेश यादव, ठा. राकेश सिंह, प्रमोद गौड़, मुजाहिद किदवई, अज्जू इशहाक, ठा. मृगेंद्र सिंह, डॉ. मेराज अली, जियाउर्रहमान, रघुवीर सिंह ऊषवा, जसवंत सांवरिया, अशोक सिंह, मुकेश चंद्रा, जितेंद्र राही, रतनदीप, पार्षद मुशर्रफ मजहर, मुनीष अहमद गाजी, आमिर आबिद आदि कार्यकर्ता मौजूद रहे।
टल गया कार्यालय का उद्घाटन
संयुक्त सम्मेलन में पहले बतौर मुख्य अतिथि राष्ट्रीय महासचिव बाबू मुनकाद अली को आना था। उन्हें ही यहां के बसपा के मुख्य चुनाव कार्यालय का उद्घाटन करना था। संचालक ने बताया कि मुख्य अतिथि को बहन मायावती ने अचानक लखनऊ बुला लिया है। ऐसे में सभी कार्यकर्ता मायूस हो गए। यही नहीं, आपस में मंत्रणा करके फैसला लिया गया कि अगले एक-दो दिन में कार्यालय का उद्घाटन किया जाएगा।
साथियों को विशेष सम्मान
सम्मेलन में बसपाइयों ने बेहद समझदारी दिखाई, कई वरिष्ठ नेता सपा व रालोद नेताओं को सम्मान देने के लिए खुद ही मंच पर नहीं गए। एक मुख्य जोन इंचार्ज तो मंच से उठकर पानी की व्यवस्था कराने में जुट गए।