Hathras Stampede: अलीगढ़ के 13 लोगों ने गंवाई जान, 37 शवों के हुए पोस्टमार्टम, अब तक 121 की हुई मौत
सत्संग में गए अलीगढ़ के 13 लोगों की भी मौत हुई है। अलीगढ़ में हाथरस से आए 37 शवों के पोस्टमार्टम हो चुके हैं। वहीं हाथरस में हादसे के घायल जेएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती छह लोगों में चार को छुट्टी दे दी है। खुर्जा की आशा और एटा की साधना आईसीयू में भर्ती हैं। इस हादसे में अब तक 121 की मौत हो चुकी है।
जागरण संवाददाता, अलीगढ़। सिकंदराराऊ हादसे के बाद अलीगढ़ समेत आसपास के जिलों में चीत्कार मच गई है। इस हादसे में अलीगढ़ के भी 13 लोगों की मृत्यु हुई है, जो सत्संग में शामिल होने गए थे।
इनमें अकराबाद क्षेत्र के गांव पिलखना के मोहल्ला फराहान निवासी मंजू पत्नी छोटे, इनका छह वर्षीय बेटा पंकज, शांति देवी पत्नी विजय सिंह, प्रमा देवी पत्नी रमेश चंद्र, गभाना क्षेत्र के गांव नगला पोथी निवासी शिवराज पुत्र सुरेश , जवां सिकंदरपुर निवासी सावित्री देवी पत्नी रमेश, मोहरश्री, नगला महताब निवासी सर्वेश के अलावा सारसौल निवासी राजकुमारी, बरला निवासी निधि, इनका बेटा रिहान, भदेसी निवासी रजनी, सूरजवती निवासी पालीमुकीमपुर, नीरज देवी निवासी नगला तुला शामिल हैं।
यहां पोस्टमार्टम हाउस पर रात से ही लोगों की भीड़ जुटी रही। कुल 38 शव आए थे। मंगलवार रात नौ बजे से पोस्टमार्टम कराने की प्रक्रिया शुरू हुई। सुबह तक 37 शवों के पोस्टमार्टम हो गए। एक पुरुष की शिनाख्त नहीं हो पाई है। इनके अलावा छह घायल जेएन मेडिकल कालेज व छह घायलों को दीनदयाल अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
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121 की हो चुकी है मौत
जिले के सिकंदराराऊ में नारायण साकार विश्व हरि के सत्संग के बाद भगदड़ में मृतकों की संख्या 121 हो गई है। सीएम योगी आदित्यना ने हाथरस आकर घायलों का हाल जाना। सत्संग के मुख्य आयोजक मुख्य सेवादार कहे जाने वाले देवप्रकाश मधुकर सहित अन्य के खिलाफ सिकंदराराऊ कोतवाली में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस), 2023 की धारा 105, 110, 126(2), 223 और 238 के तहत मुकदमा पंजीकृत किया गया है। सत्संग को लेकर गए बोर्ड में 26 आयोजनकर्ताओं के नाम लिखे गए थे।