Hathras Stampede Case: जेल में आरोपितों से मिले अधिवक्ता, कहा- घटना के पीछे थी साजिश, 'नारायण विश्व हरि' निर्दोष
Hathras Stampede Case Update साकार विश्व हरि उर्फ सूरजपाल के अधिवक्ता डा. एपी सिंह ने एक बार फिर साजिश का राग अलापा है। हाथरस सत्संग के दौरान मची भगदड़ में 121 लोगों की मौत के बाद उन्होंने कहा था कि ये साजिश है और जहरीला स्प्रे करने वाले स्कॉर्पियो और बोलेरो में सवार होकर भागे थे। कहा कि मुख्यमंत्री व प्रदेश सरकार अस्थिर करना चाहते हैं साजिशकर्ता।
जागरण संवाददाता, अलीगढ़। Hathras Stampede Case: जिला कारागार में बंद सिकंदराराऊ हादसे के 11 आरोपितों से शनिवार को 'साकार विश्व हरि' के अधिवक्ता डा. एपी सिंह ने मुलाकात की। कहा कि जो अस्पतालों में घायलों ने बताया था, वही बात सभी आरोपितों ने बताई है।
घटना के पीछे साजिश थी। 'नारायण विश्व हरि' निर्दोष हैं। वे 30-35 मिनट पहले ही जा चुके थे। 15-16 लोगों ने जहरीला स्प्रे किया, जिससे भगदड़ मची। ये साजिश राजनीतिक दलों की हो सकती है, जो मुख्यमंत्री व प्रदेश सरकार अस्थिर करना चाहते हैं।
हाथरस के बूलगढ़ी प्रकरण में भी राजिश रची गई थी। उसके सभी आरोपित दोषमुक्त हो चुके हैं। तब भी राजनीतिक दलों ने हाथरस को पर्यटन स्थल बना लिया था। अब भी राजनीति कर रहे हैं। सवाल है कि हाथरस से ही क्यों प्रदेश सरकार के खिलाफ साजिश होती है?
एक सत्संग के दाैरान सूरजपाल और उनकी पत्नी की तस्वीर। फाइल
भगदड़ से 121 लोगों की मृत्यु हो गई थी
दो जुलाई को सिकंदराराऊ के गांव फुलरई में सत्संग के बाद मची भगदड़ से 121 लोगों की मृत्यु हो गई थी। इसमें सेवादार देवप्रकाश मधुकर समेत नौ पुरुष व दो महिलाएं जेल में हैं। इनके नाम उपेंद्र यादव, मेघसिंह, मुकेश कुमार, राम लड़ैते यादव, रामप्रकाश शाक्य, संजू यादव, दुरवेश कुमार, दलवीर, मंजू यादव व मंजू देवी हैं। शनिवार शाम करीब साढ़े तीन बजे डा. एपी सिंह जेल पहुंचे। यहां अलग-अलग सभी से मुलाकात की। करीब पांच बजे बाहर आए।
मीडिया से बातचीत में कहा कि जेल में सभी ठीक रह रहे हैं। मानवाधाकिरों के हनन जैसी कोई बात नहीं है। सुविधाएं मिल रही हैं। बीमारों को इलाज मिल रहा है। इनमें एक आरोपित मौके पर नहीं था। उसके संबंध में अलग से कार्रवाई की जाएगी। बाकी सब चश्मदीद हैं।
भगदड़ के बाद खेतों में भागे थे सूरजपाल के अनुयायी। वीडियो से ली तस्वीर।
स्कॉर्पियो व बोलेरो से एटा की तरफ भाग गए थे साजिशकर्ता
एपी सिंह ने बताया है कि कुछ लोग स्प्रे चलाते हुए स्कॉर्पियो व बोलेरो कार में सवार होकर एटा की तरफ भाग गए थे। मुख्यमंत्री ने जिस साजिश का जिक्र किया था, वो सत्य है। ये साजिश सनातन, नारायण हरि, मानव मंगल मिलम सद्भावना समागम व उत्तर प्रदेश सरकार को बदनाम करने की है। सेवादार मधुकर ने अधिवक्ता को बताया कि कार्यक्रम के लिए 80 हजार से अधिक लोगों की अनुमति ली गई थी। लेकिन, प्रशासन ढाई लाख की भीड़ बता रहा है। इतनी भीड़ नहीं थी।
अंधविश्वास या पाखंड में नहीं पड़ना चाहिए
राज्यपाल के बयान पर अधिवक्ता ने कहा कि किसी भी अंधविश्वास या पाखंड में नहीं पड़ना चाहिए। कोई ऐसा कारण नहीं है, जिससे बीमारी दूर हो जाएं। ये इलाज से ही होता है। 'साकार हरि' ने कभी अंधविश्वास नहीं कहा। उनके वचनों में मानवता, भाईचारा, भलाई व सत्य का साथ होता है।
चरण रज पर कही ये बात
'साकार हरि' के यहां पैर छूने का प्रचलन नहीं है। चरण रज की बात करें तो 'साकार हरि' पंडाल से सीधे मंच पर पहुंचे। कारपेट पर गाड़ी खड़ी होती है। वहीं से चले गए। वे काफिले में नहीं चलते। न ही उनके नाम पर कोई आश्रम है। यूपी पुलिस से वीआरएस लेने के बाद पेंशन से जीवन यापन कर रहे हैं। आश्रम में रहते हैं। आयोजन समिति कलेक्शन करके आश्रम बनाती हैं। उसमें लोगों की सेवा है।
सुरक्षा में लगे होमगार्ड भी सत्संग में लीन दिखे थे। फाइल फोटो।
एक बंदी की बिगड़ी थी तबीयत
अधिवक्ता के अनुसार सात जुलाई को राम लड़ेते की तबीयत बिगड़ गई थी। हार्ट अटैक तक आ गया। लेकिन, वरिष्ठ जेल अधीक्षक ने इससे इनकार किया है। दो महिलाएं महिला जेल में रह रही हैं। इनमें मंजू देवी के पति बेंगलुरु में है। वे अभी तक उनसे मिलने तक नहीं आए। मंजू का बेटा जेल में साथ रह रहा है।
जहां हों, वहां सादगी से मनाएं गुरु पूर्णिमा
21 जुलाई को मनाए जाने वाले गुरु पूर्णिमा दिवस को लेकर अधिवक्ता ने कहा कि 'नारायण साकार हरि' ने अनुयायियों के लिए संदेश दिया है। कहा कि वे बिना भीड़-भाड़ के अपने घर, फैक्ट्री या जहां भी हों, वहां शांति व सादगी से गुरु पूर्णिमा मनाएं, ताकि कानून व्यवस्था खराब न हो। 'साकार हरि' का स्वास्थ्य ठीक नहीं है। वे अवसाद में रहे हैं। अगर आपकी भक्ति में भाव व आस्था है तो 'नारायण हरि' वहीं पहुंच जाएंगे। ऐसे में एकजुटता बनाए रखें। साजिशकर्ताओं पर कार्रवाई हो रही है।