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अब दुनियाभर में महकेगी हाथरस की हींग Hathras news

हींग कारोबारियों के लिए अच्छी खबर है। यहां की हींग की महक अब देश ही नहीं विदेशों तक पहुंचेगी। ऐसा ऑनलाइन बिक्री से संभव होगा हींग कारोबारियों के लिए अच्छी खबर है।

By Mukesh ChaturvediEdited By: Updated: Sat, 01 Feb 2020 08:48 AM (IST)
अब दुनियाभर में महकेगी हाथरस की हींग Hathras news
हाथरस [ हिंमाशु गुप्ता ] : हींग कारोबारियों के लिए अच्छी खबर है। यहां की हींग की महक अब देश ही नहीं, विदेशों तक पहुंचेगी। ऐसा ऑनलाइन बिक्री से संभव होगा, जिसके लिए राज्य सरकार के निर्देश पर उद्योग विभाग तैयारी में जुटा है। इस योजना पर शहर के 10 उद्यमियों ने सहमति भी जता दी है।

 कारोबारियों के सामने आ रही चुनौतियो

ऐसा सरकार की 'एक जनपद, एक उत्पाद योजना के तहत किया जा रहा है। पिछले साल के अंत में हींग की गुणवत्ता में सुधार, कारोबारियों के सामने आ रही चुनौतियों, उनकी जरूरतों को लेकर आइएल एंड एफएस कंपनी से सर्वे कराया गया था। इसकी रिपोर्ट में टेस्टिंग लैब और पैकेजिंग, ब्रांडिंग की सुविधा को सबसे जरूरी माना गया। इसके चलते राज्य सरकार ने हाथरस में कॉमन फैसिलिटी सेंटर खोलने का निर्णय लिया। इसमें टेस्ंिटग लैब की सुविधा तो होगी, आकर्षक पैकेजिंग, ब्रांडिंग और ट्रेडिंग को बढ़ावा दिया जाएगा। ताकि ऑनलाइन बिक्री में अधिक कारोबारियों को जोड़ा जा सके। विभाग के जरिये ऑनलाइन बिक्री से कारोबारियों को किसी प्रक्रिया से नहीं गुजरना होगा। विभाग ही सभी कार्रवाई पूरी करेगा।

 जिले में करीब 150 इकाई पंजीकृत 

10 उद्यमियों ने मेरठ भेजे सैंपल राज्य सरकार हर जिले के प्रमुख उत्पाद की ऑनलाइन ब्रिकी के लिए पोर्टल बना रही है। मेरठ की माइक्रो पैक इंडस्ट्रियल इंस्ट्रयूमेंट्स कंपनी को इसके लिए नामित किया गया है। वेबसाइट पर हर प्रोडक्ट की पैकेट्स के फोटो, इनग्रेडिएंट्स व मूल्य आदि अपलोड किया जा रहा है। इसके तहत जिले के 10 उद्यमियों ने अपने-अपने प्रोडक्ट के सैंपल मेरठ भेज दिए हैं।

आयात शुल्क से आसमान छू रहे दाम

हाथरस में हींग की छोटी-बड़ी मिलाकर लगभग 60 फैक्ट्रियां हैं। 90 फर्म ट्रेडिंग करती हैं। इस तरह जिले में करीब 150 इकाई पंजीकृत हैं। करीब 70 करोड़ रुपये का सालाना कारोबार है। हींग के लिए कजाकिस्तान, उच्बेकिस्तान, अफगानिस्तान और ईरान से कच्चा माल आता है। 

 तैयार माल देश के कोने-कोने में जाता है

अफगानिस्तान को छोड़कर बाकी देशों से आने वाले माल पर 29.8 फीसद आयात शुल्क है। इससे हींग की कीमत बढ़ी है। तैयार माल देश के कोने-कोने में जाता है। कुवैत, कतर, सऊदी अरब व बहरीन आदि में एक्सपोर्ट होता है। उद्यमी आयात शुल्क कम करने की मांग वर्षों से कर रहे हैं।

 मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं 

हींग कारोबारी बांके बिहारी अग्रवाल हींग उद्योग को बढ़ावा देने के लिए सरकार लगातार प्रयासरत है। प्रोडक्ट की ऑनलाइन बिक्री से निश्चित रूप से ही इस उद्यम को लाभ मिलेगा।

हींग कारोबार अंकित बंसल, को बढ़ावा देने के लिए मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं तथा कॉमन फैसिलिटी सेंटर स्थापित कराया जाए। इसके अलावा आयात शुल्क में राहत मिलनी चाहिए।

 ऑनलाइन बिक्री के लिए पोर्टल कि तैयारी 

हाथरस के उपायुक्त उद्योग, दुष्यंत कुमार, का कहना है कि हींग की ऑनलाइन बिक्री के लिए पोर्टल तैयार किया जा रहा है। हाथरस से 10 उद्यमियों ने सेंपल भी भेज दिए हैं। कॉमन फैसिलिटी सेंटर के लिए जगह की तलाश की जा रही है है। 

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