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Greater Aligarh Colony: खास होता जा रहा है ये हिस्सा, दिल्ली एनसीआर के निवेशकों की नजर, इंट्रीग्रेटेड टॉउनशिप होगी विकसित

Greater Aligarh Colony भूमि खरीद के लिए एडीए में अभी से संपर्क कर रहे हैं निवेशक। विकास प्राधिकरण 323 हेक्टेयर क्षेत्रफल में विकसित कर रहा है ग्रेटर अलीगढ़ कालोनी। एयरपोर्ट की सीमा से लगे बुलंदशहर और अलीगढ़ जिले में यह अधिक रुचि दिखा रहे हैं। सरकारी प्रोजेक्ट पर इन लोगों की नजर है। ऐसे में ग्रेटर अलीगढ़ में इनकी विशेष दिलचस्पी है।

By Jagran News Edited By: Abhishek Saxena Updated: Sat, 13 Jan 2024 09:35 AM (IST)
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Greater Aligarh Colony: खास होता जा रहा है ये हिस्सा, इंट्रीग्रेटेड टॉउनशिप होगी विकसित, दिल्ली एनसीआर के निवेशकों की नजर

जागरण संवाददाता, अलीगढ़। जिले का एक हिस्सा तो बेहद खास होता जा रहा है। जेवर एयरपोर्ट, डिफेंस कारिडोर और राजा महेंद्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय से निकटता के चलते खैर रोड पर प्रस्तावित ग्रेटर अलीगढ़ कालोनी पर दिल्ली-एनसीआर के निवेशकों की भी नजर है। वे अलीगढ़ विकास प्राधिकरण (एडीए) की इस कालोनी में भूमि खरीद के लिए रुचि दिखा रहे हैं। हर रोज इस क्षेत्र के तमाम लोग योजना की विस्तृत जानकारी के लिए एडीए कार्यालय में आ रहे हैं।

एडीए ने ट्रांसपोर्ट नगर के सामने सात गांवों में ग्रेटर अलीगढ़ के नाम से इंटीग्रेटेड टाउनशिप प्रस्तावित की है। 323 हेक्टेयर में विकसित होने वाली कालोनी में भूमि खरीद पर करीब सात सौ करोड़ रुपये खर्च होंगे। पिछले दिनों एडीए उपाध्यक्ष अतुल वत्स के प्रस्ताव पर शासन स्तर से डेढ़ सौ करोड़ की राशि भी आवंटित कर दी गई।

अब एडीए ने इसमें बैनामों की भी शुरुआत कर दी है। करीब 40 हेक्टेयर भूमि के बैनामे हो चुके हैं। ऐसे में अब इस कालोनी में खरीददार भी रुचि दिखा रहे हैं। लोग अभी से एडीए में भूमि खरीद के लिए संपर्क कर रहे हैं। दिल्ली-एनसीआर के अधिक लोग आ रहे हैं। इसके पीछे का कारण है कि खैर रोड पर यह पहली सरकारी आवासीय कालोनी है। ऐसे में लोग अधिक दिलचस्पी दिखा रहे हैं।

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भूमि खरीद के लिए एडीए में अभी से संपर्क कर रहे हैं निवेशक

जेवर क्षेत्र के अधिक लोग दिखा रहे रुचि केंद्र सरकार नोएडा के जेवर में एशिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट विकसित कर रही है। इस प्रोजेक्ट के लिए सरकार ने कई गांव के सैंकड़ों लोगों की भूमि का अधिग्रहण किया है। कई हजार करोड़ का मुआवजा भी आवंटित किया गया है। ऐसे में अधिकतर भूमि के एयरपोर्ट में चले जाने के चलते स्थानीय लोग मुआवजे से भूमि ही खरीद रहे हैं।

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इन गांवों की भूमि पर विकसित हो रही है कालोनी

रुस्तमपुर अखन, अहमदाबाद, जनतपुर चिकावटी, अटलपुर, मूसेपुर कीब जिरौली, ल्हाैसरा विसावनसरकारी प्रोजेक्ट पर इन लोगों की नजर है। ऐसे में ग्रेटर अलीगढ़ में इनकी विशेष दिलचस्पी है।

ग्रेटर अलीगढ़ एडीए की सबसे महत्वाकांक्षी योजना है। लोग इसमें काफी रुचि दिखा रहे हैं। फिलहाल सर्किल रेट के चार गुना मुआवजे पर भूमि अधिग्रहण हो रहा है। अतुल वत्स, उपाध्यक्ष, अलीगढ़ विकास प्राधिकरण

रामायण से जुड़े संवाद और स्थलों के नाम से होंगे सेक्टर

ग्रेटर अलीगढ़ कालोनी की सबसे खास बात यह है कि इसमें रामायण से जुड़े संवाद और स्थलों के नाम से सेक्टर होंगे। इसमें प्रमुख रूप से जनकपुरी, द्रोणागिरी, रामसेतु, संगम, अशोक वाटिका, पंचवटी अन्य शामिल हैं। प्रदेश की यह पहली आवासीय कालोनी होगी, जिसमें इस तरह के नाम होंगे। कालोनी के मध्य में सेंटर प्वाइंट के नाम से चौराहे भी होगा।

होगा विकास मिलेगा रोजगार

इस कालोनी के विकसित होने से सात गांव के साथ ही आसपास के अन्य क्षेत्र में भी विकास होगा। लोगों को घर बैठे रोजगार मिलेगा। दूसरे शहरों में पलायन नहीं करना पड़ेगा।

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