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Diwali 2024 : यूपी के इस जिले में आतिशबाजी बिकी तो थाना प्रभारी होंगे जिम्मेदार, थाना प्रभारी को जारी किया गया आदेश

मंडलायुक्त चैत्रा वी. ने दीपावली एवं छठ पर्व के अवसर पर मंडल के सभी डीएम एसएसपी को पत्र भेजकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं। पत्र में उन्होंने कहा है कि मंडल में किसी भी दशा में प्रतिबंधित पटाखों का निर्माण विक्री एवं उपयोग नहीं होना चाहिए। इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए कि वायु की गुणवत्ता पर प्रतिकूल असर न पड़े। अधिक से अधिक ग्रीन पटाखे ही चलाए जाएं।

By Surjeet Singh Edited By: Mohammed Ammar Updated: Sat, 26 Oct 2024 10:38 PM (IST)
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एडीएम सिटी ने पुलिसकर्मियों को सख्त हिदायत दी है।
जासं, अलीगढ़ : शहर के नुमाइश मैदान में ही आतिशबाजी की बिक्री हो सकेगी। अगर शहर के किसी दूसरे स्थान पर आतिशबाजी की बिक्री होते हुए मिलती है तो संबंधित क्षेत्र के थाना प्रभारी की जिम्मेदारी होगी। एडीएम सिटी अमित कुमार भट्टी ने इसका आदेश जारी कर दिया है। इसमें निर्देश दिए हैं कि सभी थाना प्रभारी अपने-अपने क्षेत्रों में भ्रमणशील रहें।

अगर कहीं पर अनाधिकृत रूप से आतिशबाजी की बिक्री होते हुए मिलती है तो संबंधित पर कार्रवाई की जाए। मजिस्ट्रेट भी अपने क्षेत्रों में भ्रमणशील रहें। किसी भी नई परपंरा के कार्यक्रम के अनुमति नहीं दी जाए। एडीएम सिटी ने मुख्य अग्निशमन अधिकारी को भी एक पत्र भेजा है। इसमें निर्देश दिए गए हैं कि त्योहार पर आगजनी की घटनाओं से निपटने के लिए सभी तैयारी कर ली जाएं। सभी अग्निशमन वाहन भी निरंतर क्रियाशीन रहने चाहिए। अस्पतालों में भी पर्याप्त इलाज के प्रबंध होने चाहिए।

नियमानुसार ही हो पटाखों की बिक्री : मंडलायुक्त

मंडलायुक्त चैत्रा वी. ने दीपावली एवं छठ पर्व के अवसर पर मंडल के सभी डीएम, एसएसपी को पत्र भेजकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं। पत्र में उन्होंने कहा है कि मंडल में किसी भी दशा में प्रतिबंधित पटाखों का निर्माण, विक्री एवं उपयोग नहीं होना चाहिए। इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए कि वायु की गुणवत्ता पर प्रतिकूल असर न पड़े। अधिक से अधिक ग्रीन पटाखे ही चलाए जाएं। नियमानुसार ही पटाखों की बिक्री होनी चाहिए।

बैंक प्रबंधक की पत्नी ने एसीपी से लगाई गुहार

आगरा: न्यू आगरा क्षेत्र में शुक्रवार को बैक प्रबंधक आशीष रमाकर और उसकी पत्नी कृतिका के बीच विवाद के बाद पीड़िता ने एसीपी हरीपर्वत आदित्य कुमार से मिलकर न्याय की गुहार लगाई है। पीड़िता के अनुसार, भरण-पोषण के मुकदमे को वापस लेने के लिए दबाव बनाने के लिए मारपीट की जा रही है।

बहन द्वारा पिता और भाई को मुकदमा में फंसाने की धमकी दी जा रही है। 24 अक्टूबर को उनके साथ मारपीट हुई और पुलिस ने उल्टा उनके और स्वजन पर मुकदमा दर्ज कर दिया। शुक्रवार को भी रात के समय मारपीट की गई। पुलिस के सामने भी मारपीट की गई।आरोपित का शांतिभंग में चालान कर दिया गया।एसीपी ने जांच कर उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है। पीड़िता ने बताया कि झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी दी जा रही है। इसके बाद से वह मानसिक रूप से काफी तनाव में है। 

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