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AMU Vice Chancellor said : समस्याओं से घिरी दुनिया में मानवता के लिए आशा की किरण बने गांधी जी

AMU Vice Chancellor said एएमयू की मौलाना आजाद लाइब्रेरी में राष्‍ट्रपिता महात्‍मा गांधी की जयंती पर उनके जीवन पर लिखी पुस्‍तकों और चित्रों व उनके द्वारा लिखे पत्रों पर आधारित दो दिवसीय प्रदर्शनी का उद्घाटन रविवार को हुआ। प्रदर्शनी सोमवार तक चलेगी।

By Jagran NewsEdited By: Anil KushwahaUpdated: Sun, 02 Oct 2022 06:06 PM (IST)
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एएमयू के मौलाना आजाद लाइब्रेरी में लगी प्रदर्शनी को देखते कुलपति प्रो तारिक मंसूर।
अलीगढ़, जागरण संवाददाता। AMU Vice Chancellor said : एएमयू के कुलपति प्रो. तारिक मंसूर ने कहा कि महात्मा गांधी आज भी समस्याओं से घिरी दुनिया में मानवता के लिए आशा की किरण बने हुए हैं। गांधी जी की शिक्षाएं हमें याद दिलाती हैं कि आखिरकार हम मानव हैं और सबसे असाधारण और अद्भुत उपलब्धियों के लिए सक्षम हैं, केवल अहिंसक साधनों और शांति के माध्यम से हम मानवजाति के हितों के लिए कार्य कर सकते जो हमारी इच्छा और हमारे अधिकार की भावना के अनुरूप है। कुलपति रविवार को एएमयू की Maulana Azad Library में Father of the Nation Mahatma Gandhi की जयंती पर उनके जीवन पर लिखी पुस्तकों और चित्रों व उनके द्वारा लिखे पत्रों पर आधारित two day exhibition के उद्घाटन के अवसर पर बोल रहे थे।

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स्‍वतंत्रता आंदोलन के दौरान कई बार अलीगढ़ आए थे गांधी जी 

एएमयू के साथ महात्मा गांधी के घनिष्ठ संबंधों पर कुलपति ने कहा कि freedom movement के दौरान गांधीजी कई बार अलीगढ़ आए थे। एएमयू के पुस्तकालय में उनकी यादों को संजोने वाले पत्र और तस्वीरें मौजूद हैं। एएमयू छात्र संघ ने उन्हें पहली आजीवन सदस्यता दी और महात्मा गांधी की अपील पर छात्रों ने कैंपस के अंदर विदेशी सामान और कपड़े जलाए। महात्मा गांधी की कहानी महाद्वीपों और संस्कृतियों में गूंजती है क्योंकि उनके अहिंसा के सिद्धांत ने कई नागरिक अधिकार आंदोलनों को प्रेरित किया।

सोमवार तक लगेगी प्रदर्शनी

प्रोफेसर मंसूर ने एएमयू शिक्षकों, छात्रों और गैर-शिक्षण कर्मचारियों को एक स्वच्छता शपथ यह कहकर दिलाई कि महात्मा गांधी ने एक विकसित और स्वच्छ देश का सपना देखा था। यह प्रदर्शनी सोमवार तक लगेगी। भाषाविज्ञान विभाग के अध्यक्ष प्रो एमजे वारसी ने कहा कि राष्ट्रपिता ने शिक्षा के अनिवार्य माध्यम के रूप में मातृभाषा का उपयोग करने के बारे में बहुत भावुकता से बात की। राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनइपी) 2022 गांधीवादी सिद्धांतों को प्रतिबिंबित करती है।

गांधी जी के योगदान पर दिया भाषण 

उर्दू विभाग के अध्यक्ष प्रो. मोहम्मद अली जौहर ने कहा कि महात्मा गांधी ने सच्चाई और सभी मानव जाति के लिए न्याय में अपने विश्वास से दुनिया को प्रेरित किया। वह एक महान आत्मा थे जो अहिंसा के साथ शांति लाने के उनके आदर्शों के खिलाफ लड़ने वालों से भी प्यार करते थे। एएमयू की छात्रा ज़हरा असद और छात्र जावेद अशरफ ने भी महात्मा गांधी के योगदान पर भाषण दिए। संचालन प्रो. विभा शर्मा तथा विश्वविद्यालय पुस्तकालयाध्यक्ष प्रो निशात फातिमा ने धन्यवाद ज्ञापित किया। एएमयू रजिस्ट्रार आइपीएस मोहम्मद इमरान और विभिन्न विभागों के शिक्षकों ने भाग लिया।

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