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अलीगढ़ में कोहरे ने लगाया ट्रेनों की रफ्तार पर ब्रेक, स्‍टेशन पर यात्री परेशान

कोहरे ने आम-जनजीवन को प्रभावित कर दिया। इससे ट्रेनें घंटों देरी से स्टेशन पर पहुंचीं। इससे मुसाफिरों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। लॉकडाउन के बाद ट्रेनों का संचालन होने के बाद से ट्रेनें अपने निर्धारित समय से रूट पर दौड़ रही थीं।

By Sandeep kumar SaxenaEdited By: Published: Sat, 02 Jan 2021 09:10 AM (IST)Updated: Sat, 02 Jan 2021 09:10 AM (IST)
शुक्रवार को पड़े घने कोहरे ने आम-जनजीवन को प्रभावित कर दिया।

अलीगढ़, जेएनएन। नए साल के पहले ही दिन शुक्रवार को पड़े घने कोहरे ने आम-जनजीवन को प्रभावित कर दिया। इससे ट्रेनें घंटों देरी से स्टेशन पर पहुंचीं। इससे मुसाफिरों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। लॉकडाउन के बाद ट्रेनों का संचालन होने के बाद से ट्रेनें अपने निर्धारित समय से रूट पर दौड़ रही थीं। कोहरे के चलते ट्रेनों की रफ्तार पर असर पड़ा और वे घंटों देरी से पहुंचीं। अपलाइन की प्रयागराज, शताब्दी व गोमती एक्सप्रेस स्टेशन पर करीब दो घंटे की देरी से पहुंचीं। यही हाल डाउन लाइन की कई ट्रेनों का भी रहा और वे तय समय से काफी देरी से स्टेशन पर पहुंचीं। ऐसा होने से सफर करने वाले यात्रियों को कड़कड़ाती सर्दी में दिक्कतों का सामना करना पड़ा। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में कोहरे का प्रकोप बढऩे की संभावना जताई है।

गेहूं को फायदा, आलू में नुकसान के आसार

सेहत के हिसाब से यह मौसम काफी मुफीद है, मगर कड़ाके की ठंड कुछ फसलों को नुकसान भी पहुंचा सकती है। खासकर दहलन और आलू को नुकसान हो सकता है। गेहूं के लिए ठंड अमृत के सामान है। नए साल की शुरुआत कड़ाके की ठंड के साथ हो गई है। कृषि वैज्ञानिक सुधीर सारस्वत का कहना है कि ठंड गेहूं के लिए अच्छी है। इससे गेहूं का तना मजबूत होगा। बाली भी अच्छी होगी। दलहन की फसलों को नुकसान की संभावना बढ़ जाती है। मटर की फसल खराब हो जाती है। आलू को झुलसा रोग लग सकता है। कृषि वैज्ञानिक ने कहा कि आलू को झुलसा से बचाने के लिए सल्फर का स्प्रे करें। पानी भी देते रहें। धुआं भी कर सकते हैं। इससे आलू की पौध खराब नहीं होगी। टमाटर व मिर्च की पौध पर भी रोग लग सकता है। सरसों की अगेती फसल को कोई नुकसान नहीं है। ठंड तेज होने पर पिछेती में चेंपा की संभावना बढ़ जाती है। 

सर्दी में अभी होगा इजाफा 

मौसम विशेषज्ञों के अनुसार जम्मू-कश्मीर गुजर रहे पश्चिमी विक्षोभ के चक्रवात से यह स्थिति पैदा हुई है, जिससे उत्तर भारत के बर्फबारी वाले राज्यों से ठंडी हवा में तेजी गई। अगले दो-तीन में ये चक्रवात अन्य इलाकों में भी बर्फबारी बारिश के हालात पैदा कर सकते हैं, उसके बाद सर्दी में और इजाफा होगा। 

पांच दिन का न्यूनतम व अधिकतम तापमान 

दिनांक, अधिकतम, न्यूनतम 

01 जनवरी,19,9

31 दिसंबर,22,5

30 दिसंबर,17,3

29 दिसंबर, 19,4

28 दिसंबर, 20,6


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