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अलीगढ़ में डा. रजनी का दावा, मौसमी संक्रमण व रोगों में होम्योपैथी दवा कारगर

होम्योपैथी चिकित्सक ने किया दावा कहा-दवाएं चिकित्सक की सलाह पर ही ली जाएं।

By JagranEdited By: Updated: Wed, 22 Dec 2021 07:27 PM (IST)
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अलीगढ़ में डा. रजनी का दावा, मौसमी संक्रमण व रोगों में होम्योपैथी दवा कारगर

जासं, अलीगढ़ : सर्दी का मौसम रोगियों के लिए परेशानी भी लेकर आता है। दिन में धूप व रात को गलन से लोग फ्लू, सर्दी-जुकाम, खांसी, वायरल फीवर, अस्थमा, जोड़ों में दर्द समेत तमाम रोगों की चपेट में आ जाते हैं। दवा खाने के बाद फिर बीमार हो जाते हैं। होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति से इन रोगों का उपचार कराएं तो ज्यादा समस्या नहीं होगी। होम्योपैथी दवाएं मौसमी संक्रमण व रोगों में कारगर है। मगर दवाएं चिकित्सक से परामर्श के बाद ही ली जाएं। यह दावा कृष्णा नगर कालोनी स्थित प्रजापति होम्यो क्लीनिक की संचालक व होम्योपैथी चिकित्सक डा. रजनी प्रजापति ने अलीगढ़ में दैनिक जागरण के हेलो डाक्टर कार्यक्रम में पाठकों के सवालों के जवाब देते हुए किय। सर्दी शुरू होते ही खांसी-जुकाम व कूल्हे में दर्द की समस्या हो गई है।

रतन गोपाल, लोधी विहार, सासनीगेट

- शरीर में कैल्शियम की कमी, मांसपेशियों पर दबाव व इम्युनिटी कमजोर होने से ऐसी समस्या है। दर्द के लिए ब्रायोनिया एल्ब-200 व सर्दी खांसी में नेट्राम्यूर 200 की पांच-पांच बूंद सुबह-शाम लें। करीब दो माह से घुटने में सूजन व दर्द है। चलने-फिरने पर जोड़ से आवाज आती है। भूख कम लगती है।

खेम सिंह, वीरपुरा

-यह गठिया के लक्षण हैं। इसमें घुटने के जोड़ का तेल कम खत्म होने लगता है। दर्द के लिए ज्यादा दवा न खाएं। रसटोक्स 200 व ब्रायोनिया 200 की पांच-पांच बूथ 10 मिनट के अंतर से सुबह खाली पेट व शाम को लें। 15 दिन से रात में सांस फूल रही है। दिन में कोई समस्या नहीं होती है। थायराइड (मोटापा) से ग्रस्त हूं।

राजवीर सिंह, कौड़ियागंज

- थायराइड की दवा नियमित लेते रहें। सेनेगो-क्यू मदर टिचर की 15-15 बूंद दिन में तीन बार लें। रात में ठंड से बचाव करें। शयन कक्ष में पर्याप्त आक्सीजन की उपलब्धता होनी चाहिए। बेटी की पित्त की थैली में पथरी है। गैस बहुत बनती है। उल्टी व घबराहट हो रही है। उसका सवा माह का बेटा भी है।

सुरेश कुमार सैनी, श्याम नगर, रामघाट रोड

- बर्बेरिस वल्गेरिस-क्यू मदर टिचर की 15-15 बूंद दिन में चार बार, डायस्कोरिया विलासा 200 की पांच-पांच बूंद सुबह-शाम व उल्टी ज्यादा होने पर इपीकोक 30 की चार बूंद दिन में तीन बार लें। तले-भुने व तैलीय भोजन से परहेज करें। पत्नी के घुटने में दर्द है। जांच में हड्डी बढ़ी हुई आई है। डाक्टर ने आपरेशन बताया है। क्या होम्योपैथी में उपचार संभव है।

एपी सिंह, धनीपुर

- होम्योपैथी में रोग को जड़ से खत्म करने की क्षमता है, लेकिन रोगी को धैर्य रखना पड़ता है। आप कैल्केरिया फ्लोर थ्री-एक्स की चार-चार गोली दिन में तीन बार गुनगुने पानी से लेना शुरू कर दें। मेरी आयु 70 वर्ष है। छह माह पहले टांग में फ्रैक्चर हो गया था। हड्डी तो जुड़ गई, मगर सर्दी में दर्द होता है।

कृष्णा कुमार, कासिमपुर पावर हाउस

-इस आयु में शरीर से कैल्शियम का क्षरण होने लगता है। प्राकृतिक रूप से कैल्शियम कम बनता है। इसलिए ऐसी समस्या होने लगती हैं। आप सिम्फाइटम 200 की पांच-पांच बूंद सुबह-शाम व कैल्केरिया फॉस 6एक्स की चार-चार गोली दिन में तीन बार लें। दोनों दवाओं के बीच 10 मिनट का अंतर रखें। रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाएं

डा. रजनी ने बताया कि बार-बार सर्दी, खांसी, जुकाम, बुखार व अन्य रोगों से बचाव के लिए शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को स्ट्रांग बनाए रखें। इसके लिए संतुलित आहार, योग, व्यायाम जरूरी है। रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए बच्चों को आर्सेनिक-30 की दो बूंद व बड़ों को पांच बूंद सुबह लेनी चाहिए। बीमार होने पर आर्सेनिक-30, ब्रायोनिया-30 व एलएम सीपर की पांच-पांच बूंद दिन में तीन बार लें। इन्होंने लिया परामर्श : हामिदपुर से महेश शर्मा, अलीगढ़ से प्रद्युमन गौड़, कमालपुर से साक्षी, छिड़ावली, पीडब्ल्यूडी कालोनी से अंजना बघेल, नरौरा से रामवीर प्रजापति, इगलास से मदनलाल सिघल, रनमोचना से श्रीपाल सिंह, चंदनिया से अंकित सैनी, होली चौक मसूदाबाद से प्रमोद कुमार सिघल, चैंडोला से आकाशदीप आदि।

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