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रेलवे की दीवार टूटकर गिरी, ट्रैक पर भरा सड़क का पानी; सिग्नल सिस्टम भी फेल- वंदे भारत समेत कई ट्रेनें प्रभावित

अलीगढ़ में भारी बारिश के कारण रेलवे की दीवार गिर गई जिससे रेलवे ट्रैक पर जलभराव हो गया। इससे दिल्ली-हावड़ा रेलवे यातायात करीब ढाई घंटे तक प्रभावित रहा । वंदे भारत राजधानी एक्सप्रेस समेत एक दर्जन ट्रेनों को धीमी गति से गुजारा गया। रेलवे के अधिकारियों ने यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाया।

By Jagran News Edited By: Aysha Sheikh Updated: Thu, 12 Sep 2024 08:28 PM (IST)
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रेलवे की दीवार टूटकर गिरी, ट्रैक पर भरा सड़क का पानी

जागरण संवाददाता, अलीगढ़। झमाझम हुई बरसात रेलवे पर आफत बनकर टूटी। गुरुवार को रामघाट पुल के आगे गुरुद्वारा रोड पर बरसात से जलभराव हो गया। इस कारण रेलवे की दीवार टूट गई। सड़क का पानी रेलवे ट्रैक पर भर गया। इससे सिग्नल सिस्टम फेल हो गया।

ढाई घंटे तक दिल्ली-हावड़ा रेलवे यातायात प्रभावित रहा। वंदे भारत, राजधानी एक्सप्रेस समेत एक दर्जन ट्रेनों को 10 किलोमीटर की गति से गुजरा गया। मुख्य बात यह है कि इस क्षेत्र में पहले भी रेलवे की दीवार टूटने से रेलवे ट्रैक पर जलभराव हो गया था।

बुधवार रात से हो रही बरसात के कारण रामघाट रोड पुल से छर्रा अड्डा पुल के बीच में जलभराव हो गया। यहां गुरुद्वारा से करीब 30 मीटर दूर जलभराव के कारण रेलवे की दीवार टूट गई। सुबह करीब सवा दस बजे सड़क का पानी दिल्ली-हावड़ा रेलवे ट्रैक पर पहुंच गया।

रेलवे ट्रैक पर जलभराव होने से रेलवे यातायात प्रभावित हो गया। सिग्नल सिस्टम ठप हो गया। जानकारी मिलने रेलवे कंट्रोल ने अप व डाउन लाइन की ट्रेनें धीमी गति से गुजारने के निर्देश दिए । रेलवे सिग्नल विभाग, निर्माण विभाग व रेलवे के अधिकारी मौके पर पहुंच गए। जलभराव दूर कर सिग्नल सिस्टम दूर करने में जुट गए।

ये ट्रेनें हुई प्रभावित

इस दौरान वंदे भारत एक्सप्रेस, पटना राजधानी, सीमांचल एक्सप्रेस, मगध एक्सप्रेस, महानंदा एक्सप्रेस, नार्थ ईस्टएक्सप्रेस, नंदन कानन एक्सप्रेस, टूंडला- दिल्ली ईएमयू, व कानपुर- अलीगढ़ मेमू पैसेंजर समेत एक दर्जन ट्रेनों को काशन लेकर धीमी गति से गुजरा गया।

130 से 150 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से चलने वाली वंदे भारत, नई दिल्ली- पटना राजधानी व कानपुर की ओर से आने वाले शताब्दी एक्सप्रेस अप आदि ट्रेनों को 10 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से अप एवं डाउन लाइन से गुजरीं।

लगातार बरसात होने से सिग्नल सिस्टम सही करने में दिक्तते रहीं। रेलवे के स्टेशन अधीक्षक मुकेश उपाध्याय व निर्माण विभाग के अधिकारी व कर्मचारी मौके पर डटे रहे। ढाई घंटे की मशक्त के बाद पौन बजे के करीब सिग्नल सिस्टम सही हो सका।

जिस जगह से दीवार टूटी थी, उस जगह से हो रहे जलभराव को रेलवे के कर्मचारियों ने रोक दिया। मुख्य बात यह है कि इसी रोड पर 24 जून को पहले ही जलभराव के कारण रेलवे की दीवार टूट गई थी। बावजूद न तो रेलवे के अधिकारियों ने सबक नहीं लिया और न ही नगर निगम के अधिकारियों ने जलभराव ने हो, इसके लिए कोई तैयारी की।

बरसात से हुए जलभराव के कारण रेलवे की दीवार टूट गई थी। इससे रेलवे ट्रैक पर पानी भर गया था। यात्रियों की सुरक्षा सर्वोपरि है। इसलिए ट्रेनों को काशन लेकर धीमी गति से गुजारा गया था। सिग्नल सिस्टम सही होने के बाद ट्रेनें अपनी निर्धारित गति से चलीं थीं। - अमित कुमार सिंह, पीआरओ उत्तर मध्य रेलवे मंडल प्रयागराज

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