Clash In Aligarh: सांप्रदायिक संघर्ष रोकने में नाकाम हुआ खुफिया तंत्र, पास में पुलिस चौकी, फिर भी हालात बेकाबू
Aligarh News सीओ पर नशे में होने के आरोप के बाद और बिगड़े हालात। खुफिया तंत्र रहा नाकाम देररात फिर से पुलिस चौकी वाली गली में हो गया पथराव। मीट की दुकानें हटाने पर अड़े लोग कहना था कि पहले होती थी ऊन की दुकानें।
By Jagran NewsEdited By: Abhishek SaxenaUpdated: Tue, 17 Jan 2023 08:30 AM (IST)
अलीगढ़, जागरण टीम। अलीगढ़ के सराय सुल्तानी में बवाल के दौरान आगरा रोड दहल गया। हालात इतने बेकाबू हो गए कि पुलिस उसे संभालने में नाकाम रही। घटनास्थल से कुछ दूरी पर ही सराय सुल्तानी और मदार गेट पुलिस चौकी हैं। फिर भी शुरुआत में हुए मामूली से विवाद पर नियंत्रण नहीं पाया जा सका। जब तक पुलिस पहुंची, तब तक हालात बिगड़ चुके थे।
पुलिस के सामने ही छत से पत्थर बरसाए गए। इसके बाद इकट्ठा हुए हिंदू पक्ष को समझाने के लिए नशे में आए सीओ ने माहौल को और खराब कर दिया। देररात 12 बजे तक पुलिस भीड़ को हटा नहीं पाई। खुफिया तंत्र पूरी तरह फेल नजर आया। इसी चलते एक बार निपटाया गया विवाद देररात फिर उखड़ा और अधिकारियों की मौजूदगी में ही पथराव-फायरिंग हो गई।
मामूली बात ने पकड़ा तूल
आगरा रोड शहर का सबसे व्यस्ततम रोड है। रात नौ बजे यहां बाजार खुला हुआ था। अचानक मामूली विवाद ने इतना बड़ा रूप ले लिया कि पुलिस प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए। सासनीगेट, कोतवाली नगर, देहलीगेट, सिविल लाइन, गांधीपार्क थानों का फोर्स मौके पर बुलाया। तब तक लोग बाजार बंद हो चुका था। छत से पथराव हो रहा था।इधर, हिंदुओं की पिटाई की खबर पर भाजयुमो के महानगर मंत्री हर्षद हिंदू, भाजपा नेता नितिन सुपारी, अजय गुप्ता आदि पहुंचे और जमकर नारेबाजी करते हुए घटनास्थल की तरफ बढ़ने लगे। सबसे पहले सीओ प्रथम अशोक कुमार आए और युवकों से पूछा कि किन लोगों ने मारपीट की है। इस पर युवकों ने उन पर नशे में होने का आरोप लगाया। एसपी सिटी ने तत्काल उन्हें लौटा दिया। इनके बाद एएसपी पुनीत द्विवेदी, सीओ तृतीय शिवप्रताप सिंह आए। एसपी सिटी ने माइक लेकर लोगों को समझाया, मगर लोगों का कहना था कि यहां पहले ऊन का बाजार हुआ करता था, जिसे हटाकर मीट की दुकानें खोल दी गई हैं। इन्हें हटाने पर लोग अड़ गए।
डीएम और एसएसपी भी मौके पर पहुंचे
इसके बाद 15 मिनट के अंदर ही डीएम-एसएसपी आ गए, जिन्होंने कार्रवाई का आश्वासन देकर युवकों को शांत किया। प्रदर्शनकारी शांत तो हो गए, मगर मदारगेट तिराहे से लेकर हाथरस अड्डा मोड़ तक करीब आधा किलोमीटर का रास्ते पर तनाव बना रहा। जगह-जगह 50-60 की संख्या में हिंदुत्ववादी एकत्रित थे, जो लगातार नारेबाजी कर रहे थे। पुलिस एक तरफ विवाद को शांत करती तो दूसरी तरफ से हंगामा बढ़ जाता। अधिकारियों के सामने भी लोग शांत नहीं हुए थे। इसके चलते डीआइजी, डीएम-एसएसपी मदार गेट चौकी पर बैठ गए। एसपी सिटी के अलावा एसपी यातायात मुकेश चंद्र उत्तम, एसपी देहात पलाश बंसल लोगों को समझाने में लगे रहे। खुफिया तंत्र माहौल को भांपने में नाकाम रहा। इसके चलते चौकी वाली गली में ही फिर से पथराव व फायरिंग की खबर मिली। अधिकारियों ने गली में घुसकर पथराव को शांत कराया। देररात क्षेत्र में पीएसी तैनात की गई।मीट की दुकानों को हटाने पर अड़े लोग
बवाल के दौरान कई बार पुलिस ने लोगों को समझाकर शांत किया। बार-बार लोगों को गुस्सा फूट रहा था। मौके पर भाजयुमो के महानगर अध्यक्ष अमन गुप्ता भी आ गए। घटना के विरोध में कार्यकर्ता धरने पर बैठ गए और उस रोड से मीट की दुकानों को हटाने व आरोपितों पर कार्रवाई की मांग पर अड़ गए। अधिकारियों ने इन्हें आश्वासन दिया। आरोपितों के नाम लिखित में मौके पर ही मांगे। इस दौरान जयश्री राम, भाजपा जिंदाबाद आदि के नारे लगाए। पुलिस ने हटाने की कोशिश की। इस दौरान पुलिस पर लाठीचार्ज करने का आरोप लगाया। अधिकारियों के समझाने पर भी लोग हटे नहीं। अलग-अलग जगह एकत्रित लोगों की नारेबाजी जारी रही। देररात संघ के पदाधिकारी भी मौके पर आ गए।
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