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अलीगढ़ में प्रेमिका की हत्या कर बच्चों को छोड़ा लावारिस, साढ़े तीन माह बाद दबोचा आरोपित

जासं अलीगढ़ बन्नादेवी क्षेत्र में साढ़े तीन माह पहले लावारिस अवस्था में घूमते मिले दो बच्चों की

By JagranEdited By: Updated: Wed, 30 Mar 2022 02:01 AM (IST)
अलीगढ़ में प्रेमिका की हत्या कर बच्चों को छोड़ा लावारिस, साढ़े तीन माह बाद दबोचा आरोपित
अलीगढ़ में प्रेमिका की हत्या कर बच्चों को छोड़ा लावारिस, साढ़े तीन माह बाद दबोचा आरोपित

जासं, अलीगढ़ : बन्नादेवी क्षेत्र में साढ़े तीन माह पहले लावारिस अवस्था में घूमते मिले दो बच्चों की मदद से पुलिस ने मंगलवार को एक ऐसे हत्या के मामले का पर्दाफाश किया है, जिसकी खबर किसी को न थी। एक युवक ने अपनी पत्नी के साथ मिलकर प्रेमिका की हत्या कर दी। शव को बोरे में रखकर चंडौस क्षेत्र में फेंक दिया। इसके दोनों बच्चे आरोपित को पिता कहते हैं, जिन्हें वह लावारिस हालत में छोड़कर भाग गया। चाइल्डलाइन में वे घुले-मिले तो आरोपित का नाम याद आ गया। इंटरनेट मीडिया पर फोटो तलाशा और फिर गौतमबुद्ध नगर से उसे व उसकी पत्नी को दबोचा लिया। पूछताछ में हत्या की वारदात का पर्दाफाश हो गया। दोनों को जेल भेज दिया गया है।

बन्नादेवी थाना प्रभारी सुभाष सिंह कठेरिया ने बताया कि 12 दिसंबर 2021 को सारसौल क्षेत्र में छह वर्षीय अवनी व पांच वर्षीय आर्यन घूमते मिले थे। बच्चे सिर्फ अपना नाम बता रहे थे। इसके अलावा न तो अपना पता बता पाए, न ही माता-पिता का नाम। दोनों बच्चों को चाइल्डलाइन के सिपुर्द कर दिया। पुलिस लगातार इनका हालचाल जान रही थी। बच्चे जब माहौल में घुल गए उन्होंने अपने पिता का नाम मनोज सागर व माता का नाम किरण सागर बताया। इसके बाद पते की तलाश में पुलिस ने दोनों के नाम के फेसबुक एकाउंट खंगाल लिए। बच्चों ने फेसबुक पर मनोज व किरण को पहचान लिया। यहां से पता चला कि मनोज गौतमबुद्धनगर में सीसीटीवी व एसी लगाने का काम करता है। सर्विलांस की मदद से पुलिस ने मनोज का पता लगा लिया। गौतमबुद्धनगर के थाना दनकौर के अट्टा गुजरान में रह रहे मनोज से पुलिस ने पूछताछ की। पहले तो उसने गुमराह करने की कोशिश की। सख्ती से पूछताछ में उसने पूरी कहानी उगल दी। पहली पत्नी की हो चुकी थी मौत, दूसरी के साथ रह रहा था

मनोज ने बताया कि वर्ष 2012 में बुलंदशहर के सिकंदराबाद निवासी पूजा से पहली शादी हुई थी। 2013 में पूजा की डिलीवरी के दौरान मौत हो गई। 2015 में मनोज ने चंडौस के बाहरपुर निवासी यादराम की बेटी पूजा से दूसरी शादी कर ली। इससे पांच साल का बेटा प्रीत व चार साल की बेटी पारुल है। आगरा की किरन से थे प्रेम संबंध, छिपकर मिलता था मनोज ने बताया कि वर्ष 2018 में गौतमबुद्धनगर के जीएनएस प्लाजा में सीसीटीवी कैमरे का काम सीखने के दौरान मनोज की मुलाकात आगरा के थाना एत्मादौला के कटरा वजीरखां निवासी किरन पत्नी योगेश से हुई। योगेश मूल रूप से सिरसागंज के गांव नाइन का है। गौतमबुद्ध नगर में मजदूरी करता है। किरन व योगेश के ही दोनों बच्चे अवनी व आर्यन हैं। किरन का पति से विवाद चल रहा था। ऐसे में मनोज से किरन की दोस्ती प्यार में बदल गई। दोनों पति-पत्नी की तरह साथ में रहने लगे। मनोज व किरन को भी बेटा विराट हुआ, जो मनोज ने अपनी पहली पत्नी की बहन ज्योति को दे दिया। किरन बच्चों के साथ गौतमबुद्धनगर के आदर्श विहार सोसायटी में अलग किराए पर रहती थी। पत्नी से छिपकर यहां मनोज आता था। किरन को पता था कि मनोज का घर अट्टा गूजरन में है। एक दिन वह उसके घर पहुंच गई, वहां उसकी पत्नी पूजा मिली। इसके बाद पूजा व मनोज में तनाव होने लगा। मनोज के मुताबिक, किरन रुपयों का दबाव बनाने लगी। वहीं उसके अन्य लोगों से भी संबंध थे। 10 दिसंबर 2021 की रात मनोज का भाई, मां व बहन एक शादी में शामिल होने के मेरठ गए थे। इधर, किरन अपने बच्चों को लेकर वहां आ गई। शाम को फिर से विवाद हुआ तो मनोज ने पूजा के मिलकर उसे मारने की योजना बनाई। मनोज ने अवनी व आर्यन को दूसरे कमरे में सुला दिया। रात दो बजे पूजा व मनोज ने दुपट्टे से किरन की गला घोंटकर हत्या कर दी। 11 दिसंबर को तड़के शव को बोरे में बांधा। पल्सर बाइक से लादकर चंडौस क्षेत्र के गांव कसेरू रोड पर फेंक दिया। बच्चों को धमकाकर लावारिस हालत में छोड़ दिया था। तीन जनवरी को मिला था शव चंडौस क्षेत्र में तीन जनवरी को महिला का शव मिला था। शिनाख्त न होने के चलते अज्ञात में उसका पोस्टमार्टम कराकर अंतिम संस्कार करा दिया गया था। मनोज की कहानी के बाद उस शव की शिनाख्त किरन के रूप में हुई है। फोटो व शव के कपड़े से किरन के माता-पिता व भाई ने पहचान कर ली। ......

लावारिस हालत में मिले बच्चों के माता-पिता की तलाश में आपरेशन खुशी के साथ इस केस की शुरुआत हुई थी। टीम की मेहनत से हत्या का पर्दाफाश हुआ है। इसके लिए पूरी टीम बधाई की पात्र है।

कलानिधि नैथानी, एसएसपी