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Hathras: सैलाब देख हर कोई था हैरान, पानी भरे खेतों में ही जमाया था डेरा, कानपुर हाईवे से नजर आ रही थी भीड़

सत्संग में जनसैलाब उमड़ पड़ा था। हर तरफ भीड़ ही भीड़ थी। अलीगढ़ मंडल में अब तक हुए इस तरह के आयोजनों में यह सर्वाधिक भीड़ थी जिसने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए थे। कार्यक्रम स्थल से लेकर आसपास के खेतों में बरसात का पानी भी भरा था लेकिन नारायण साकार विश्व हरि (भोले बाबा) के अनुयायियों इससे जरा भी विचलित नहीं हुए।

By Jagran News Edited By: Shivam Yadav Updated: Fri, 05 Jul 2024 12:07 AM (IST)
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भगदड़ के बाद हजारों लोग अलीगढ़-कानपुर हाईवे को पार कर दूसरी ओर खेतों में आ गए। सौ. वीडियो ग्रैब।

जागरण संवाददाता, अलीगढ़। सत्संग में जनसैलाब उमड़ पड़ा था। हर तरफ भीड़ ही भीड़ थी। अलीगढ़ मंडल में अब तक हुए इस तरह के आयोजनों में यह सर्वाधिक भीड़ थी, जिसने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए थे। 

कार्यक्रम स्थल से लेकर आसपास के खेतों में बरसात का पानी भी भरा था, लेकिन नारायण साकार विश्व हरि (भोले बाबा) के अनुयायियों इससे जरा भी विचलित नहीं हुए। गीले खेतों में ही डेरा जमा लिया था। 

अलीगढ़-कानपुर हाईवे पर कई जगह भंडारे की भी व्यवस्था की गई थी। जगह-जगह सेवादार पानी भी पिला रहे थे। इंटरनेट मीडिया पर भीड़ के कई वीडियो वायरल हो रहे हैं। 

वाहनों से जा रहे राहगीरों को भी बाबा के सेवादारों ने वीडियो बनाने से रोका। घटना वाले दिन सुबह से ही भीड़ का आलम था। सत्संग समापन के बाद इस भीड़ ने ही 121 लोगों की जान ले ली।

100 बीघा मैदान में हुआ था सत्संग

अलीगढ़ में रामघाट रोड पर तालानगरी के पास स्थित 100 बीघा मैदान में 2022 में सत्संग हुआ था। तब आयोजकों ने एक से दो लाख भीड़ आने की संभावना जताते हुए प्रशासन से अनुमति ली थी। उस आयोजन में दो लाख से अधिक भीड़ आई थी। 

अच्छी बात ये रही कि किसी तरह की कोई परेशानी नहीं हुई। बाबा के अनुयायाी ही सारी व्यवस्था संभाले हुए थे। हाथरस के सिकंदराराऊ के फुलरई और मुगलगढ़ी गांव के पास 155 बीघा खेत में सत्संग के लिए व्यवस्था की थी। 

अलीगढ़ की तुलना में यह मैदान तो बड़ा था ही हाईवे होने के चलते अधिक भीड़ एकत्रित होने का मौका और मिल गया। जिस दिन हादसा हुआ उससे पहले बरसात भी हुई थी। सत्संग वाले दिनों आसपास के खेतों में पानी भरा हुआ था। आयोजन स्थल भी गीला था, लेकिन अनुयायियों पर इसका कोई असर नहीं हुआ। 

अलीगढ़ में हुए आयोजन में भी ऐसा देखने को मिला था। मैदान में पानी भरने पर भी अनुयायी और सेवादार अपनी जगह से हिले नहीं थे। घुटनों पानी में ही सत्संग में लीन रहे। सिकंदराराऊ में हुए हादसे से पहले के इंटरनेट मीडिया पर कई वीडियो प्रसारित हो रहे हैं। जो भीड़ की भयावहता को दर्शा रहे हैं। 

एक्स पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसे अलीगढ़ की ओर आ रही बस में सवार किसी यात्री ने बनाया है। वीडियो बनाने के दौरान यात्री भीड़ देखकर हैरान है। कह रहा है, पता नहीं ये पब्लिक कहां से आई है? गीले खेतों में शिविर लगाए हैं। 

इसी दौरान हाईवे पर खड़े सेवादार वीडियो बनाने का विरोध करते हैं। यात्री हंसते हुए दूसरे यात्री से कहता है, देखो भाई वीडियो भी नहीं बनाने दे रहे। कुछ दूर चलने के बाद फिर कहता, बहुत तगड़ी भीड़ है यार। बैनर पर लिखे नाम को पढ़कर कहता है, बाबा साकार विश्व हरि के लिए भीड़ जुटी है।

हाईवे पार कर खेतों में भागे थे हजारों लोग

हादसे के बाद हजारों की भीड़ हाईवे को पार कर ज्वार और मूंग के खेत में पहुंच गई। इसका भी वीडियो प्रसारित हो रहा है। आसपास के मकानों से स्थानीय लोगों ने वीडियो बनाए। इनमें भी जन सैलाब दिखाई दे रहा है। हाईवे पर यातायात एक ही दिशा निकल रहा है। बड़ी संख्या में सेवादार लाठी लेकर यातायात को नियंत्रित करते दिखाई दे रहे हैं।

थैला में वर्दी रखकर भाग गए सेवादार

हादसे के बाद सेवादारों ने घायल पड़े लोगों के इलाज की चिंता भी नहीं की। मौके पर मौजूद रहे लोकेश ने बताया कि सेवादार कह रहे थे कि बाबा की कृपा से सब ठीक हो जाएगा। 

सेवादारों ने वीडियो बना रहे लोगों का विरोध भी किया। मरने वालों की संख्या बढ़ती गई तो सेवादारों के होश उड़े। अपनी पहचान छिपाने के लिए सेवादारों ने वर्दी उतारकर सामान्य कपड़े पहने और थैला में वर्दी रखकर भाग गए। इसके बाद तो एक भी सेवादार नहीं दिखा।

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