Chaitra Navratri: घोड़े पर आएंगी और हाथी पर सवार होकर जाएंगी माता रानी, मां दुर्गा के आगमन और प्रस्थान के दौरान वाहन का विशेष महत्व
Chaitra Navratri 2024 चैत्र नवरात्रि नौ अप्रैल से शुरू हो रहे हैं। मा दुर्गा का आगमन इस बार घोड़े पर होगा और हाथी पर सवार होकर प्रस्थान होगा। चैत्र नवरात्र का प्रारंभ मंगलवार से होने के कारण मां दुर्गा घोड़ा पर सवार होकर आएंगी लेकिन घोड़े की सवारी से माता रानी का पृथ्वी पर आगमन शुभ नहीं माना जाता है।
जागरण संवाददाता, अलीगढ़। मां दुर्गा को समर्पित नौ दिवसीय नवरात्र चैत्र महीने के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि नौ अप्रैल से शुरू हो रहे हैं। वैदिक ज्योतिष संस्थान के स्वामी पूर्णानंदपुरी ने बताया कि प्रतिपदा तिथि का प्रारंभ आठ अप्रैल को रात 11:51 बजे से होगा।
अगले दिन नौ अप्रैल को रात 8:29 बजे तक रहेगी। ऐसे में उदया तिथि प्रतिपदा होने के कारण नौ अप्रैल से ही चैत्र नवरात्र प्रारंभ होंगी।
प्रस्तान और आगमन के दौरान वाहन का है विशेष महत्व
स्वामी के अनुसार नवरात्र में मां दुर्गा के आगमन और प्रस्थान के दौरान वाहन का विशेष महत्व होता है। मान्यता है कि मां दुर्गा के घोड़े पर सवार होकर आने से प्राकृतिक आपदा की आशंका प्रबल होती है। साथ ही सत्ता पक्ष में भी बदलाव देखने को मिलता है।
नवरात्र का समापन 17 अप्रैल दिन बुधवार को होने से माता के प्रस्थान की सवारी गज (हाथी) होगी। माता का हाथी पर सवार होकर प्रस्थान करना शुभ संकेत होता है। यह अच्छी बारिश, खुशहाली और तरक्की का संकेत देता है। काल नाम के इस संवत्सर के राजा मंगल और मंत्री शनिदेव होने से यह वर्ष बहुत ही उथल-पुथल वाला रहेगा।
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शासन में कड़ा अनुशासन देखने को मिलेगा। वर्ष भर में पड़ने वाले चार नवरात्रों में नवरात्र चैत्र महीने में मनाई जातीं हैं। चैत्र नवरात्र से ही नव संवत्सर का आरंभ भी होता है। इस बार चैत्र नवरात्र की शुरुआत खरमास में हो रही है। 13 अप्रैल को खरमास समाप्त होंगे।
पहले दिन घटस्थापना का मुहूर्त
घट स्थापना का शुभ मुहूर्त प्रातः 6:24 बजे से लेकर 10:28 बजे तक रहेगा। इस दिन अभिजीत मुहूर्त में अमृतसिद्धि और सर्वार्थ सिद्धि योग का अद्भुत योग का निर्माण भी हो रहा है। अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12:03 बजे से शुरू होगा जो कि 12:54 बजे तक रहेगा। साथ ही अमृतसिद्धि और सर्वार्थ सिद्धि योग नौ अप्रैल को प्रातः 07:32 बजे से लेकर पूरे दिन रहेगा। यह घट नौ दिन तक स्थापित रहता है।